Boss or Bhai Ne Milkar Choda
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम नवीन है, मैं बीकानेर में जॉब करता हूं, मेरी दो बहने हैं, मैं बचपन से ही पढने में तेज था तो इस वजह से घर में मेरी बहन को हमेशा डांट पड़ती थी कि देख तेरा भाई कितना तेज है, और तू किसी काम कि नही है, मैं बीकानेर में अकेला रहता था वन बी एच के हाउस में, एक साल बाद मेरी बहन शीतल का भी बीकानेर में जॉब लग गयी, मम्मी पापा ने उसे मेरे पास ही रहने को कहा, हम दोनों साथ रहते थे मगर हमारे अंदर कोई ग़लत फीलिंग नहीं थी.
मैं कभी कभी जब ज्यादा चोदने के लिए आदमखोर हो जाता था तो शायद होश में नही रहता था और भाई कि अंडरवियर लेकर उसे अपने लंड से रगड़ कर मजा ले लिया करता था मुझे पता नहीं था कि मेरी बहन मेरे बारे में क्या सोचती है। कुछ दिनों बाद मैंने नोटिस किया कि मेरी ब्रा और पैंटी कभी भी मेरे रखे हुई जगह पे नहीं मिलती थी उन पे सल भी बहुत हुवा करते थे मुझे शक हो गया था कि मेरा भाई भी मेरी ब्रा पैंटी प्रयोग करता है मुठ मारने के लिए फ़िर भी हम चुप रहते थेमैं अपने सर से पहले ही लंड लिया करती थी इसीलिए मेरे 4 महीने में ही प्रमोशन करवाने का तरीका
मेरे सर की उम्र 37-40 वर्ष की थी और मैं 26 की थी,
क्यूँकि अभी मेरा भाई मेरे घर पे रहता था तो सर को बहुत दिनों से मौका नहीं मिला रहा था मुझे उसके प्यारे लंड से चोदने का तो वो मुझसे काफी नाराज रहता था लेकिन मेरी चूत में भी कीड़े थे उसके मोटे लंड से चुदने के लिये, लेहीं मेरा भाई 4-5 दिन के लिये ऑफिस के काम से कलकता जा रहा था.
मैने भी चूत कि खुजली मिटवाने के लिये, अपने सर को कहा कि आज शीतल आपकी है, मेरा भाई दोपहर को ही घर से जाने वाला था, मैं शाम को जब घर आई तो मुझे लगा मेरा भाई जा चुका है, मैंने अपने सर को फ़ोन लगाया और बातें करने लगी मेरा भाई उस वक्त बाथरूम में था .. उसे मेरे सर की आवाज़ तो नहीं सुनी लेकिन मेरी आवाज़ साफ साफ सुनाई दे रही थी,
मैंने अपने सर से कहा – आज मुझे चुदवाना है, अपने डार्लिंग से मेरी चूत बहुत दिनों से प्यासी है, मैं थक गई हूं अपने भाई का अंडरवीयर अपनी चूत में डाल डाल कर. मुझे लण्ड चाहिए. प्लीज़ जल्दी से आ जाओ और मुझे जम कर चोदो…
उधर मेरा भाई मेरी बातें सुनकर गरम हो गया और वो नहा कर बाहर निकला तो उसका लण्ड तन कर खड़ा था टॉवेल के ऊपर से ही दिख रहा था. मैं समझ गई कि इसने सब सुन लिया फ़िर भी नाटक कर के बोली- तुम गए नही तो उसने कहा नही मेरे पेट में दर्द है, मैंने कहा कुछ दवा ले लो, उसने कहा नही मम्मी ने जो तेल दिया है, उस से मालिश कर के सो जाऊँगा?
फ़िर मैं समझ गई कि आज भी मेरी चूत भूखी रह जायेगी क्यूँकि मेरा भाई नहीं जाने वाला. मेरा भाई नाटक कर रहा था, उसके दिमाग में सिर्फ़ मेरी बातें घूम रही थी, वो भी अपनी प्यास मेरी चूत से मिटाना चाह रहा था, उसने मुझसे कहा, शीतल इस तेल से मेरे पेट पर मालिश कर दो ना मैंने कहा ठीक है. वो अपना बनियान उतार कर बेड पर लेट गया, मैंने उस वक्त बस नाईटी पहनी थी मैंने ना ही पैंटी ना ब्रा पहनी हुई थी क्यूँ कि मुझे लगा था थोडी ही देर में मेरे सर आयेंगे और मुझे सब उतारना पड़ेगा.
मैं उसके पेट पे तेल से मालिश करना चालू किया मेने देखा उसके नाभि के नीचे बहुत सारे बाल थे लेकिन मुझे तो मालिश करनी थी मेरे थोड़ी देर मालिश करने पे वो बहुत गरम हो चुका उसके पैर आगे पीछे होने लगे थे , और उसके पायजामे के ऊपर से उसका तना हुआ लंड दिखाई देने लगा था फ़िर भी मैं चुप चाप मालिश करती रही क्योकि मुझे मालूम था लंड का अंधविसवास रूप लेकिन कुछ देर बाद उसने कहा पायजामा थोड़ा नीचे सरका कर थोड़ा नीचे तक मालिश करो ना, मैंने वैसा ही किया?
अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था, मैं भी सोच रही थी कि कब अपनी प्यास मिटाऊँ अपने सगे भाई के लंड से. आप ये कहानी इतने में वो बोल पड़ा हाथ अंदर डाल ना – मैंने कहा कहाँ अंदर उसने कहा पायजामे के अंदर – मैंने मना कर दिया, मन तो बहुत कर रहा था, मगर वो मेरा भाई था, इसलिए मैंने ना कह दिया, उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और जबरदस्ती अपने लंड पे ले गया, मैंने एक झटके से उसका हाथ दूर कर दिया, फ़िर वो बेड से उठ गया और मुझे जकड लिया और बोला सिर्फ़ अपने सर से चुदवाओगी, कब तक तेरे ब्रा और पैंटी से मुठ मारता रहूँगा?
मेरे लंड ने क्या पाप किए हैं. मैं ये सब सुन कर दंग रह गई, उसने कहा मैं किसी को कुछ नहीं कहूँगा. बस तू वो कर जो मैं कहता हूँ. फ़िर मेरे पास और कोई चारा नहीं था सिवाय उसकी बात मानने के मैं ने चुप चाप सर हिला कर हाँ कह दी, वो आज तो मजा आ जाएगा आज तक बस ब्रा और पैंटी ही मिली थी मुझे तुम्हारी आज तो पूरी की पूरी तुम मेरे सामने खड़ी है, फ़िर उसने मुझे उसका पायजामा नीचे करने को कहा, मैंने वैसा ही किया, वो अंडरवियर नहीं पहना था. मैं उसके लंड से पहले ही रुक गई, इसपर वो चिल्ला कर बोला – साली रुक क्यूँ गई . तेरे सर का लंड बहुत पसंद है, तुझे मेरा लंड नहीं लेगी क्या चल उतार जल्दी से पायजामा मेरा . फ़िर मैंने उसका पूरा पायजामा उतार दिया अब वो पूरा नंगा लेटा था मुझे उसे देखने में शर्म आ रही थी, पर उसका तना हुआ लंड देख कर मैं भी थोडी गरम हो गई थी.
वैसे तो उसका लण्ड मेरे सर के लण्ड से कम लंबा और मोटा नहीं था, उसने मुझसे कहा जल्दी से चूसना शुरू करो ना, फ़िर मैंने उसका लण्ड अपने हाथों में लिया उसकी जांघों के बीच में बैठ गई और फ़िर उसका लण्ड अपने होठों पे रगड़ने लगी, अब मैंने भी सोच लिया था कि शरमाने से कोई फायदा नहीं है, आज मेरा भाई मुझे बिना चोदे मानने वाला नहीं है, तो क्यूँ नहीं खुल के चुदवाऊँ इससे ताकि चुदने का भी मजा आए मैं उसका लण्ड होठों पे रगड़ रही थी .. फ़िर सोफ्टी की तरह मैं पहले बस उसका सुपाड़ा चाटने लगी उसके सुपड़े से पतला सा रस निकल रहा था .. मैं उसे लिपस्टिक की तरह होठों पे लगा रही थी।
इतने में उसने भी अपने हाथों से मेरी गांड सहलाना शुरू किया… वो अपने दोनों हाथों से मेरी दोनों साईडे सहला रहा था… मुझे इतना मजा नहीं आ रहा था क्यूँकि वो नाईटी के ऊपर से मेरी गांड को सहला रहा था, मैंने फ़िर उसके बिना कुछ कहे अपनी नाईटी उतार दी और अब मैं बिल्कुल नंगी थी उसके सामने, इतने में उसकी आखे फटी कि फटी रह गयी और बोलने लगा, साली तूने तो न ब्रा ना पैंटी पहन रखी है, पूरी तैयारी में थी मुझसे चुदवाने की क्या…
फ़िर मैंने कहा तुझसे नहीं मेरे सर आ रहे है, ना तो फ़िर बिना कुछ कहे मैं उसका लण्ड चूसने लगी . वो मेरे सिर को पकड़ कर जोर जोर से लण्ड में धक्का देने लगा .. एक तरह से वो मेरा मुंह चोदने लगा… मैं बहुत गरम हो चुकी थी मेरा मुंह पूरी तरह से चिपचिपा हो गया था उसके पतले रस से. फ़िर थोड़ी देर बाद उसने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे बुब्सो से खेलने लगा। वो उन्हें जोर जोर से दबाने लगा। मुझे दर्द हो रहा था मगर मज़ा भी बहुत आ रहा था।
यह सोच कर ज्यादा मज़ा आने लगा कि मेरा सगा भाई मुझे चोदने वाला है. अब भाई मेरे दोनों बुब्सो को बार बार चूसने लगा। वो मेरे चूचीयो को जोर जोर से काटने लगा. दर्द से मैं कराहने लगी, बीच बीच में मैं चिल्ला भी रही थी मगर उसे कुछ फ़र्क नहीं पड़ रहा था। उसने तो आज अपनी बहन की चूत फ़ाड़ने का सोच ही लिया था…वो मेरे निप्पल चबाने लगा, मैं मदहोश हो चुकी थी पूरी तरह.. मेरे मुंह से गंदे शब्द जो कि मैं मदहोश होने के बाद बोलती हूं, मैंने कहना शुरू किया .. आह अब चोदो ना नवीन चोद दो मुझे .. अपनी बहन की प्यास बुझाओ .. चोदो .. फाड़ डालो मेरी चूत फ़िर वो धीरे धीरे नीचे गया .. और मेरी चूत चाटने लगा उसकी ये अदा मुझे बहुत पसंद आई क्यूँकि मेरे सर ने अपना लण्ड मुझसे बहुत बार चुसवाया था मगर मेरी चूत चाटने से मना करते थे वो बिल्कुल कुत्ते कि तरह पूरी जीभ बाहर निकाल कर मेरी चूत चाटने लगा.
वो जीभ को चूत के अंदर बाहर करने लगा, मुझसे अब रहा नहीं जा रहा था मैंने कहा प्लीज़ नवीन मुझे अब लण्ड चाहिए तुम्हारा अपना लण्ड डालो मेरी प्यासी गांड में .. उसने कहा गांड तो तेरी मैं जरुर चोदूंगा पहले बाकि सब का भी तो मजा ले लूँ. फ़िर उसने मुझे पलटा दिया और पेट के बल लिटा दिया .. अब उसके सामने मेरी गांड थी. वो मेरी दोनों चूतडों को मसल रहा था और मैं इतनी उत्तेजित थी कि अपनी ऊँगली अपनी चूत में डाले जा रही थी…फ़िर उसने मेरे चूतडों को चाटना शुरू किया… कसम से मैंने बहुत बार चुदवाया बहुत बार ! हाय ! मगर इतना मजा मुझे पहली बार आ रहा था वो भी मेरे भाई से… मैं आह आह आ औच… की आवाजें निकाले जा रही थी .. वो पूरा मस्त होकर मेरी गांड चाटता जा रहा था… फ़िर उसने मेरी गांड में अपनी ऊँगली डाली .. मैं चिक उठी मैंने कहा क्या कर रहे हो नवीन गांड मरोगे क्या मेरी उसने कहा – शीतल ! आज तो तेरे शरीर के हर छेद में अपना लण्ड डालूँगा मैं…
तुझे चोद चोद के लटका दूंगा… मैं खुशी से पागल हो रही थी. फ़िर थोडी देर बाद उसने मुझे उठाया और अपनी जाँघों पर बैठा दिया वो लेता हुआ था मैं उसकी जाँघों पर बैठी थी वो मेरे बूब्स दबा रहा था . फ़िर उसने कहा – अब मेरा लण्ड पकड़ कर ख़ुद अपनी चूत में डालो .. मैंने वैसा ही किया… मेरी चूत से बहुत पानी निकल चुका था इस वजह से मेरी चूत पूरी गीली थी और उसका लण्ड भी… मैंने उसका सुपाड़ा अपनी चूत पे रखा और फ़िर धीरे धीरे उसपे बैठ गई जिससे की उसका पूरा लण्ड मेरी चूत में घुस गया .. अब मुझे बहुत मजा आ रहा था .. फ़िर मैं ख़ुद ऊपर नीचे करने लगी .. मुझे ऐसा लग रहा था की नवीन मुझे नहीं मैं नवीन को चोद रही हूँ… मैंने हिलना तेज किया… वो भी नीचे से अपनी गांड उछाल उछाल कर मुझे चोद रहा था.
थोडी देर तक इस पोसिशन में चोदने के बाद उसने कहा – अब तुम नीचे आओ… मैं बेड पे लेट गई वो मेरे ऊपर आ गया और मेरी दोनों टांगों को अपने कंधे पे रख दिया इससे मेरी चूत उसे साफ साफ दिखाई दे रही थी…फ़िर उसने मेरी चूत पे अपना लण्ड लगाया और एक ही झटके में जोर से पूरा अंदर डाल दिया… मैं लगातार सीसकारियार ले रही थी आईइऊउमी ईई ई और जोर से चोदो… उसकी स्पीड बढती जा रही थी अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था और मेरी चूत से सर सर करता हुआ सारा पानी बाहर आ गया… नवीन रुकने का नाम नहीं ले रहा था… मेरी चूत के पानी की वजह से उसके हर धक्के से कमरे में फच फच की आवाज़ आने लगी .. वो मेरी चूत पेलता ही जा रहा था… मैं भी उसका साथ दे रही थी .. मैं उसके दोनों चूतड़ों को पकड़ कर धक्के लगा रही थी अपनी तरफ़.
फ़िर मैंने उसे कहा – शीतल अपना रस अंदर मत गिराना, नहीं तो तुम मामा और पापा दोनों बन जाओगे इस पे वो हँस पड़ा और अपनी स्पीड और बढ़ा दी… अब वो जड़ने वाला था. वो मेरी चूत, जो कि चुदा चुदा कर पूरी भोंसड़ा बन गई थी, उससे लंड बाहर निकाला और मुझसे कहा कि अपने दोनों बूब्स को साइड से दबा कर रखने को। फ़िर मेरे दोनों बूब्स के बीच उसने अपना लंड डाल कर मेरी पेलाई शुरू कर दी थोडी देर ऐसे ही वो मुझे पेलता रहा उसके बाद उसके लंड से फच फचा कर सारा रस निकल गया जो कि मेरे पूरे मुंह में और चूचियों पे गिरा… मैं अपनी जीभ से और होठों से उसका रस चाट रही थी.
फ़िर उसने अपना लंड ही मेरे मुंह में दे दिया मैंने उसका लंड थोड़ी देर चूसा… मुझे ऐसा लगने लगा कि वो फ़िर से उत्तेजित हो रहा है… क्यूंकि वो मुंह के ही अंदर धक्के लगाने लगा… इतने में दरवाजे की घंटी बजी .. टिंग टोंग !… वो उठ गया मैं भी उठ गई वो बोला मैं देख कर आता हूँ .. उसने बिना दरवाजा खोले आई-होल से देखा तो मेरे सर बाहर खड़े थे… वो समझ गया की ये भी यहाँ शीतल को पेलने आए हैं, फ़िर उसने आकर मुझ से कहा- तेरे सर हैं,
मैंने नवीन को बोला- तू प्लीज़ ! थोड़ी देर के लिए रसोई में चला जा फ़िर मैंने तौलिया लपेट कर दरवाज़ा खोला। मेरा कमीना सर मुझे देख कर मुस्कुरा रहा था। आप ये कहानी उसने अन्दर घुसते ही मुझे गोद में उठा लिया और कहा- आज बहुत चुदवाने का मन है, ना तुझे, बहुत तड़पाया है, मुझे तूने .. तुझे चोदने के बाद तो मुझे किसी और को चोदने में मजा ही नहीं आता?
मैंने फ़िर अपना नाटक दिखाना शुरू किया .. क्यूँकि मेरी चूत की प्यास मेरे भाई ने बुझा दी थी,. मैंने कहा- नहीं ! मुझे नहीं चुदवाना’
उसने मुझे बेड पे पटक दिया और मेरे ऊपर लेट गया मेरे दोनों हाथों को अपने दोनों हाथों से कस के पकड़ लिया ताकि मैं हिल ना सकूँ और फ़िर मुझे किस करने लगा … वो मेरी जीभ को चूसता जा रहा था ,
फ़िर थोड़ी देर बाद कहा- साली क्यूँ नहीं चुदवाएगी अब मुझसे मैंने नाटक करते हुए कहा- आज कल आप मेरे वेतन बढ़ाने पे ध्यान नहीं दे रहे हैं, वो समझ गया, उसने फ़िर बताना शुरू किया कि आज कल बहुत कुछ बदल गया है, ऊपर के प्रबंधन में’ मैं भेजता हूँ, तो फ़िर मेरे सर फैसला करते हैं, कि कितना वेतन देनी है,
मैंने कहा- तो फ़िर मैं तुम्हें क्यूँ दूँ अपनी चूत ! फ़िर उसने कहा- ठीक है, उसे भी देना, मगर मैंने कितना कुछ किया तुम्हारे लिए.
मैंने कहा- जब किया तब मुझे जम कर पेला भी तुमने मुझे याद है, तू हर दूसरे दिन मुझे चोदता था कभी कभी तो मेरे मना करने के बावजूद अभी मुझे क्या मिलेगा तुमसे चुदवा कर.
फ़िर इस पे उसने कहा- शीतल डार्लिंग ! तुम्हें जितने भी वेतन चाहिए उतनी तुम मेरे वेतन से ले लेना अब आगे मुझे कभी ऐसा मत कहना अगर मुझे तुम्हारी चूत नहीं मिली तो मैं पागल हो जाऊंगा … !
फ़िर मैंने सोचा- चलो अब तो मैं बहुत कुछ ले सकती हूँ, इससे फ़िर उसके बालों को पकड़ कर मैंने अपने मुंह की तरफ़ खींचा और चूसने लगी उसके होठों को वो समझ गया कि मैं मान गई हूँ, उसने तुंरत खड़ा होकर मेरा तौलिया खींच दिया।
मैं पूरी नंगी लेटी थी बेड पर फ़िर सर जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर पूरा नंगा खड़ा हो गया मेरे सामने … फ़िर अपने लंड की तरफ़ इशारा किया। मैंने भी बेड से उठ कर उसका लंड अपने हाथों में लिया और हिलाने लगी। फ़िर मैं झुक कर सर के लंड को अपने होठों पे रगड़ने लगी, फ़िर उसके सुपड़े को अपने जीभ से चाटने लगी। वो सीसकारिया कर रहा था और मेरे बालों को सहला रहा था, मेरा एक हाथ उसके लण्ड पे था दूसरे से मैं उसकी गांड को सहला रही थी वो पूरी तरह मस्त हो चुका था … फ़िर मैंने उसका लंड चूसना शुरू किया म्म्म्म्म्म्म म्च उम्म्म्मा मैं चूसती चली गई मैं उसका लंड हिला हिला कर चूस रही थी,
इतने में मैंने देखा .. मेरा भाई मेरे बेडरूम के दरवाजे पे नंगा खड़ा है और मुझे देख रहा है, मेरे सर दरवाजे की तरफ़ पीठ करके खड़े थे, इसलिए उन्हें कुछ दिख नहीं रहा था। मैंने नवीन को इशारा किया, कि आना नहीं , मगर वो नहीं माना और अंदर आ गया। मैं रुक गई, फ़िर मेरा सर उसे नंगा देख कर दंग रह गया … मैंने फ़िर सर को कहा कोई बात नहीं .. और वापस उसका लंड हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए चूसने लगी। मैं जमीन पे घुटनों के बल झुकी थी और सर का लंड चूस रही थी.
इतने में नवीन ने मेरी चूत मसलनी शुरू की ….हम सब चुपचाप अपने अपने काम में मस्त थे फ़िर वो झुक कर मेरी चूत चाटने लगा …..वो एक साथ तीन तीन उँगलियाँ मेरी चूत में डालता और फ़िर चाटता रहता. मैं भी तेजी से सर के लंड को चूस रही थी, शीतल ने मुझे पूरी तरह से मस्त कर दिया था।
अब मेरी चूत तरस रही थी चुदाने के लिए … मैं मन ही मन खुश हो रही थी .. की दो दो लंडो से चुदाई एक साथ होगी आज मेरी मेरे सर ने मेरे बालों को पकड़ कर मुझे ऊपर खींचा और मुझे बेड पे हाथ रख कर झुका दिया, फ़िर पीछे से मेरी चूत मसलने लगे।
मेरी चूत को नवीन ने पहले बहुत गीला कर दिया था, उससे रस टपक रहा था. मेरे सर ने पीछे से ही कुतिया स्टाइल में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया, वो इतनी गीली हो गई थी की लंड सरसराते हुए अंदर चला गया मैं थोड़ी चिंहुक उठी क्यूँ कि मेरे सर का लंड बहुत मोटा है, आईईसीऊईईम्म्म फ़िर वो धीरे धीरे मुझे पेलने लगा, मेरे दोनों मोटे मोटे बूब्स लटक रहे थे और हर धक्के पे हिल रहे थे …
मैं सिसकारिया ले रही थी आऐईईईई ऊऔऊऊउ म्मीईईए अहईईइऊऊ हह हह
फ़िर नवीन मेरे सामने से आकर बेड पे घुटने के बल खड़ा हो गया और अपने लंड को मेरे मुंह में डाल दिया . मैं उसका लंड चूसने लगी .. अब एक साथ दो दो लंडो से मेरी चुदाई कर रहे थे, मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरे सर ने अपनी स्पीड बढ़ाई कमरे में थप थप की आवाज आने लगी, वो मेरे पीछे से मेरी चूत पेल रहा था. उसके हर धक्के से नवीन का लंड और अंदर चला गया और मेरे मुंह को फ़िर चोदने के बाद उसने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला, और मुझे बेड पे लिटा कर मेरी टांगों को फैला दिया और मेरी दोनों टांगों को थोड़ा ऊपर उठा कर मेरे दोनों हाथों को पकड़ने को कहा। मैंने ऐसे ही किया. फ़िर उसने सामने से मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया वो चोदने लगा। मैं मस्त हो गई अआह्हहआऊओईईइ और चदो आज चोद मुझे आ आहईईईईईईआह्ह्ह
मेरे मुंह से हर तरह कि आवाजे निकल रही थी, फ़िर मैंने एक हाथ से नवीन का लंड पकड़ा और हिलाने लगी. वो मेरे बुब्सो को दबा रहा था आऊईईई आह्ह्ह्ह मेरे सर मुझे चोदे जा रहा था …… उसकी स्पीड बढ़ गई। मेरी चूत से पूरा रस निकल चुका था फच फच की आवाज़ आने लगी थी। आप ये कहानी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हो.
मेरा भाई भी चूत चकने के बाद मस्त हो गया था, वो देख रहा था कि कैसे उसकी बहन मस्त होकर चुदवा रही है, अपने सर से और फ़िर उसका लंड भी हिला रही है। मेरे सर का रस निकलने वाला था, उसने लंड बाहर निकाल कर उसे मेरे दोनों बूब्स पे गिरा दिया?
मेरे हाथो में अभी भी नवीन का लंड था, वो अभी भी पूरा तना हुआ था और अपनी दीदी की चूत में जाने को बेताब था. इतने में मेरा सर खड़ा होकर अपने कपड़े पहनने लगा, मैं बेड पे ही लेटी हुई थी उसने कपड़े पहन कर कहा- शीतल कल आफिस में मिलते हैं, और फ़िर नवीन से कहा- ज़म के और जोर से चोदना, साली बहुत गर्म है, वो इतना बोल कर चला गया। फ़िर नवीन ने मुझे चूमना शुरू किया, वो अपनी दीदी के होठों को चूसने लगा थोड़ी देर बाद उसने कहा- अब रहा नहीं जाता और फ़िर उसने नीचे जाकर मेरी चूत की पेलाई शुरू कर दी मेरे सर का वीर्य जो कि मेरे बुब्सो पे अभी भी था .. वो उसके ऊपर से मेरे बूब्स को दबा रहा था उसके हाथों में भी पूरा रस लग चुका था। वो मेरे चूचिया मसल रहा था … फिर उसने थोडा जोर का झटके से पूरा लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा वो पूरी तरह मेरे ऊपर लेट कर मुझे चोद रहा था.
उसकी छाती मेरे दोनों स्तनों को दबा रही थी और वहाँ पे सर-रस होने की वजह से चिपक भी रही थी. वहाँ से अभी फच फच फच की आवाज आ रही थी. वो स्पीड से चोदता जा रहा था. फ़िर थोड़ी देर में वो झड़ गया, मगर इस बार उसने अपना सारा रस मेरे चूत में ही डाल दिया . मैं घबरा गई मैंने उसे जबरदस्ती उठाया अपने ऊपर लिया तब तक मेरी चूत के अंदर मेरे भाई का सारा वीर्य जा चुका था.
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मैंने उससे कहा- अगर मैं गर्भवती हो गई तो? फ़िर मैंने उसे कहा- जल्दी से कपड़े पहन कर दवाई की दुकान से आई-पिल लेकर आ वो आई पिल लेन चला गया और मैंने नहाने चली गई?
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