नमस्कार दोस्तो, मे राजेश फिर एक बार आप मे सामने अपनी कहानी लेके आया हु. आप लोगोके मेल मिल रहे है. आप मेरी कहानी पढ कर सरहाना कर रहे है उसके लिये धन्यवाद. पल्लवी को प्रेग्नेंट होणे की वजह से उसे डॉक्टर ने सेक्स न करने की सलहा दी. उसने मुझे ये बात बतादी और कुछ तेरे लिये जुघाड करुंगी ये भी वादा किया. chut ka sexy Incest sex stories.
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दो तीन दिन ऐसें ही निकल गये, अब मुझे चुदाई की आदत लग गयी थी. खाली खाली मन नही लग रहा था. तभी रेखा की बात याद आगयी और मेने सोचा क्यो ना यह शनिवार गाव जाये. मेने गाव मे रेखा दीदी के डोकमेन्ट लाने का बहाणा बताकर माँ से परमिशन ली. और गाव जाने की तयारी की..
अब आगे-
मे शनिवार को दोपहर की गाडी से गाव पोहच गया. जाते जाते शाम हो गयी थी. मे घर पोहच गया. मेरी चाची ने और मेरी बुवा ने मेरा बहुत अच्छा स्वागत किया. पर मेरी नजरे रेखा को ढुंढ रही थी. रेखा किधर नजर नही आ रही थी. मे ने बुआ से पुछा,रेखा दीदी दिखाई नही दे रही है? बुवा बोली होगी यही कही किसीं सहेली के घर…तभी दौडते हुवे रेखा दरवाजे से अंदर आ गयी. रेखा मुझे देख एकदम उत्साह के साथ आकार मुझे गले लगाने ही वाली थी तभी उसने सामने बुवा को देख अपने होश संभाले.रेखा ने मुझे पुछा अरे राज तुम कब आये. मेने कहा अभी अभी ही पोहचा हु. चलो अब फ्रेश हो आओ तब तक हम खाने की तयारी करते है, रेखा ने एक प्यारी मुस्कान के साथ कहा. मे भी फ्रेश होकर बाहर आंगन मे जाकर बेठा.
रेखा ने मुझे चाय लाके दी और धीमी आवाज मे कहा इतने दिन क्यो लगे आने मैं. मेने कहा कुछ बहाना नही मिल रहा था आने के लिये. अब क्या मिला तुझे बहाना रेखा ने मेरी चुटकी काटते कहा. मेने रेखा से कहा माँ से तेरे डोकमेन्ट पोहचानेका बहाना बताकर आया हु.रेखा ने मुझे फ्लायीनग किस देते हुवे वो अंदर चली गयी.
करिब 8 बजे रेखा ने मुझे खाना खाने के लिये आवाज दि. मे भी अंदर जाकर खाना खाने को बैठ गया. मेरे आने के वजह से आज खाने मे चाची ने मिठा बनाया था. हम सब लोग साथ मे ही खाना खाने बैठ गये. चाची ने मुझे पुछा, राजेश बहोत दिन बाद गाव की कैसे याद गयी. मेने भी तुरंत जबाब दिया ,चाची वो रेखा दीदी के डोकमेन्ट देने थे ना इसलीये आया हु. तेरे को क्या गाव आने को कोई बहाना ही चाहीये क्या, अब हर छुट्टी को आते जा , चाची ने बडी जोर डालकर कहा. मेने भी उनके हा मे हा मिला के रेखा की और देखा. रेखा अपनी खुशी छुपाने का नाकाम प्रयास कर रही थी.
हम सब ने खाना खाकर आंगण मे जाकर गप्पे मारणे बैठ गये. कुछ समय की बातचीत के बाद चाचा और चाची सोने चले गये.अब मे मेरी बुवा और रेखा ही आंगण मे गप्पे मार रहे थे. कुछ समय बाद बुवा बोली ,चलो अब सोने के लिये बहोत रात हुवी है. तभी रेखा ने कहा राज तुम मेरे कमरे मे ही चलो सोने के लिये, बाहर हॉल मे खेती का सामान रखा है , तुम्हे वहा निंद नही आयेगी. बुवा भी बोली हा राज तू रेखा के साथ रूम मे बेड पर सोजाओ , तूम्हे आदत नही होनगी ना नीचे सोने की, मे और पिंकी बाहर हॉल मे सोजाती हु. मेने कहा नही बुआ आप सोजाओ रेखा के साथ बेड पे मे हॉल नीचे सोजाताहु. बुवा बोली नही मेरा भाई क्या बोलगा मुझे की ,मेरा बेटा इतने दिनो बाद गाव आया और बुवा ने उसे नीचे बाहर सुलाया. नही नही तुम अंदर ही सोने का.
मेरे मन मे तो रेखा के साथ ही सोने का था मगर थोडी नौटंकी तो करनी ही थी. मे ने कहा ठीक है बुआ मे जाता हु अब सोने को, थक गया हु यात्रा मे. अब मे अंदर रेखा के कमरे मे चला गया. और कपडे बद्दलकर बेडपर लेट गया. मे रेखा की बडी आतुरता से राह देख रहा था. कुछ समय बाद रेखा आगयी. आते ही उसने फटाक से दरवाजा बंद कर मेरे उपर तूट पडी. मुझे बेताहाशा चुंमने लगी. तभी मेने देखा की दरवाजा खुला है. मेने उसे बहोत ही धीमी आवाज मे कहा दरवाजा तो बंद करो. रेखा भी होश मे आकार दरवाजा बंद करने गइ और दरवाजा बंद कर वापस आकार मेरे उपड तुड पडी.
रेखा को रोकते हुवे मेने कहा, कहा है मेरा सरप्राइज. रेखा ने मेरे होटो को चुमते हुवे कहा सब्र करो मेरे राजा सब्र का फल मीठा होता है. मेने उसके होटो को काटते हुवे कहा नही मुझे मिठा फल नही चाहीये, जो भी हो वो अब चाहीये. रेखा ने भी जबाब मे मेरे होट काटते हुवे कहा अब ये खट्टा फल खाले कल तुझे मिठा फल मिल जायेगा. मेने भी उसके रसिले होटो को चुमते हुवे कहा आज तो इस खट्टे फल को निचोड निचोड के खाउगा. रेखा मेरे होटो को चुंम रही थी, चुस रही थी. माहोल एकदम रोमांच से भर गया तथा. मेने भी उसके गर्दन के पिछे हाथ डालकर उसके गर्दन को पकडे बडी रोमॅंटिक स्टाईल मे उसके होटो को किस कर रहा था. रेखा और मे अब पुरी तरह मुडमे आने लगे थे. मेने मेरा एक हाथ उसके कुर्ते के उपर से ही उसके बुब के उपर रख दबा दिया. वेसे ही वह सिहर उठी, और मुझे दुगणी रफ्तार से किस करने लगी.मेने भी उसका स्तनमंथन जोर से शुरू किया. करिब पाच मिनिटं बाद हम दोनो ने एक दुसरे के सारे कपडे उतार दिये.
रेखा और मे पुरे नंगे एक दुसरे के सामने थे. तभी मेने रेखा को बोला लाईट बंद करदो.उसने लाईट बंद कर जिरो ब्लब लगा दिया. पुरे कमरे मे धीमी लाल रोशनी छा गयी. ऊस लाल रोशनी मे रेखा का बदन और भी मादक लग रहा था. मेने उसे खिचकर बेड पर लिटा दिया. उसके पैरो की उंगली को मेरे जबान से चाटते हुवे उपर की तरफ जाने लगा. रेखा के बदन मे मानो करंट दोड गया.जेसे जैसे मे उसके पैरो को चुंम रहा था वैसे वैसे वो आहे भर रही थी. अब मे उसकी जांघो तक आ गया उसकी जांघो की किस कर चाट कर मे थोडा उपर चाटणे लगा. रेखा ने अब आखे बंद कर बेड शीट को अपने दोनो हाथो से दबोचे अपने होटोको दातोमे दबोचे एक प्यारी आह भरी. उसकी आवाज तेज थी.मेने उसे आवाज कम करनेका इशारा किया.
अब मे उसके चुत तक आ गया , मगर मे उसे और तडपानां चाहता था. उसके चुत के बाजू से किस करते हुवे मे उसके पेट तक पोहोच गया और उसके नाभी मे अपनी जुबान डाल चाटने लगा. रेखा नीचे मानो तडप रही थी. मेने अब धिरे धिरे पेट पे किस करते हुवे बुब के निप्पल तक पोहच अपनी जुबान निप्पल पे घुमा दी. उसने अब मेरे सर के बालोमे हाथ डालकर सेहलाना शुरू किया मेने भी अब एक हाथ उसके दुसरे बुब पर ले जाते हुवे एक बुब का निप्पल मु मे भर चुसने लगा और दुसरे को दबाने लगा. रेखा अब पुरी तरह से गरम होगयी थी. उसके पैरो ही हलचल सब बयान कर रही थी. दोनो बुब की बारी बारी चुसाई के बाद मे मुडकर 69 पोजिशन मे आ गया और उसकी चुत को चुंम लिया. अपनी जुबान से उसकी चुत की पँखुडियो को बाजू कर चुत के छेद मे जुबान लगा दि.
मेरी टेलीग्राम आईडी है, @poojajivideocall
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