दीदी हुई मदमस्त

Didi hui madmast hot Sex stories

आज मै आपको अपने मामू की मंझली बेटी की चुदाई की कहानी सुनाता हूँ। मेरे मामू के तीन बेटियां है। वैसे तो तीनो एक से बढ कर एक खूबसूरत है परन्तु मंझली वाली का ज़बाब नहीं है। बड़ी वाली की शादी जम्मू में एक डॉक्टर के साथ हुई है। अब मामू के दो बेटियां शादी के लिए बचीं है। मंझली वाली मुझसे ११ महीने उमर में बड़ी है और इतनी खूबसूरत है कि आपको बता नहीं सकता। ३६ २४ ३६ वाली बिल्कुल परफेक्ट फिगर है उसकी।

उसकी बड़े बड़े संतरे जैसी चुचियों को देख कर मेरा लंड अक्सर टायट होने लगता था और मै हमेशा उसकी मस्त चूत की कल्पना करता था। छोटी वाली भी बला की खूबसूरत है और मुझसे उमर में डेढ साल छोटी है। दोनों ही भरपूर जवान है। अब मैं अपनी Didi hui madmast hot Sex stories hindi sex story पर आता हूँ..

बात पिछले साल गर्मियों की छुट्टियों की है। मेरी अम्मी ने अब्बू से कहा कि वह मामू के यहाँ जाना चाहती है , अब्बू बोले,” यार मुझे तो छुट्टी नहीं मिल सकती , तुम सोहेल ( मै ) के साथ जावेद के यहाँ चली जाओ। मै तुम दोनों का ट्रेन रिसर्वेशन करवा देता हूँ।” अगले हफ्ते मै अपनी अम्मी को लेकर मामू के यहाँ लुधियाना पहुँच गया। पूरे रास्ते मै दीदी की चूचियों और मस्त चूत के बारे में ही सोचता रहा।

अबकी बार मैंने पक्का मन बना लिया था कि मै दीदी को ज़रूर चोदूंगा। जब हम लुधियाना पहुंचे तो मामू स्टेशन पर हम लोगों को लेने आ गए थे। आखिर मै ३ बजे शाम को अपनी प्यारी मस्त दीदी के दीदार को उनके घर पहुँच गया। मेरी मामी छत पर कपडे उठाने गयी थी , उन्हें जैसे ही हमारे आने की खबर मिली वह तुरंत सारे कपडे लेकर नीचे आने लगी। ज्यादा कपडे होने के कारण उन्हें आगे का कुछ नज़र नहीं आ रहा था अतः वह सारे कपड़ों के साथ सीडियों से नीचे फिसल कर आ गिरी जिससे उनका सर फट गया। तुरंत ही सब लोग मामी को लेकर अस्पताल पहुंचे जहाँ डाक्टर ने इलाज करने के बाद कहा, ”

अब पेशेंट को कोई खतरा तो नहीं है परन्तु इन्हें कम से कम दो दिन तक अस्पताल में ही रखना पड़ेगा क्योंकि सर में बहुत गहरी चोट लगी है ” मामू ने कहा कि वह रात को अस्पताल में ही रुक जाते है बाकी सभी लोग अब घर जाये लेकिन अम्मी ने वही रुकने की जिद की तो आखिर में यह तय हुआ कि मै और दीदी अब घर जाये और अम्मी व मामू ही अस्पताल में रुक जाते है क्योंकि अब मामी भी पूरे होश में आ चुकी थी। दीदी मुझसे बोली,” सोहेल !

बाइक बहुत धीरे धीरे चलाना , मुझे बहुत डर लगता है” यह सुनकर सब हँसने लगे। मामू बोले, ” सोहेल ! ये जबसे मेरे साथ बाइक से गिरी है तबसे बहुत डरने लगी है , तुम धीरे धीरे ही ले जाना” मैंने हामी भर दी। मै दीदी को मामू की बाइक से लेकर घर चल दिया।

रास्ते में मैंने बाइक की स्पीड थोड़ी तेज़ कर दी जिससे दीदी डर कर मुझ से चिपक कर बोली,” सोहेल s s s s s , अगर तुमने बाइक धीमी नहीं की तो मै कूद जाऊँगी”

मुझे अपनी पीठ पर दीदी की रसीली चूचियां गड़ती सी महसूस हो रही थी जिससे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन फिर भी मैंने बाइक धीमी करते हुए बोला ” सॉरी दीदी ! मुझे ध्यान नहीं रहा”

” ठीक है ठीक है लेकिन प्लीज अब बाइक तेज़ मत चलाना” दीदी बोली Didi hui madmast hot Sex stories

मैंने कहा ” ओ के दीदी ! लेकिन प्लीज अगर तुम किसी को बताओ नहीं तो मै थोड़ी सी व्हिस्की लेता चलू , वो क्या है कि एक तो रास्ते की थकान ऊपर से यहाँ आते ही यह हादसा हो गया”

दीदी बोली ” ठीक है सोहेल लेकिन ज्यादा मत पीना यह नुकसान करती है , मै अब्बू को भी मना करती हूँ और शायद उनकी शराब घर पर रक्खी भी होगी”

मैंने कहा ” नहीं दीदी , मामू की शराब अगर पीयूँगा तो उन्हें पता चल जायेगा , मै रास्ते से ही लेता चलता हूँ और कोई सब्जी भी होटल से पैक करा लेते है , घर पर तुम और नसरीन ( छोटी बहन ) सिर्फ रोटी बना लेना”

” जैसा तुम ठीक समझो ” दीदी बोली।

मेरी आँखों के सामने तो दीदी की मस्त मस्त चूत घूम रही थी सो मै फटाफट एक बोतल सिग्नेचर की व तीन अंडा करी पैक करा कर दीदी को लेकर घर चल दिया। मैंने घर जाकर नसरीन को बोला कि अब मामी बिलकुल ठीक है तुम निश्चिन्त हो कर अपने एंट्रेंस की तैय्यारी करो। मै और दीदी खाना तैयार करते है। मै किसी न किसी बहाने से दीदी के शरीर को टच कर रहा था जिसमे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

नसरीन बोली ” ठीक है भैय्या ! लेकिन आप और दीदी ही खाना खा लेना , मेरी खाना खाने की अभी बिलकुल भी तबियत नहीं है , मै ऊपर वाले कमरे में अपनी पदाई करती हूँ अगर रात में भूख लगी तो मै आकर खा लूंगी , मेरे लिए चार रोटियां केसरोल में छोड़ देना ” यह कहकर नसरीन घूम कर ऊपर जाने वाली सीडियों की तरफ बढ़ गयी।

तब मैंने पहली बार नसरीन को गौर से देखा कि वो भी बहुत हसीन और सेक्सी थी , पिंक कलर के स्लीवलेस टॉप और ब्लैक कैपरी में उसकी गदराई हुई मस्त गांड जो उसकी कमर से कम से कम छह इंच उठी हुई थी और तनी हुई चूचियां जैसे चुदाई का खुला निमंत्रण सा दे रही थी जब वह गांड हिलाती सीढियां चढ़ रही थी तो ऐसा लग रहा था कि नसरीन की गांड में कोई छोटी वाली बेरिंग फिट है जिस पर उसकी गांड टिक टाक टिक नाचती है। वो दीदी जितनी अगर सेक्सी नहीं थी तो कुछ कम भी नहीं थी , Didi hui madmast hot Sex stories

उसका शरीर किसी भी लंड को टायट करने के लिए पर्याप्त था। उस वक़्त मै अपने आप को किसी ज़न्नत में दो दो परियों के बीच किसी महाराजा के मानिंद महसूस कर रहा था। मै अपने लिए एक पैग बना कर दीदी के पास किचिन में ही आ गया। मेरी आँखे उनके रोटियों के लिए आटा बनाते समय ऊपर नीचे होती हुई चूचियो पर ही टिकीं थीं।

जब दोनों हाथो पर जोर देती हुई दीदी नीचे को झुकती थी तो उनकी नारंगी जैसी दूधिया चूचिया कुर्ते के गले से आधे से भी ज्यादा नुमाया हो जाती थी , यहाँ तक कि उनकी ब्लैक ब्रा के कप्स मुझे साफ़ साफ़ नज़र आ रहे थे। मै किचिन के दरवाज़े में खड़ा एक हाथ से अपने लंड को सहलाते हुए व्हिस्की को धीरे धीरे सिप कर रहा था साथ ही साथ दीदी की चूचियों के पूरे मज़े ले रहा था।

तभी दीदी रोटियों के लिए आटा तैयार करके बोली ” सोहेल ! मेरे सर में बहुत दर्द होने लगा है जिससे कुछ भी करने की हिम्मत नहीं पड़ रही है , वैसे भूख भी बहुत लग रही है”

” दीदी तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो , मै तुम्हारे साथ अभी फटाफट रोटियां बनवा लेता हूँ , तुम बेलती जाना और मै गैस पर सेंक लूँगा और अगर तुम कहो तो नसरीन को नीचे बुला लेता हूँ लेकिन अगर तुम बुरा न मानो तो एक बात कहूँ” मैंने अपने लिए दूसरा पैग बनाते हुए कहा

” बोल सोहेल , मै बुरा क्यों मानूँगी , तू तो मेरा अपना भाई है सगा नहीं है तो क्या हुआ” दीदी ने प्यार से मेरे बाल सहलाते हुए कहा। Didi hui madmast hot Sex stories

” दीदी आपके सर में दर्द सिर्फ आज की भाग दौड़ और मामी को लेकर टेंशन की वजह से हो रहा है , मै यह जो व्हिस्की लाया हूँ यह सारी मर्जों की एक दवा है , सिर्फ दो घूँट आज लेकर देखो , तुम बिलकुल ठीक हो जाओगी” मै दीदी के मक्खन लगाते हुए उनके चहरे को अपने दोनों हाथों में लेकर बोला।मेरा लंड आज पूरी तरह से चूत के लिए दीवाना था , मै आज सोच चुका था कि आज मै किसी ना किसी चूत में अपना लंड डाल के रहूँगा।

” तेरा तो दिमाग खराब हो गया है , शराब से भी कोई ठीक होता है और फिर ये कितनी कडवी होती है पता नहीं लोग कैसे इस नामुराद चीज़ को मज़े ले ले कर पीते है , एक बार अब्बू ने मुझे ब्रांडी दी थी जब मुझे सर्दी लग गयी थी तो मुझसे बिल्कुल भी नहीं पी गयी थी मैंने तुरंत ही सारी की सारी थूक दी थी और फिर उसके बाद भी बहुत देर तक जी ख़राब रहा था।और सोहेल इसे पीने के बाद नशा भी तो हो जाता है ,

मैंने सड़क पर कई लोगों को नशे में झूमते हुए देखा है। सो अगर मैं तेरी बात मान के किसी तरह पी भी लूं तो मुझे नशा नहीं होगा क्या और अगर अब्बू को पता चल गया तो वो मुझे तो जान से ही मार डालेंगे” दीदी ने प्यार से मुझसे रोटियाँ बेलते हुए कहा।

” दीदी , मामू ने तुम्हे नीट ब्रांडी पीने को दे दी होगी इसीलिये वह तुम पी न सकीं , मै तुम्हे कोल्ड ड्रिंक में डाल के थोड़ी सी देता हूँ जिसके ऊपर तुम बिना साँस लिए थोड़ी सी सलाद तुरंत खा लेना , फिर तुम्हे उसका टेस्ट पता भी नहीं चलेगा उसके बाद न तुम्हारे सिर में दर्द रहेगा और ना ही बिल्कुल भी थकान महसूस होगी , और तो और भूख भी खुल कर लगेगी। आप क्या सोचती है , मै क्या फालतू में ही इस कडवी चीज़ को इतनी देर से गटक रहा हूँ ” मैंने गैस पर रोटी सेंकते हुए दीदी के साथ उनकी मस्त मस्त चूचियों का मज़ा लेते हुए कहा।

” लेकिन ??????? ” दीदी ने कहा

” अरे दीदी , जो सड़क पर तुमने लोगों को झुमते हुए देखा है वो एक एक बोतल घटिया वाली शराब पीने से होता है , मै तो बढ़िया वाली व्हिस्की की बात कर रहा हूँ वो भी सिर्फ दो घूँट , दो घूँट में तो किसी को पता भी नहीं चलेगा कि तुमने मूड फ्रेश किया है , मेरी तरफ देखो तीन पैग पीने के बाद भी क्या मै झूम रहा हूँ , मेरी बात मान लो और आज मेरे कहने से सिर्फ दो घूँट मार लो तो सब ठीक हो जाएगा” मैंने दीदी के कंधे पर हाथ रख के उनके कुर्ते में झांकते हुए बड़े प्यार से मनाते हुए कहा

” हाँ हाँ मुझे सब दिखाई दे रहा है तेरी आँखे कितनी लाल हो रही है , देखना , देखना तू भी थोड़ी देर में झूमने लगेगा ” दीदी बोली। वो किसी भी तरह से पटाने में ही नहीं आ रहीं थीं सो मैंने आख़िरी दांव चला ,” मै तो सिर्फ एक सुझाव दे रहा था आगे तुम्हारी मर्जी और कौन सा मै तुम्हारा सगा भाई हूँ जो तुम मेरी बात मानोगी” मै बुरा मानने का नाटक करते हुये बोला। Didi hui madmast hot Sex stories

” ऐसी बात नहीं है पगले तू जो कहे तो मै ज़हर भी पी लूंगी तूने ये बात कैसे कह दी पर यह बहुत ही कड़वी होती है। और अगर वह मुझे कडवी लगी तो मै तुरंत थूक दूंगी” दीदी ने बेमन से हामी भर दी।

उस वकत मेरा दिल बल्लियों उछल रहा था।हम दोनों ने मिल कर रोटियाँ बना लीं थीं सो मैंने वहीं किचन में अपने और दीदी के लिए दो पैग कोल्ड ड्रिंक डाल कर तैयार कर लिए। मैंने दीदी को बोला ” जैसा मैंने समझाया वैसे ही करना ”

दीदी ने हामी भरते हुए एक साँस में ही पैग ख़तम करके फ़टाफ़ट ढेर सारी सलाद खा कर गहरी सी साँस ली।

” ले अब तो खुश है तू” दीदी ने मुझसे प्यार से कहा

” हाँ दीदी और तुम भी देखना कि कैसे तुम्हारा सिरदर्द और थकान छूमन्तर होती है” मैंने खुश होते हुए उनके गालों को चूमते हुए कहा । मुझे आज अपना सपना अब सच होता दीख रहा था। एक पैग लगाने के बाद दीदी ने खाना लगाना शुरू कर दिया।

अचानक दीदी ने अजीब सी आवाज़ में कहा ” अरे सोहेल , ये मुझे क्या हो रहा है , अजीब सी फीलिंग हो रही है , हाथ पैर झनझना से रहे है”

“अरे दीदी , यही तो इस दवाई का कमाल है , अन्दर जाते ही सारी प्रोब्लम सोल्व , चलो मै फटाफट खाना लगवाता हूँ , क्या तुम एक घूँट और लोगी मेरी प्यारी दीदी ” मैंने उनकी ठोस चूचियों को ललचाते हुए देख कर कहा।

“नहीं सोहेल नहीं मुझे नशा हो जायेगा सोहेल , मैंने कभी भी शराब नहीं पी और नसरीन भी घर में ही है” दीदी ने डरते हुए कहा। Didi hui madmast hot Sex stories

” अरे दीदी , दो घूँट में भी कहीं नशा होता है और वैसे भी नसरीन ऊपर पढाई कर रही है , नीचे मेरे और तुम्हारे अलावा है ही कौन ? मै आपका भी एक छोटा सा पैग अपने साथ ही बना लेता हूँ , आखिर अपने भाई का साथ नहीं दोगी मेरी प्यारी दीदी” मै दीदी की कमर में पीछे से हाथ डाल कर चिपकाते हुए बोला।अब मेरा लंड उनकी सलवार के ऊपर से ही उनकी जांघो के जोड़ को टच करने लगा और उनकी चूचियों को मै अपने सीने पर साफ़ साफ़ महसूस कर रहा था। उस वक़्त मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था , जी कर रहा था मै दीदी को ऐसे ही चिपका कर उनकी जांघो के जोड़ पर अपना लंड रगड़ता रहूँ।

“देख सोहेल , मैंने तेरे कहने पर एक बार शराब पी ली पर अब तू प्लीज जिद मत कर , मुझे तो अभी से ही पता नहीं कैसा महसूस हो रहा है ” दीदी ने धीरे से अपने को मेरी बांहों से छुडाते हुए कहा।

” अरे दीदी ये क्या तुमने शराब शराब लगा रक्खी है , ये शराब नहीं अच्छी वाली व्हिस्की है व्हिस्की और जो तुम अजीब सा महसूस कर रही हो ना वो सारी थकान और टेंशन दूर होने की फीलिंग है ” मैंने फिर से उन्हें अपने सीने से लगा कर अपना लंड रगड़ते हुए कहा

” तू बहुत शैतान और जिद्दी हो गया है सोहेल अपनी बात दूसरों से जिद्द करके मनवाना तो तेरी पुरानी आदत है , चल तेरी बात रखते हुए मै सिर्फ दो घूँट ही और ले लेती हूँ परन्तु उसके बाद किसी भी कीमत पर नहीं लूंगी” दीदी मेरी बांहों से निकल कर खाना लगाते हुए बोली

मैंने अबकी बार दीदी का और अपना पटियाला पैग बना कर दीदी को देते हुए अपनी आँखों में आती शैतानी चमक छुपाते हुए कहा ” दीदी इसे भी वैसे ही पी जाओ जैसे पहला पिया था” Didi hui madmast hot Sex stories

“ठीक है शैतान ” दीदी ने कह कर वह पैग भी पीकर बुरा सा मुंह बनाते हुए फटाफट ढेर सारी सलाद खा ली। मैंने भी अपना पैग ख़तम करके एक पैग और लिया फिर हम दोनों खाना खाने बैठ गए। खाना खाते हुए मेरी निगाह उनकी चुचियों पर ही टिकी थी। वह जब भी खाने के लिए थोड़ा सा झुकती थी तो कुर्ते के वी शेप गले से उनकी आधी मस्त दूधिया चूचियां नुमाया हो जाती थी। यह सीन देख कर मेरा लंड टायट हो रहा था।

” तेरा ध्यान कहाँ है सोहेल ?” दीदी ने हल्की सी लडखडाती आवाज़ में पूंछा।

“कुछ नहीं दीदी , बस आपके बारे में ही सोच रहा था” मैंने सकपकाते हुए ज़बाब दिया।

“मेरे बारे में ? क्या यह सोच रहा है कि मै नशे में तो नहीं हो गयी ? तो तू बिल्कुल सही सोच रहा है … मुझे अजीब सी फीलिंग हो रही है , दिल में गुदगुदी हो रही है व हाथ पैरों से कंट्रोल ख़तम हो रहा है” दीदी ने खाना ख़तम करते हुए कहा।

दीदी की यह बात सुनकर मेरा दिल बल्लियों उछलने लगा , मै समझ गया कि दीदी अब नशे में पूरी तरह टुन्न हो चुकी है। अब मुझे सिर्फ उसे चुदने के लिए तैयार करना था सो उसी प्रयास में दीदी को मक्खन लगाते हुए बोला ,”अरे कोई नहीं दीदी , यही तो इस दवा का असर है कि इन्सान सारी थकान व सारी टेंशन भूल कर मस्त हो जाता है , चलो मै आपको बेड तक ले चलता हूँ ” मै मन ही मन बहुत खुश हो रहा था।

आज मुझे दीदी की चूत में अपना लंड क्लीअरली पिलते हुए दिख रहा था।मैंने दीदी को बांह पकड़ कर सहारा देते हुये उठाया। दीदी चलते हुए लडखडा रही थी , उन्होंने कस कर मेरी बांह पकड़ रखी थी। मैं उनकी बांह कम पकड़ रहा था अपनी उँगलियों से उनकी चूचियों को टच ज्यादा कर रहा था ,

अचानक मैंने सहारा देने के बहाने उनके चूतड पर हाथ रख कर हल्के से दबा दिया जिसको दीदी ने कोई नोटिस नहीं लिया। शायद अब उन्हें अच्छी तरह नशा हो चुका था। अब तो मेरा मन बल्लियों उछल रहा था व लंड भी दीदी की मस्त चूत के दीदार के लिए दीवाना हो रहा था। मैंने दीदी को बेडरूम में ले जाकर कहा ,” दीदी , आप तब तक कपडे चेंज करके नाईट ड्रेस पहनो मै टॉयलेट होकर आता हूँ”

“ठीक है सोहेल , लेकिन मेरी नाइटी वार्डरोब से निकाल कर देता जा” दीदी ने बुरी तरह से लडखडाती आवाज़ में कहा।

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मै दीदी को नाइटी देकर अटैच्ड बाथरूम में घुस गया , मैंने जानबूझ कर दरवाजा खुला छोड़ दिया और दरवाजे के पीछे से छुप कर दीदी को कपडे बदलते हुए देखने लगा। दीदी ने बड़ी मुश्किल से सलवार का नाडा खोल कर सलवार उतार पाई फिर कुरता उतारने लगी। Didi hui madmast hot Sex stories

मैंने नीचे देखा कि दीदी ने चड्डी नहीं पहन रक्खी थी। यह देख कर अब मेरा लंड कंट्रोल से बाहर होने लगा सो मैंने पेंट की चैन खोल कर अंडरवीयर से लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगा , मानों उसे तसल्ली दे रहा था कि चिंता मत करो आज तुम्हे दीदी की चूत में ज़रूर पेलूँगा। अचानक दीदी कुरता उतारते हुए लडखडा गयी , मैंने मुनासिब मौक़ा जान कर पीछे से कमर में बांहे फंसा कर दीदी को थाम लिया। दीदी पूरी तरह से नंगी खाली ब्रा में मेरी बांहों में थी। मैंने भी दीदी की गांड से अपना लंड जो में सहला रहा था पीछे से चिपका दिया था।

” हाय अल्ला , मुझे जल्दी से नाइटी दे” दीदी ने बुरी तरह से शरमाते हुए कहा।

———-क्रमशः———-

वाह, क्या अहसास था उनकी नाज़ुक स्किन का.. अब लग रहा है जैसे दीदी मेरी हो सकती है। इस hindi sex story का अगला पार्ट जल्द ही..

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