मेरा नाम मिलिंद है, मुंबई में रहता हूँ, उम्र 16 साल है। मैं अपने मौसा मौसी के घर था। मेरा कमरा मेरी कजिन अदिति के बगल में था। कुछ आवाज़ सुन के मैंने चुपके से उसके कमरे में झाँका पर वहां का नज़ारा देखके मेरे होश उड़ गए। पढ़िए एक जबरदस्त bhai bahan ki chudai incest story जो आपका निकल देगी..
पिछले साल मैं अपने मौसा मौसी के घर पटियाला गया था। उसके घर में कुल चार लोग हैं- मेरे मौसा, मौसी, उनका बेटा ईशान जो 20 साल का है और उसकी बेटी अदिति जो 17 साल की है। मौसा मौसी दोनों ही एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी में अच्छे पद पर हैं। उसके घर में पैसे की कोई कमी नहीं है। नौकर-चाकर, गाड़ी और शानो-शौकत की हर चीज़ घर में है। मेरे मौसा मौसी अपने दोनों बच्चों को समय नहीं दे पाते थे। अदिति हमेशा से ही अन्तर्मुखी रहने वाली और बहुत ही फेशनेबल है। उसके कोई खास सहेली या दोस्त नहीं थे और यह बात मुझे उसमें अजीब लगती थी।
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मगर मुझे इसकी वजह तब समझ आ गई, जब मुझे यह पता लगा कि अदिति के अपने ही भाई ईशान के साथ शारीरिक-सम्बन्ध हैं। अदिति उस समय किसी पूर्णतया जवान कन्या जैसे शरीर की मालकिन थी। उनका कद 5’5″ और फिगर एकदम बढ़िया थी। मैं गर्मी की छुट्टियों में पटियाला आया था। दिन भर सैर की, फिर रात को भैया और अदिति के साथ खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया।
दस मिनट गुजरे होंगे, मुझे अदिति के कमरे से किसी आदमी की आवाज़ आई। अदिति का कमरा और मेरा कमरा सटा हुआ ही था। मुझे बड़ा अजीब लगा कि अदिति इतनी रात को किस से बात कर रही है? मैंने सोचा कि शायद टीवी चल रहा है, मगर मुझे अदिति की दबी हुई चीख और कुछ हंसने खिलखिलाने की आवाज़ आई, तो मेरे अन्दर कीड़ा काटने लगा, आखिर अदिति किस से बात कर रही है? मेरे और अदिति के कमरे के बीच में एक खिड़की थी। मैंने एक स्टूल दीवार के पास लगा लिया और स्टूल पर चढ़ गया। अन्दर का दृश्य देख कर मेरे होश फाख्ता हो गए। bhai bahan ki chudai incest story
मैंने देखा कि ईशान अदिति के बिस्तर पर अधनंगी अवस्था में लेटा है और अदिति उसकी कमर के ऊपर दोनों ओर पैर करके सवार है और बेतहाशा ईशान के शरीर को चूमे जा रही है। मैं इतना नादान नहीं था कि यह क्या चल रहा है, समझ न पाता।
ईशान के हाथ अदिति की टी-शर्ट के अन्दर थे और उसकी छातियों से खेल रहे थे। मुझे बहुत हैरानी हुई के सगे भाई बहन इस अवस्था में कैसे एक दूसरे के साथ हो सकते हैं ऊपर से ये जाहीर था कि यह अदिति की रजामंदी से हो रहा है और न ही वो नादान है। शायद अदिति ने अपने अकेलेपन को ईशान के साथ ही मिटाने का फैसला कर लिया था।
मैं चुपचाप उसके खेल को देखने लगा। अदिति ने ईशान के सर को पकड़ रखा था और अपने होठों को अपने बड़े भाई के होठों से चिपका कर चूमे जा रही थी। ईशान भी उतनी ही जोर से उसे अपने बदन से चिपटाए हुए था। अदिति उसके होठों, माथे, गर्दन को चूमते हुए छाती की ओर आ गई। ईशान की छाती के घने बालों को सहलाते हुए चूमते चूमते वो पेट की तरफ पहुँच गई।
फिर अदिति ईशान के ऊपर से उठ गई और उसने ईशान की तरफ देख कर हल्की रहस्यमयी मुस्कान दी। ईशान ने भी मुस्कुराते हुए अपनी छोटी बहन की तरफ देखा। अदिति ने अपने हाथों से ईशान का अंडरवियर उतार कर उसे नंगा कर दिया, फिर उसके लिंग को पकड़ लिया।
ईशान के लिंग को देखकर मैं आश्चर्यचकित रह गया। ईशान का लिंग करीब 9 इंच लम्बा और 2 इंच मोटे व्यास का था। अदिति ने उसके लिंग और अंडकोष को प्यार से सहलाया। अदिति के हाथ के स्पर्श से ही उसके शिथिल लिंग में कसाव बढ़ गया। अदिति ने मुस्कुराते हुए लिंगमुंड को चूमा। फिर अदिति ने तुरंत उसका लिंग-मुंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी। bhai bahan ki chudai incest story
मैं विश्वास नहीं कर पा रहा था, मैंने अपने दोस्तों से सुना था कि लड़कियाँ इस तरह से मुखमैथुन करती हैं, वो कहते थे कि लड़कियों को ऐसा करना अच्छा लगता है, मगर मैं उसकी बातों को मजाक समझता था। मगर अदिति को इस तरह से करते हुए देख मुझे यकीन हो गया कि सच में उसे मजा आ रहा है।
अदिति उसके लिंग को मुँह के अन्दर लेते हुए ऊपर नीचे सर को चलाने लगी। ईशान का लिंग उसकी लार से सन गया था और चमकने लगा था। उसके लिंग की नसें तन गई थी। अदिति उसके आधे लिंग को मुँह में अन्दर लेकर चूसती थी फिर लिंग मुंड को चूसती थी। उसका लिंग मुंड लाल रसभरी की तरह फूल गया था।
ईशान ने अदिति के सर पर हाथ रख कर सर को लिंग की तरफ दबाया ताकि अदिति और ज्यादा लिंग को मुँह के अन्दर ले ले। मगर अदिति को खांसी आ गई। अदिति ने लिंग को मुँह से बाहर निकाल कर ‘नहीं’ की मुद्रा में सर हिलाया तो ईशान ने अपनी जिद छोड़ दी।
अदिति ने उसके बाकी लिंग को बाहर से चाट चाट कर चूसा। करीब 5 मिनट चूसने के बाद ईशान का लिंग अदिति ने छोड़ दिया। फिर उसकी कमर के दोनों तरफ पैर करके लिंग के ऊपर बैठकर अपनी कमर चलाने लगी।
ईशान उठकर बैठ गया और अदिति को उसने ठीक से अपनी गोद में बैठा लिया। अदिति ने उसकी गर्दन के चारो ओर अपने हाथों को लपेट लिया और ईशान के सर को अपने स्तनों के बीच दबा लिया। अदिति अपनी कमर को वैसे ही ईशान के लिंग के ऊपर चला रही थी। अदिति के चेहरे पर मस्ती की सुर्खी साफ़ नज़र आ रही थी क्योंकि उसकी योनि पर ईशान के लिंग की रगड़ उसे आनंदित कर रही थी। ईशान ने अपनी छोटी बहन की स्कर्ट को जाँघों तक ऊपर उठा दिया। अदिति की दूधिया गोरी गोरी जांघें और पिंडलियों को ईशान सहलाने लगा। ईशान के हाथ सरकते हुए अदिति के चूतड़ों तक पहुँच गए। अदिति के चूतड़ों को उसने पकड़ कर उसने उसकी कमर को अपनी कमर से चिपटा लिया।
दो मिनट तक दोनों अपनी कमर को चलाते हुए अपने जननांगों को ऐसे ही रगड़ते रहे। दोनों ही मस्ती में सराबोर हो गए थे। ईशान ने अदिति की टी-शर्ट को ऊपर की ओर उठा दिया। अदिति के कोमल गौरे धड़ की एक झलक देखने को मिली। अदिति ने अपने हाथ ऊपर को किये और ईशान ने उसकी टी-शर्ट को उतार कर फेंक दिया। अन्दर अदिति ने काले रंग की ब्रा पहन रखी थी।
मैंने जिंदगी में पहली बार किसी लड़की को इस रूप में देखा था, तो मैं भी उत्तेजना से कांप गया। अदिति का पूरा शरीर जैसे किसी सांचे में ढाल के बनाया गया था। काली ब्रा में उसके शरीर की कांति और भी बढ़ गई थी। ब्रा के अन्दर अदिति के बड़े बड़े स्तन कैद थे, जो बाहर आने को बेकरार लग रहे थे। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान के हाथों ने तुरंत उसे अपने कब्जे में ले लिया और बड़ी बुरी तरह उसे मसला। अदिति की ब्रा पारभासी थी, जिसकी वजह से में उसके गहरे रंग के निप्पल देख पा रहा था। मैंने कभी किसी के स्तनों को छूकर नहीं देखा था, मगर मैं ईशान को हो रहे उस गुदाज़ स्पर्श का आनंद महसूस कर सकता था। अदिति दीदी के स्तन बहुत ही गुदाज़ थे, इसका अंदाजा इससे ही लग रहा था, जब जब ईशान उसे अपने कब्जे में ले लेता था, अदिति की ब्रा के कप्स के साइड से स्तन का जो हिस्सा बाहर दिख रहा था, वो फूल जाता था।
ईशान ने अदिति के स्तनों अग्र भाग को अपनी उँगलियों से चुटकियों से पकड़ कर गोल गोल घुमाया, तो अदिति सिसिया उठी क्योंकि उसने अदिति के निप्पल पकड़ लिए थे। उसने निप्पलों को जोर से मींसा तो अदिति फिर से सिसिया उठी, मगर दर्द से। अदिति ने अपने निप्पलों को ईशान के हाथों से छुड़ा लिया। अदिति के निप्पल तन गए थे, जो की ब्रा में उभर आये थे। ईशान ने उन पर अपनी उँगलियों के पोर को गोल गोल नचाते हुए छेड़ा, तो अदिति गुदगुदी के मारे फिर से सिसिया उठी।
जब गुदगुदी अदिति से बर्दाश्त नहीं हुई तो वो ईशान के छाती से अपने स्तनों को चिपका कर लिपट गई। ईशान ने अदिति की स्कर्ट के हुक खोले और फिर साइड चेन खोल कर स्कर्ट को उसके शरीर से अलग कर दिया। अदिति ने अन्दर सफ़ेद रंग की पैंटी पहनी थी। ईशान ने उसकी जांघो के ठीक बीच में अपना हाथ फिराया और हल्के हल्के अदिति के योनि प्रदेश को सहलाने लगा। अदिति भी सिसियाते हुए उत्तेजित हो रही थी। ईशान ने उसकी ब्रा से स्तनों को बाहर निकाल लिया। अदिति के स्तनों को नग्न देख कर मेरी हालत खराब हो गई। उसके स्तनों में कसाव था, तनिक भी लचक नहीं थी, गोरे गोरे स्तनों पर गहरे भूरे रंग के निप्पल बहुत ही प्यारे लग रहे थे।
ईशान ने अदिति के एक स्तन को अपनी मुठ्ठी में कैद कर लिया और जोर जोर से दबाने लगा और दूसरे स्तन के निप्पल को अपने होठों में दबा कर चूसने लगा। अदिति बहुत ही उत्तेजित हो गई थी, उसकी आँखें बोझिल और लाल हो गई थी। ईशान के सर को अपने हाथों से पकड़ कर उसका मुँह उन्होंने दूसरे निप्पल से सटा दिया, ईशान अपनी छोटी बहन की मन:स्थिति समझ गया और उसने दूसरे निप्पल को मुँह में लेकर चूसकर इन्साफ किया।
ईशान ने अदिति के स्तनों को हल्के हल्के दांत से काटा, अदिति थोड़ी थोड़ी देर में उसका सर पकड़ कर दूसरे तरफ के निप्पल की ओर ले जाती, जाहिर था अदिति को मजा आ रहा था। और जब कभी ईशान जोर से स्तनों को काटता था, तो अपने स्तनों को उसके मुँह से छुड़ाकर बनावटी गुस्सा दिखाती थी, और फिर अगले ही पल अपना निप्पल ईशान के मुँह को समर्पित कर देती थी। ईशान ने काफी देर तक अदिति का दूध पिया। अदिति के स्तनों पर उसकी उँगलियों और दांतों के लाल निशान पड़ गए थे। bhai bahan ki chudai incest story
दोनों ही अब काफी उत्तेजित हो गए थे। ईशान ने अदिति को बिस्तर पर बैठाया और खुद खड़ा हो गया। अदिति के मुँह में उसने फिर से अपना लिंग डाला। अदिति ने तुरंत लिंग को जोर जोर से चुसना शुरू कर दिया। दो मिनट चुसवाने के बाद ईशान ने लिंग को अदिति के मुँह से खींच लिया। अदिति ने दुबारा चूसने के लिए मुँह खोला, उससे पहले ही ईशान ने उसके कंधों को पीछे को धकेल कर उसे बिस्तर पर चित्त लिटा दिया। ईशान ने अदिति की पैंटी की ईलास्टिक में उँगलियाँ फंसा कर पैंटी को उतार लिया, ब्रा के स्ट्रेप को कंधे से नीचे उतार कर स्तनों को ब्रा की कैद से पूरी तरह विमुक्त कर दिया और फिर अदिति की टांगों को फैला कर खुद बीच में लेट गया।
मैं शुरू में बस यह सोच रहा था कि अदिति केवल हल्की-फुल्की मस्ती कर रही है, अदिति शायद बस मुखमैथुन ही किया करती होगी मगर अब तो मुझे लग गया कि अदिति ईशान के साथ, अपने सगे बड़े भाई के साथ, सेक्स करने के लिए तैयार है।
मुझे अदिति की चिंता होने लगी कि कैसे वो इतना मोटा लिंग झेल पाएगी क्योंकि मेरे दोस्तों ने बताया था कि मोटा लिंग लड़की को शुरू में बेहिसाब दर्द देता है। ईशान ने अदिति की योनि को सहलाया, फिर उस पर पास में पड़ी तेल की बोतल से तेल निकाल कर तेल लगाया। अदिति की योनि एक छोटी सी दरार जैसी दिख रही थी। ईशान अपनी ऊँगली को योनि के अन्दर डालकर चलाता तो अदिति मस्ती से सिसियाने लगती थी।
अदिति की योनि को अच्छी तरह से तेल से मालिश कराने के बाद ईशान फिर से अदिति की टांगों के बीच बैठ गया। ईशान ने अदिति की योनि के मुँह पर अपना लिंग-मुंड टिकाया तो अदिति की योनि के भगहोष्ट ऐसे खुल गए जैसे लिंग अन्दर लेने को तैयार बैठे हो। ईशान ने अदिति की कमर को अपने मजबूत हाथों से पकड़ लिया। अदिति ने भी उसकी कमर के चारों ओर अपनी टाँगें लपेट के घेरा बना कर जकड़ लिया। ईशान ने अपनी कमर को अदिति की तरफ ठेल दिया।
ईशान का लिंगमुंड अदिति की योनि के होठों को फैलाता हुआ अन्दर चला गया। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि कैसे इतना मोटा लिंग-मुंड अदिति की संकरी सी योनि में अपनी जगह बना लिया। ईशान ने दुबारा कोशिश करके थोड़ा सा लिंग और अन्दर प्रवेश करा दिया। अदिति हल्के हल्के सिसकारियाँ ले रही थी। फिर ईशान ने एक जोरदार झटका मारकर लिंग को काफी अन्दर तक अपनी छोटी बहन की योनि की गहराई तक अन्दर पंहुचा दिया कि अदिति की चीख निकल आई। bhai bahan ki chudai incest story
मैंने अदिति के चेहरे को देखा तो मैं समझ गया कि अदिति को दर्द हो रहा है। ईशान ने दुबारा वैसा ही झटका मारा, तो अदिति इस बार दर्द से दोहरी हो गई। अदिति ने ईशान की गर्दन में अपने हाथ लपेट कर उसके मुँह को अपने सीने से चिपका लिया।
ईशान ने अदिति के निप्पल को मुँह में ले लिया और जोर-जोर से चूसने लगा और एक हाथ से उसके एक स्तन को जोर-जोर से भींचने लगा।
अदिति एक मिनट में ही सामान्य नज़र आने लगी क्योंकि उसके मुँह से हल्की हल्की उत्तेजक सिसकारियाँ निकल रही थी और ईशान पर उन्होंने अपनी पकड़ ढीली कर दी थी। ईशान ने फिर से एक जबरदस्त शोट मारा अदिति इस बार दहाड़ मार के चीख पड़ी।
अदिति बोल पड़ी- दो मिनट रुक नहीं सकते ! मेरी जान निकली जा रही है दर्द के मारे ..स्स्स्स ….स्सस्सस्सस …
मैंने देखा कि इस बार अदिति की आँखों में आँसू तक आ गए थे। मुझे ऐसा लगा कि ईशान उनका बलात्कार कर रहा है। ईशान ने एक बार “सॉरी” बोलकर अदिति के होठों को अपने होठों से चिपका लिया और जोर-जोर से उसे चूमने लगा और साथ ही अदिति के स्तनों को दबाने लगा। अदिति भी उतनी तेजी से उसे चूम रही थी। ईशान हल्के हल्के अपनी कमर चला रहा था। अब अदिति धीरे धीरे सामान्य होती लग रही थी। मुझे इतना समझ आया कि जब अदिति को दर्द होता था, ईशान उसे उत्तेजित करके दर्द को ख़त्म कर देता था।
अदिति ने अपने टांगो को जकड़ को अपने बड़े भाई ईशान की कमर के चारों ओर कस लिया।
ईशान ने अदिति के होठों को छोड़ दिया और पूछा- अब डालूँ क्या? दर्द तो नहीं है ना? bhai bahan ki chudai incest story
अदिति बोली- आराम आराम से डालो लेकिन ! जल्दी क्या है? मैं कोई भागे थोड़ी न जा रही हूँ?
ईशान बोला- मैं तो समझता हूँ, लेकिन यह नहीं समझता, यह पूरा अन्दर जाना चाहता है.. (उसका इशारा अपने लिंग की ओर था..)
अदिति बोली- इसको बोलो, अपनी छोटी बहन को दर्द न दे, प्यार से धीरे धीरे करे न, तो छोटी बहन भी पूरा आराम से करने देगी।
अभी भी मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि क्या अदिति अपनी योनि में ईशान का नौ इंची लिंग पूरा ले पाएगी? मुझे लगा शायद उत्तेजना की वजह से वो ईशान से ऐसी सेक्सी बातें कर रही होगी .. खैर..
ईशान ने अपनी पोजीशन ली। अपनी ऊँगली को अदिति की योनि की तरफ ले गया और हल्के हल्के हाथ चलाते हुए कुछ सहलाने लगा। मैं ठीक से देख तो नहीं पा रहा था कि वो क्या सहला रहा है, मगर इतना देखा कि उसकी हरकत से अदिति पागल हुए जा रही थी। अदिति जोर-जोर से सिसिया रही थी और कह रही थी- भैया रुक जाओ ! भैया रुक जाओ ! अपने लिंग को अन्दर डालो !
मैंने देखा कि ईशान का आधा लिंग तो अभी भी अदिति की योनि के बाहर था। अदिति ने ईशान के हाथ को पकड़ कर उसकी हरकत को रोकना चाहा मगर ईशान ने अपनी हरकत को बंद नहीं किया बल्कि उसने एक जोरदार झटका मारकर अपना लिंग अदिति की योनि में काफी अन्दर तक ठूंस दिया। इस बार अदिति के मुँह से उफ़ भी नहीं निकली बल्कि वो आह.. सी.. स्स्स्स…सस… की आवाज़ें निकाल रही थी। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान ने एक और झटका मारा तो अदिति बोली- पूरा अन्दर गया न ! अगर बचा है तो वो भी डाल दो ! मुझे बहुत अच्छा लग रहा है !
ईशान ने हरी झंडी देखकर तीन चार जोरदार शॉट मारे और अपना लिंग जड़ तक अदिति की योनि में घुसा दिया और अपने होठों को अदिति के होठों से चिपका कर उसके ऊपर चित्त लेटा रहा। अदिति की आँखों में इस बार फिर से आंसू आ गए थे। मैं समझ गया अगर ईशान अदिति के होठों को अपने होठों से सील नहीं करता तो अदिति फिर से दहाड़ मार के चीखती।
दो मिनट तक वो वैसे ही उनको चूमते हुए उसके ऊपर लेटा रहा। फिर उसने अपनी कमर को धीरे धीरे गति दी। वो धीरे से कुछ इंच लिंग अदिति की योनि से निकालता और फिर से उसे अन्दर प्रवेश करा देता। जब अदिति के शरीर कुछ ढीला हुआ तो ईशान समझ गया कि अब उसे दर्द नहीं है। उसने अदिति के होठों को आजाद कर दिया और उसकी आँखों में झांकते हुए पूछा- अब ठीक है?
अदिति ने बस इतना कहा- जालिम, जान ले लो मेरी।
और अदिति ने फिर से अपने बड़े भाई के होठों को अपने होठों से चिपका लिया। ईशान ने अब झटकों की गति और गहराई दोनों ही बढ़ा दी। अदिति ने अपनी टाँगें ढीली कर ली। अब मैं वो नज़ारा साफ़ देख पा रहा था कि कैसे ईशान का नौ इंची पिस्टन अदिति की योनि रूपी इंजिन में आराम से अन्दर बाहर आ जा रहा था। अदिति की योनि का छल्ला उसके लिंग पर एकदम कसा हुआ था। अदिति के चूतड़ के नीचे मैंने चादर को देखा तो वो भीगी हुई थी। दर असल अदिति की योनि से कुछ द्रव रिस रहा था जो उसके चूतड़ों के बीच की घाटी से होते हुए नीचे चादर को भिगो रहा था। इस द्रव में भीग कर ईशान का लिंग भी चमक रहा था।
अदिति ने ईशान के होठों को छोड़ दिया और जोरजोर से सिसिकारियाँ लेने लगी। अदिति कमर को उठा-उठा कर ईशान के लिंग को पूरा पूरा अपनी योनि के अन्दर ले रही थी। ईशान भी अपने लिंग को लगभग पूरा बाहर निकाल कर वापस अदिति की योनि में जड़ तक ठूंस देता था। bhai bahan ki chudai incest story
मुझे अपने दोस्तों द्वारा बताई गई दो बातों पर अब यकीन हो गया कि मोटा लिंग लड़की को घुसाते समय तकलीफ देता है मगर घुसाने के बाद उतना ही ज्यादा मजा भी देता है। मुझे यह बात समझ आ गई कि अगर संयम, उत्तेजना और समय तीनो चीजों का सही प्रयोग किया जाए तो कितना भी मोटा लिंग हो, वो लड़की की कसी से कसी योनि में प्रवेश कराया जा सकता है।
अचानक अदिति में मैंने अजीब सा बदलाव देखा। अदिति बहुत जोरजोर से सांस लेने लगी थी, उसके स्तन और निप्पल अकड़ गए थे। अदिति के भगहोष्ट ईशान के लिंग के ऊपर फड़फड़ाते हुए खुल-बंद हो रहे थे।
अदिति ने ईशान को अपने हाथो और टांगों की जकड़ में कैद कर लिया ताकि वो और झटके न मार पाए। अदिति की योनि से एक तरल द्रव की धार निकल आई और नीचे बेडशीट को भिगोने लगी। मैंने पहली बार किसी लड़की का स्खलन देखा था। अदिति स्खलित हो गई थी।
ईशान ने झटके और तेज मारने शुरू किये। दो मिनट में ही उसके शरीर में कम्पन शुरू हो गए और एक जोरदार शॉट के बाद वो अदिति की टांगों के बीच धंस गया और वैसे ही अपनी छोटी बहन के ऊपर लेट गया। उसकी कमर में हल्के हल्के कम्पन दिख रहे थे। कुछ ही देर में उसका शरीर ढीला हो गया। काफी देर वो अदिति के ऊपर लेटा रहा।
अदिति उसकी गर्दन, कान और होठों को बार बार चूम रही थी और आत्मसंतुष्टि के भाव के साथ मुस्कुरा रही थी।
मेरी मौसी की लड़की अपने सगे भाई से चुद रही थी, उनका ओर्गास्म देखके तो मेरा मुठ निकलने वाला था। पर उन कमीनो का खेल अभी ख़त्म नहीं हुआ, और भी चुदासी बाकि थी उनमे। यहाँ मेरे लौड़े की हालत ख़राब हो रही थी.. इन incest stories का लास्ट पार्ट..
अदिति ने ईशान को अपने हाथो और टांगों की जकड़ में कैद कर लिया ताकि वो और झटके न मार पाए। अदिति की योनि से एक तरल द्रव की धार निकल आई और नीचे बेडशीट को भिगोने लगी। मैंने पहली बार किसी लड़की का स्खलन देखा था। अदिति स्खलित हो गई थी।
ईशान ने झटके और तेज मारने शुरू किये। दो मिनट में ही उसके शरीर में कम्पन शुरू हो गए और एक जोरदार शॉट के बाद वो अदिति की टांगों के बीच धंस गया और वैसे ही अपनी छोटी बहन के ऊपर लेट गया। उसकी कमर में हल्के हल्के कम्पन दिख रहे थे। कुछ ही देर में उसका शरीर ढीला हो गया। काफी देर वो अदिति के ऊपर लेटा रहा।
अदिति उसकी गर्दन, कान और होठों को बार बार चूम रही थी और आत्मसंतुष्टि के भाव के साथ मुस्कुरा रही थी।
पाँच मिनट बाद अदिति ने ईशान को अपने ऊपर से उठने को कहा। ईशान अदिति के ऊपर से उठा उसने लिंग को अदिति की योनि से बाहर निकाला। उसके लिंग से चिपचिपा सा द्रव टपक रहा था। लिंग के निकलते ही अदिति की योनि से भी वो चिपचिपा द्रव यानि ईशान का वीर्य ढलक कर निकला और अदिति के चूतड़ों की घाटी से होते हुए चादर पर गिर गया। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान बगल में ही अदिति के बिस्तर पर सुस्ताने लगा। अदिति ने उसके लिंग को मुँह में ले लिया और चूस कर उस पर लगे वीर्य को साफ़ किया फिर चूस कर लिंग से वीर्य की आखरी बूँद तक निचोड़ ली। फिर अदिति भी ईशान के बगल में लेट गई। दोनों एक दूसरे की तरफ मुँह करके करवट पर लेते हुए हल्के हल्के बतिया रहे थे।
मैं सोच रहा था कि अब भाई बहन की आज रात की कामक्रीड़ा पर विराम लगेगा। मगर ऐसा नहीं था, उनकी बातें सुनकर मेरा भ्रम दूर हो गया।
अदिति ईशान के लिंग को हाथ में लेकर खेल रही थी, जो अब शिथिल होकर मात्र 6-7 इंच का रह गया था। ईशान उसके स्तनों और निप्पलों से खेल रहा था। वो हँसते मुस्कुराते हुए बातें कर रहे थे।
ईशान ने अदिति से कहा- मजा आ गया आज रात ! और तुम्हें?
अदिति- मुझे भी आया !
ईशान- दुबारा करोगी ?
अदिति- बिल्कुल !
ईशान- तो पहले इसे तो खड़ा करो! (ईशान का इशारा अपने लिंग की तरफ था)
अदिति- हो जाएगा, एक बार टायलेट हो आओ, मैं भी हो आती हूँ, दोनों तैयार हो जायेंगे।
ईशान- ठीक है ! bhai bahan ki chudai incest story
इतना कह कर दोनों एक दूसरे से चिपट गए जैसे एक दूसरे को लील जायेंगे। अदिति ने उस रात ईशान के साथ तीन बार कामक्रीड़ा की। ईशान सुबह नौ बजे तक उसके साथ ही सोया रहा।
रात में अदिति की कामक्रीड़ा देखने के कारण मैं सुबह देर से जागा। सुबह उठते ही मैंने अदिति के कमरे में रोशनदान से झाँका तो देखा, सुबह का कार्यक्रम भी चालू था।
मैंने देखा कि अदिति अपने अन्तःवस्त्रों में ही बिस्तर पर उनींदी सी उल्टी लेटी हैं, ईशान अदिति की जाँघों के ऊपर दोनों तरफ पैर करके बैठा है। ईशान नग्न था और उसका लिंग रात की तरह फिर से आगबबूला हो रहा था। ईशान अदिति के बदन पर हाथ फिरा रहा था। अदिति का शरीर तेल जैसी किसी चीज़ के लेप की वजह से कान्तिमान हो रहा था। दरअसल ईशान अपनी छोटी बहन के शरीर की तेल से मालिश कर रहा था। ईशान अपने हाथों को गोल गोल घुमाते हुए धीरे धीरे तेल को उसकी गर्दन से लेकर पीठ तक रगड़ रहा था।
ईशान ने अदिति की पैंटी की इलास्टिक में अपनी उँगलियाँ फंसाई और पैंटी को खींचकर घुटनों तक उतार दिया। उसके बाद वो अदिति के चूतड़ों की मालिश करने लगा। अदिति की टांगों को उठाकर उसने पैंटी को निकाल कर जमीन पर फेंक दिया और उसकी टांगों को थोड़ा सा फैलाकर फिर से अदिति की जाँघों पर बैठ गया। bhai bahan ki chudai incest story
फिर उसने अदिति दीदी की ब्रा का हुक खोल कर उसे भी खींचकर निकाल लिया। ईशान ने तेल की शीशी उठाकर अदिति के चूतड़ों के बीच की घाटी में गिरा दी और हाथ से तेल को अदिति की योनि पर फैलाने लगा। ईशान ने जब उँगलियों को अदिति की योनि पर जोर-जोर से चलाना शुरू किया तो अदिति की सिसकारी निकल आई।
ईशान और मैं दोनों ही समझ गए कि अदिति जाग गई है और उत्तेजित हो गई हैं। ईशान ने तेल की शीशी को दबाकर तेल की धार अपने लिंग पर गिराई और तेल को पूरे लिंग पर फैला दिया। फिर लिंग को अदिति की टांगों के ठीक बीच में अवस्थित करके अदिति के ऊपर लेट गया। फिर उसने अदिति की छातियों के नीचे अपने दोनों हाथ ले जाकर उसके स्तनों को पकड़ लिया और जोर-जोर से भींचने लगा। ईशान अदिति के कान और गर्दन पर चुम्बन ले रहा था। अदिति को मजा आ रहा था क्योंकि वो सिसियाते हुए हल्के-हल्के मुस्कुरा रही थी।
ईशान ने अदिति के गालो का चुम्बन लिया तो अदिति ने गर्दन घुमा कर अपने होठों को ईशान के होठों से चिपका लिया। दोनों ने काफी देर तक एक दूसरे के होठों का रसपान किया। ईशान ने कमर को उठाकर लिंग को अदिति की टांगों के बीच स्थापित किया और अपनी कमर को अदिति की तरफ दबा दिया।
अदिति के मुँह से दर्द भरी सिसकारी निकली। ईशान ने कमर को फिर से दबाया और अदिति सिसियाते हुए चीखी- भैया दर्द हो रहा है धीरे धीरे करो प्लीज़।
मैं समझ नहीं पाया कि माजरा क्या है? अभी कुछ घंटे पहले ही अदिति ने रात में जब तीसरी बार सम्भोग किया था तब ईशान ने पहले ही शाट में आधे से ज्यादा लिंग उसकी योनि में ठूंस दिया था, तब अदिति “चूँ” भी नहीं बोली थी और पता नहीं अब उसे क्यों दर्द हो रहा है?
ईशान बोला- बस एक बार पूरा अन्दर चल जाए तो फिर उसके बाद दर्द नहीं होगा।
अदिति बोली- नहीं, और मत डालो, मैं पूरा नहीं झेल पाऊंगी, इतने से ही कर लो।
ईशान- अभी तो बस टोपा ही अन्दर गया है, इतने में मजा नहीं आएगा।
अदिति- दर्द से मेरी हालत खराब है, तुम कह रहे हो मजा नहीं आएगा?
ईशान- थोड़ा सा तो और डालने दो न, धीरे धीरे डालूँगा।
अदिति- अच्छा, तेल और लगा लो।
ईशान ने अपना धड़ अदिति के ऊपर से उठाया और अदिति की टांगों को फैलाया और तेल की धार उसके चूतड़ों और अपने लिंग पर गिरा दी।
ईशान ने अपनी टाँगें अदिति की टांगों के बीच में कर ली और अपनी टांगों को फैला लिया, इससे अदिति की टाँगे भी चौड़ी फ़ैल गई। ईशान फिर से अदिति के ऊपर लेटा और उसने अपने शरीर का वजन लिंग पर केन्द्रित करके अदिति के ऊपर डाल दिया जिससे लिंग काफी अन्दर तक चला गया। bhai bahan ki chudai incest story
अदिति चीखते हुए बोली- हाय भैया, मर गई मैं ! प्लीज़ मत करो, मैं नहीं झेल पा रही हूँ, पहली बार है ! और मत डालो प्लीज़ !
ईशान ने जब अपनी टाँगें फैलाई थी तब मैंने देखा कि उसने अपना लिंग अदिति की योनि में नहीं, बल्कि गुदा में डाल रखा था और इसीलिए अदिति इतना दर्द से तड़प रही थी।
मुझे समझ नहीं आया क्यों अदिति गुदामैथुन के लिए तैयार हुई?
मुझे अदिति की हालत पर तरस आ रहा था, मगर ईशान निर्दयी उस पर वैसे ही लदा हुआ था। वो अदिति को जगह जगह चूम रहा था और उसके स्तनों को दबा रहा था।
मैं समझ गया ईशान फिर से संयम, समय और उत्तेजना में सामंजस्य बैठा रहा है।
ईशान ने पूछा- दर्द है अभी?
अदिति- अभी है।
ईशान- हल्का हुआ है?
अदिति- कुछ हल्का हुआ है !
ईशान- और डालूँ?
अदिति- खबरदार, जो और डालने की बात की तो, तुम्हारी जिद के आगे मैं गुदामैथुन के लिए तैयार हो गई थी, अगर मुझे इस दर्द का पता होता तो कभी राजी नहीं होती। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान- ठीक है, आज इतने से ही काम चलाता हूँ, कल पूरे के बारे में सोचेंगे।
अदिति- कल से अगर गुदामैथुन का नाम भी किया न तो तुम्हें अपने बिस्तर से उठा कर फेंक आऊँगी।
ईशान- अभी एक बार जब मैं गाड़ी चलाऊँगा न, तब कहना मजा आया या नहीं ! मजा ना आये तो तु मेरी गाण्ड मार लेना।
अदिति- तुम्हारी गाण्ड काहे से मारूँगी?
इस पर अदिति और ईशान दोनों हंसने लगे।
ईशान ने अदिति को करवट पे लिटा लिया और पीछे से हल्के हल्के लिंग को गुदा में चलाने लगा। ईशान ने एक हाथ को अदिति की गर्दन के नीचे से ले जाकर उसके एक स्तन को पकड़ लिया और भींचने लगा। अदिति की गुदा का छेद ऐसा लग रहा था जैसे उसमे कोई मोटा पाइप डाल दिया गया हो और उसकी गुदा एक छल्ले की तरह उस पाइप पर कस गई हो। तेल में भीग कर ईशान का लिंग बहुत ही वीभत्स लग रहा था।
Ishaan आराम आराम से लिंग को अदिति की गुदा के संकरे सुराख में चलाते हुए मजा ले रहा था। थोड़ी ही देर में अदिति की गुदा उसके लिंग के लिए अभ्यस्त हो गई थी। बीच बीच में ईशान उत्तेजित होकर अदिति की गुदा में कभी लिंग को अन्दर तक दबा देता था तो अदिति हल्के से कसक पड़ती थी।
Usने एक हाथ से अदिति का एक निप्पल पकड़ लिया और उसे गोल गोल घुमाते हुए दबाने लगा और दूसरे हाथ से अदिति के भगशिश्न को को छेड़ना चालू किया। अदिति कुछ ही पलों में मस्ती से सराबोर हो गई थी। अब अदिति आराम से उसके लिंग को ले पा रही थी।
ईशान ने झटकों की लम्बाई और गति दोनों बढ़ा दिए। अदिति और ईशान दोनों के शरीर पसीने से भीग गए। उत्तेजना ने एक बार फिर से दर्द पर विजय पा ली थी।
अदिति ने ईशान के हाथों को अपनी योनि से हटा दिया तो ईशान ने फिर से उसकी योनि को पकड़ लिया तो अदिति बोली- भैया, मैं बहुत उत्तेजित हूँ और मैं झड झाऊँगी, योनि को और मत सहलाओ।
ईशान ने अदिति के कान में कहा- मैं और अन्दर डालना चाहता हूँ ! bhai bahan ki chudai incest story
अदिति- मुझे दर्द होगा, मुझे इतने में मजा आ रहा है।
ईशान- पूरे में और ज्यादा मजा आएगा।
अदिति- मैं इतने में ही खुश हूँ।
ईशान- मुझे मजा नहीं आ पा रहा है, प्लीज़ करने दो न। दर्द थोड़ा सा होगा फिर बिल्कुल ऐसे ही ख़त्म हो जाएगा।
अदिति- ठीक है, तुम आराम से करना।
ईशान- नहीं, अगर मैं जल्दी से अन्दर डाल दूँगा तो अभी दर्द थोड़ी देर के लिए ही होगा, धीरे धीरे डालने से देर तक दर्द होगा, अभी तुम उत्तेजित हो तो दर्द को आराम से पी जाओगी।
अदिति- बस देखना, मेरी जान नहीं निकलने पाए।
ईशान- छेद तो मैंने बंद कर रखा है कहाँ से निकल पाएगी?
इस पर दोनों हंसने लगे।
ईशान ने अदिति की कमर को कसकर पकड़कर शाट मारा। ईशान का लिंग थोडा सा ही अदिति की गुदा में गया। अदिति ने हल्की सिसकारी ली। अदिति ने अपनी आँखें बंद कर ली थी और होठों को भींच लिया था। साफ़ जाहिर था उसे हल्का दर्द तो अभी भी हो ही रहा था।
ईशान ने अगला धक्का जोर से लगाया। अदिति इस बार दर्द से हल्का सा चीख ही पड़ी थी और कमर को आगे की तरफ खींचने लगी मगर ईशान ने उसकी कमर को जकड़ कर आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि अपने लिंग को अदिति की गुदा में दबाये रखा।
अदिति ‘आह आह’ कर रही थी।
ईशान ने अदिति को दिलासा देते हुए कहा- बस जान ! थोड़ा सा ही बाकी है, एक बार और हिम्मत कर लो बस।
अदिति ने कहा- बहुत दर्द कर रहा है। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान- बस एक बार और होगा फिर नहीं होगा।
Ishan ने अदिति को झूठी दिलासा दी थी, अभी कम से कम 3-4 इंच लिंग गुदा के बाहर ही था।
ईशान ने अदिति के निप्पलों को दो मिनट सहलाया, अदिति जब कुछ सामान्य सी हुई तो उसने अदिति की कमर को दोनों हाथों से पकड़ लिया।
अदिति एलर्ट हो गई। मैं समझ गया अबकी अदिति की जान पर बन आनी है और वही हुआ।
ईशान ने पूरी जोर से जबरदस्त झटका मारा और लिंग को काफी अन्दर ठूंस दिया।
अदिति चीखते हुए रोने लगी और जल बिन मछली की तरह तड़पते हुए अपने को ईशान की जकड़ से छुड़ाने की कोशिश करने लगी, मगर उसकी कोशिश नाकाम रही।
ईशान ने बगैर देर किये दो और जबरदस्त धक्के मार कर अपना लिंग जड़ तक अदिति की गुदा में ठूंस दिया। अदिति ने बहुत संघर्ष किया मगर ईशान अदिति की गुदा के ऊपर लद गया तो अदिति का संघर्ष बेकार हो गया।
Ishaan ने अदिति की कमर को छोड़कर उसके स्तनों को पकड़ लिया और जोर जोर से भींचने लगा। अदिति बहुत ही बुरी तरह रो रही थी। ईशान उसके कान और गर्दन पर चुम्बन लेते हुए उनका ढांढस बंधा रहा था।
ईशान अदिति के ऊपर वैसे ही तब तक लेटा रहा जब तक अदिति विरोध करती रही। जब अदिति का शरीर ढीला पड़ गया और अदिति का रोना बंद हो गया तो वो अदिति के ऊपर से उतर के फिर से करवट पर आ गया।
अदिति कुछ बोल नहीं रही थी। ईशान ने उसकी योनि को ऊँगली से सहलाते हुए उसे फिर से उत्तेजित करने की कोशिश की। एक हाथ से वो अदिति के एक निप्पल को छेड़ रहा था, एक हाथ से अदिति के भगोष्ठ को सहला रहा था और साथ ही एक निप्पल को मुँह में लेकर चूस रहा था। bhai bahan ki chudai incest story
यह मिली-जुली कोशिश थी अदिति को जल्द से जल्द उत्तेजना देने की और उसकी कोशिश दो मिनट में ही रंग लाई। अदिति हल्की-हल्की मस्ती से सिसियाने लगी थी। इसी के साथ ईशान ने अपने लिंग को अदिति की गुदा में हल्के हल्के अन्दर बाहर मर्दन शुरू कर दिया। अदिति अब पहले की तरह दर्द नहीं महसूस कर रही थी। शायद अब उसकी गुदा में ईशान के लिंग लायक जगह बन गई थी। ईशान ने भी कुछ देर मर्दन करने के बाद आयाम बढ़ा दिया। उसने २-३ इंच लिंग को बाहर खींच कर वापस अदिति की गुदा में डाल दिया। अदिति हल्के से सिसिया उठी। ईशान ने अगली बार अपना आधा लिंग निकाल कर अदिति की गुदा में डाला। अदिति इस बार भी वैसे ही सिसियाई मगर चीखी नहीं।
ईशान ने अपना दायरा तय कर लिया। वो अब धीरे धीरे अदिति की गुदा में झटके मारने लगा। अदिति मामूली सी तकलीफ के साथ ईशान का साथ दे रही थी। अदिति उत्तेजित भी लग रही थी क्योंकि वो खुद अपनी योनि को अपनी उँगलियों से छेड़ रही थी।
Ishan भी अदिति की कसी हुई गुदा पाकर काफी उत्तेजित हो गया। उसने झटकों की गति बढ़ा दी तो अदिति ने उसे रोकते हुए कहा- भैया आराम से करो, मुझे तकलीफ हो रही है। मैं तुम्हारा साथ दे रही हूँ न, फिर तुम भी मेरा साथ दो न।
ईशान ने कहा- वो क्या है न, मस्ती में मैं काबू खो देता हूँ।
अदिति ने कहा- तुम जब हल्के हल्के करते हो तो मुझे भी अच्छा लग रहा है।
ईशान- धीरे धीरे करूँगा तो मुझे झड़ने में बहुत वक्त लगेगा।
अदिति- चाहे जितना समय लगे, मैं तुम्हारा साथ दूँगी, तुम मेरी भी मस्ती का ध्यान रखो न, प्यार का मजा मत खराब करो, आज पहली बार है न।
ईशान- तुम्हें अब मजा आ रहा है?
अदिति- थोड़ा-थोड़ा। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान- फिर ठीक है जान, तुम्हें पूरा मजा दूँगा।
ईशान ने वैसे ही धीरे धीरे झटके लगाते हुए अदिति की गुदा को अपने लिंग से कूटना जारी रखा। अदिति आराम से उसके लिंग को अब पूरा पूरा अपनी गुदा में बगैर तकलीफ के ले पा रही थी। ईशान अदिति के स्तनों से खेलते हुए, उसके होठों का रसपान करते हुए, अदिति की गुदा का आनन्द उठा रहा था।
दस मिनट बाद ईशान की साँसें गहराने लगी। उसने अचानक झटकों की गति बढ़ गई, उसने अदिति के स्तनों को दबोच लिया और कांपते हुए अपना लिंग जड़ तक अदिति की गुदा में ठूंस कर ठहर गया। अदिति समझ गई की ईशान झड़ गया है। अदिति ने उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया और उसे खूब जोर-जोर से चूमा।
पाँच मिनट बाद दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने होठों के बंधन से मुक्त किया। ईशान काफी संतुष्ट और थका हुआ दिख रहा था। अदिति हल्के हल्के मुस्कुरा रही थी। उसका लिंग अभी भी अदिति की गुदा में ही था।
अदिति ने उस से कहा- अब इसे निकालोगे या मेरी गुदा में ही डाले रहोगे?
ईशान ने अपने लिंग को बाहर को खींचा। वीर्य से सना हुआ लिंग जब बाहर निकला तो वो शिथिल हो चुका था। अदिति की गुदा का छेद ईशान के लिंग के निकलते ही फिर से पहले की तरह संकीर्ण हो गया। अदिति ने उसके लिंग को मुँह में लेकर उस पर लगे वीर्य को चूस लिया।
ईशान ने अदिति से पूछा- कैसा लगा?
अदिति- अच्छा था।
ईशान- फिर से करोगी?
अदिति- आज नहीं।
ईशान- क्यों?
अदिति- दर्द कर रही है। पहली बार है न। bhai bahan ki chudai incest story
ईशान- धीरे धीरे करूँगा।
अदिति- नहीं, पहले मेरी रानी का ख्याल करो, यह प्यासी है।
ईशान- ठीक है, रानी की बहन की सेवा हो गई, अब रानी की खातिरदारी की जाए, मगर अपने बड़े भाई को थोड़ा सा मौका तो दो।
अदिति- अपने बड़े भाई को मैं अच्छी तरह तैयार करना जानती हूँ।
इतना कह कर अदिति ने ईशान के हाथों को लाकर अपने स्तनों पर रख दिया और ईशान के लिंग पर बैठकर अपनी योनि को लिंग से रगड़ने लगी। ईशान अदिति के स्तनों से खेलने लगा।
अदिति- इन्हें खूब जोर से दबाओ।
ईशान अदिति के स्तनों को जोर-जोर से दबाने लगा। अदिति के स्तनों पर उसकी उँगलियों के निशान पड़ने लगे थे। कुछ ही मिनटों बाद इधर अदिति के स्तन लाल हो रहे थे और नीचे उसका लिंग और अदिति की योनि फिर से क्रोध में लाल हो रहे थे।
अदिति और ईशान ने एक बार और लिंग और योनि के घमासान को देखने का मौका दिया। उसके बाद दोनों शांत होकर सो गए। bhai bahan ki chudai incest story
———समाप्त———
मैं एक महीना मुंबई रुका था, मैंने हर रात अदिति की अपने बड़े भाई के साथ कामक्रीड़ा का नज़ारा देखा। हाथ तो कुछ नहीं लगा पर मुठ बहुत मारी.. ये incest stories यहीं ख़त्म होती है..
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