नीरज के दोस्त खुली हवा में रंडियों से अपने लंड चुसवा रहे थे, नीरज को ये सब पसंद नहीं था. इसलिए वो कार में ही अपना लंड चुसवा रहा था. एक मस्तानी neeraj ki randibazi sex story हाज़िर है..
रात के लगभग एक बज रहे थे. गाडी के सामने की लाइट ऑन थी. नीरज कार की पिछली सीट पर था. नीरज के बाकी दोनों दोस्त कार के बाहर थे. उनके मुताबिक खुली हवा में लंड चुसवाने का मजा ही अलग होता है. लेकिन नीरज को उनके सामने ये सब करना पसंद नहीं था.
Aur bhi mazedar Kahani Padhne ke liye hamari website par click kre – Antarvasna
हालांकि अभी जो उसके लंड के छेद को जीभ से और उसके अंडकोष को नाख़ून से खुरच रही थी वो नीरज को उसके दोस्तों की तरफ से जन्मदिन का तोहफा था. फिर भी उसके दोनों दोस्त प्रवीण और राज बाहर अपनी अपनी रंडियों के साथ मौज ले रहे थे और नीरज यहाँ कार के अन्दर ही अपना लंड चुसवा रहा था.
लंड चूसते चूसते वो थोड़ी देर सांस लेने के लिए रुकी. नीरज ने उसके सर को सहलाया. उसके बालों को उसके चेहरे से हटाया. उसने हल्का मेक-अप किया हुआ था और लिपस्टिक गाड़ी लगायी हुई थी. उसका लंड हलके हलके झटके ले रहा था. नीरज था तो बड़ी बाप का बिगडैल लड़का लेकिन कभी कभी उसमे थोड़ी दया आ जाती थी. उसने उस रंडी को थोड़ी देर सांस लेने का मौका दिया.
पुछा “नाम क्या है तुम्हारा?”
वो नीरज की तरफ देखकर हंसी. बोली “क्या नाम चाहते हो?”
“तान्या. तुम्हारा नाम तान्या है.”
तान्या नीरज की कजिन थी और अभी अभी 18 की हुई थी. हालांकि नीरज की नज़र तो उसपर काफी पहले से ही थी. और कई बार वो तान्या के नाम का हिला चुका था लेकिन जब से उसके दिमाग में ये आया था कि तान्या अब कानूनन रूप से चुद सकती है तब से वो उसे हकीक़त में चोदने के सपने देखने लगा था. और जैसे जैसे वो जवान होती जा रही थी उसका रूप मानो निखरता जा रहा था. neeraj ki randibazi sex story
बड़ी बड़ी आँखें, गुलाबी होंट, एक दम गोरा चेहरा, पतला शरीर लेकिन सही जगहों में चर्बी. मसलन थोड़ी सी चर्बी पेट में, थोड़ी सी कमर में और थोड़ी सी जाँघों में. लम्बाई में वो नीरज के लगभग बराबर थी. उसके स्तन ठीक ठाक थे लेकिन उसके नितम्ब या फिर यूँ कहें कि उसकी गांड…. गज़ब की थी. बड़े बड़े और गोल. एक दम सुडोल. नीरज और उसके दोस्तों ने कई बार discuss किया था कि ये पक्का किसी ना किसी से अपनी गांड मरवाती होगी.
नहीं तो इस उम्र में ऐसी गांड कहाँ से बना ली इसने. कई कहानियों में, ज्यादातर मस्तराम में, नीरज पढ़ चुका था कि accidentally लड़के ने अपनी कजिन चोद दी. कई porn मूवीज में भी देख चूका था. लेकिन असली ज़िन्दगी में ऐसा झांट कुछ नहीं होता. नीरज ने कई बार तान्या को फँसना चाहा था. मसलन एक बार फॅमिली ट्रिप में वो उसके बगल में कार में बैठा था.
सोच रहा था जैसा कि मस्तराम में होता है, सोते सोते तान्या उसका लंड पकड़ लेगी वो भी उसकी चूत में ऊँगली दे देगा और दोनों के बीच ‘एक रिश्ते की शुरुवात होगी’. लेकिन journey start होने से पहले ही नीरज को उठकर दूसरी कार में बैठने को कह दिया गया और तान्या के साथ उसकी माँ आकर बैठ गयी.
नीरज बस होटल पहुँच कर अपना लंड ही हिला पाया तान्या के नाम का. या फिर होली के टाइम नीरज ने मौका देखकर तान्या के गालों और नंगी बाहों को रंग लगाने के नाम पर छुआ था, बल्कि दबाया था. लेकिन शायद भांग का नशा था, या होली की मस्ती थी या फिर चढ़ती जवानी की ठरक थी, कि तान्या ने ज्यादा ध्यान ही नहीं दिया था बल्कि अपने जीजा के पीछे पड़ी हुई थी रंग लगाने के लिए. हर बार नीरज की KLPD हो जाती.
इसलिए वो आज इस रंडी को ही तान्या समझ के चोदना चाहता था.
“ठीक है. मैं तान्या हूँ” बोलकर वो रंडी थोड़े अदा से मुस्कुराई. neeraj ki randibazi sex story
“तो फिर लंड पे ध्यान दे ना वापिस” बोलकर नीरज ने उसका सर अपने लंड की तरफ दबाया. वो रंडी फिर से नीरज का चूसने लग गयी. नीरज सीट पर दोनों हाथ फैला कर बैठ गया. उन्होंने गाडी एक सुनसान जगह लगायी थी. अक्सर वो लोग रंडी लेकर यहीं आते थे. हालांकि नीरज को ये पसंद नहीं आता था वो होटल के कमरे में ही चुदाई पसंद करता था. वो ज्यादा सेफ था, लेकन प्रवीण और राज बहुत बड़े बकचोद थे. कहते-
खुली हवा और रांड
और उसकी खुली गांड
किसी को भी न हो खेद
हो चाहे चूत या गांड का छेद
लंड से करंगे खुदाई
ऐसी होगी उसकी चुदाई
रंडी की चूत फाड़ देंगे
उसके मुंह में झाड़ देंगे.
उन्हीं की बक्चोदियों की वजह से नीरज आज रात को यहाँ था. खैर रंडी चूसे जा रही थी. नीरज ने बोला अब उठ और मेरे लंड पर बैठ. रंडी उठी और नीरज के गोद में बैठने लगी. नीरज ने खींच कर उसे थप्पड़ मारा. इतना तेज़ की बाहर तक उसकी आवाज़ गयी होगी. क्युकी राज ने चोदते चोदते आवाज़ लगायी “मार साली रांड को… मार बहन की लोड़ी को…”
थप्पड़ खाके वो रंडी रोने लगी थी और नीरज की तरफ आश्चर्य से देख रही थी. उसे समझ नहीं आया उसने क्या गलती कर दी. नीरज बोला “बहन की लोड़ी, तेरे कपड़े चोदने के लिए लाया हूँ या तेरी चूत..??? चल कपड़े उतार…..फिर बैठ मेरे लंड पर” neeraj ki randibazi sex story
रंडी शायद नयी थी इसलिए जब नीरज ने उसे अपने लंड पर बैठने को कहा था तो वो समझ नहीं पायी कि नीरज अब उसको चोदने वाला है. वो सीधे ही बैठें जा रही थी कि नीरज ने थप्पड़ मारकर उसके गाल की माँ चोद दी. सुबकते हुए उसने पहले अपनी टॉप उतारी. फिर अपनी ब्रा. उसके चूचे ज्यादा बड़े नहीं थे लेकिन दबाने लायक तो थे ही. दोनों चीज़ें उतारकर उसने आगे की सीट में रखी. फिर उसने अपनी स्कर्ट उतारी.
उसकी चिकनी टांगें चमक उठी. फिर वो सर झुकाके थोडा सा उठी. कार के अन्दर चड्डी निकालना आसान काम नहीं था. हालांकि ये काम वो सीट पर टिककर कमर उठाकर भी कर सकती थी लेकिन नीरज के थप्पड़ के बाद वो उसके ज्यादा नज़दीक आने से डर रही थी. पूरी तरह नंगी होकर उसने नीरज की तरफ़ देखा. उसके आँखों से आंसुओं की धारा निकल रही थी. नीरज ने उसके गाली की तरफ हाथ बढाया तो वो झटके से हट गयी.
नीरज ने बस उसके गाल को सहलाया. “ज्यादा जोर से लग गयी क्या?” नीरज ने उसे अपनी तरफ खींचते हुए पुछा. उसने कुछ नहीं कहा बस अपना सर हाँ में हिलाया. neeraj ki randibazi sex story
नीरज ने उसे अपने बाहों में भींच लिया, उसके हाथ में अपना लंड पकड़ा दिया और हिलाने लगा. वो लगातार उसकी चूचियां मसल रहा था. थोड़ी देर बाद जब फिर से मूड बना तो नीरज ने उसे अपने लंड पर बिठा लिया. रांड ने नीरज के लंड को थूक लगर कर पहले से ही गीला कर रखा था. लंड को पकड़ कर उसने अपनी चूत के मुहाने पर सेट किया और धीरे धीरे बैठ गयी. लंड उसकी चूत में जाता चला गया. फिर वो धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी.
उसकी चुचियों को पीस रहा था और बोले जा रहा था “ले तान्या आज मेरा लंड ले ले अपनी चूत में….. shorts पहन पहन कर अपनी जांघें दिखाती है न तू… बड़ा मन है चुदाई खाने का ..ले आज अपने कजिन का लंड ले अपनी चूत में…”
नीरज अब नीचे से धक्के मारने लगा था. उसकी कमर को पकड़ कर अपने धक्कों के मुताबिक ऊपर नीचे कर रहा था. रंडी की पतली कमर नीरज के भारी शरीर के सामने गुडिया के कमर जैसी लग रही थी. नीरज ने उसके कमर को कस कर पकड़ रखा था और जैसे ही वो ऊपर की ओर लंड चलता उसी समय वो कमर को नीचे ले आता. इस तरह से वो उस रंडी की चूत के अंतिम सिरे तक अपना लंड चला रहा था. बीच बीच में वो उसकी गांड पे चपेड भी मार रहा था तब वो रंडी ‘आह.. आह’ कर उठती.
रंडी को दर्द तो काफी हो रहा था लेकिन डर के मारे कुछ बोल नहीं रही थी. कुछ देर ऐसे चोदने के बाद नीरज ने उसे अपने लंड से उतारा. वो रंडी हांफ रही थी लेकन नीरज पर इस समय हवस चढ़ी थी. उसका लंड अपने सबसे बड़े आकार पर था. सुपाडा फूलकर बैंगनी रंग का हो गया था. और वो तेज़ तेज़ झटके अपने आप ले रहा था जैसे चूत से निकाले जाने पर गुस्सा हो गया हो.
नीरज ने रंडी को सीट पर कुतिया की पोज़ में बिठाया, इस तरह जिससे कि उसकी गांड खुले दरवाज़े से बाहर की ओर निकली थी. फिर नीरज दूसरी साइड की गेट से बाहर निकला. उसका लंड तना हुआ था. आज चुदास में नीरज अपनी शर्म भूल चूका था. वो कार के पीछे से दोसरी साइड गया. बाहर प्रवीण और राज अपनी अपनी रंडियों की गांड में लगे हुए थे. उन्होंने नीरज को देखा तो बोलने लगे,
“आज तो birthday boy बाहर निकला है लंड खड़ा कर के. चोद दे इस माँ की लोड़ी को. देख खुली हवा में चुदाई का मज़ा क्या है” neeraj ki randibazi sex story
राज ने कहा “जब चोदते समय आंड के ऊपर से हवा चलती है ना. बहनचोद मज़ा ही आ जाता है” कहते हुए उसने अपनी चुदाई की गति बढ़ा दी. शायद मज़ा ज्यादा ही आ रहा था उसे.
Niraj दूसरी तरफ पहुंचा. गाड़न हवा में लहरा रही थी. नीरज ने थोड़ी सी थूक अपने लंड पर लगायी थोड़ी सी गांड के छेद में. फिर उसके मुंह पर अपना लंड सेट किया. उसने गांड पर हलके से हाथ फेरा फिर कसके एक थप्पड़ मारा गांड पर. कुतिया बनी रंडी के मुंह से चीख निकल गयी. राज, प्रवीण और दोनों रंडियां भी इस और देखने लगे. राज और प्रवीण इतने चुदास में थे कि अभी भी ठुकाई किये ही जा रहे थे.
Neeraj ने बोला “तान्या. आज तेरी गांड मेरी है” कहकर लंड को सामने पकड़ कर उसकी गांड में ठूंसना चाहा. गाड़न टाइट थी तो आसानी से घुसा नहीं. लेकिन नीरज ने भी दम लगाना नहीं छोड़ा. वो रंडी दर्द से चिल्ला रही थी लेकिन नीरज ने एक हाथ से उसकी कमर पकड़ रखी थी. आखिर उसने लंड अन्दर डाल ही दिया. केवल सुपाड़ा अन्दर तक गया था. उसने एक लम्बी सांस ली फिर कमर को जोर लगाकर अन्दर धकेला. लंड थोडा और अंदर गया. रंडी थोड़े और जोर से चिल्लाई.
नीरज ने उसके बाल खींच लिया पीछे से “मादरचोद. अ अगर एक भी आवाज़ निकली ना… तेरी गर्दन तोड़ दूंगा यहीं…समझी.” जब उसने कुछ नहीं कहा तो नीरज ने उसके बाल झटक दिया पीछे “समझी?????”
“हाँ..हाँ..समझ गयी…” वो आधा हाँफते आधा रोते हुए बोली. neeraj ki randibazi sex story
नीरज ने अब धीरे धीरे लंड को चलाना चुरू किया.गांड भी थोड़ी ढीली हो रही थी. धीरे धीरे धक्कों की गति बढती गयी. उसके बालों को छोड़ कर उसकी कमर को दोनों हाथों से पकड़ कर नीरज उसकी गांड पेले जा रहा था.
“तान्या…तान्या…. तान्या… तुझे कितना चोदुगा रे… बस एक बार आ जा… एक बार अपने मुंह में लंड ले ले मेरा.. तेरा गुलाम बनके रहूँगा…”
धक्के मारते हुए नीरज लगातार तान्या का नाम ले रहा था. उसके सामें तान्या का हँसता चेहरा था.
“एक बार अपनी चूत में डलवा ले तान्या. बस एक बार…. तेरी लाल ब्रा को देखकर 3 बार हिलाया था बाथरूम में जाकर. तेर जांघें.. तेरी मुस्कान..तेरे दांत… तेरे होंठ… कितने गुलाबी हैं… तेरी चूत भी गुलाबी होगी… है ना तान्या…मेरी रंडी बन जा… तुझे रानी बना कर रखूँगा… बस जब मांगूं अपनी चूत अपनी गांड दे दियो मुझे… ”
नीरज को लगा कि अब होने वाला है. उसने गांड में से लंड निकाला और उस रंडी को खींच कर लंड के सामने लाया. उसका चेहरा दर्द से, थकान से और आंसुओं से मिल जुलकर एक बहुत ही अश्लील रूप ले चूका था.
नीरज ने उसके चेहरे पर ही गिराना शुरू कर दिया. उसके माथे पर, आखों में, बालों में.. मुट्ठ ही मुट्ठ भर दिया… जब हो गया तो वो वहीँ घास पर बैठ गया. राज और प्रवीण भी थोड़ी देर पहले झड कर बैठे थे. neeraj ki randibazi sex story
रंडियां अपने आपको साफ़ कर रही थी. कपडे पहन कर उनको वापिस उनके drop पॉइंट पर छोड़ना था.
“चोद दिया तान्या को?” राज ने हँसते हुए नीरज से पुछा.
नीरज सिर्फ हंसा.
दिन भर जन्मदिन की पार्टी फिर रात भर रंडी चोदने के बाद नीरज सुबह घर पहुंचा था. उसके माँ-बाप घर पर नहीं थे. पिताजी एक बिजनेस ट्रिप पर US गए थे और नीरज की मान को लेकर गए थे. चाबी उसी के पास थी. पिछली रात रंडियों को चोदने के बाद नीरज और उसके दोस्तों के खूब दारु पी थी. फिर वे ही नीरज को उसके घर तक छोड़ने आये थे. नीरज बगीचे में उतर कर अपने कमरे ता खुद ही चलकर गया था.
प्रवीण और राज ने कहा था कि चल हम तेरे को कमरे तक ही छोड़कर आते हैं लेकन अशे में इन्सान दुनिया का सबसे बड़ा शेर होता है. नीरज खुद ही रूम तक गया था और सीढ़ियों में फसल कर अपना दायाँ पैर मुड़वा भी लिया था. लेकिन नशे में ज्यादा कुछ पता नहीं चला.
आज सुबह जब खले पर्दों में से धुप कौंधकर आहे के आँखों में पड़ी तो उसकी नींद खुली. सर भारी था और दर्द कर रहा था. ज्यादा दारु पीने पर ऐसा ही गंदे वाला hangover होता है. नीरज को याद आया कि कल रात को क्या हुआ था. एक पतली कमर वाली रंडी को तान्या बुलाकर चोदा था उसने.
लेकिन तान्या उतनी पतली नहीं थी. उसकी गांड कुछ ज्यादा ही गोल थे. जब वो टाइट योग पेंट्स पहेनकर gym करने जाती थी तो gym के लड़कों का लंड dumbbell की रॉड से भी ज्यादा टाइट हो जाता था. लेकिन तान्या को इसमें मज़ा आता था. वो स्पोर्ट्स ब्रा पहनती थी ऊपर. छाती के नीचे से कमर तक खुला रहता था. व्यायाम के बाद उसके बदन पर पसीने की बूँदें जम जाती थी. नीरज भी साथ में जाता था gym. उसका मन करता पसीने को चाट ले.
बेड पर पड़ा पड़ा नीरज ये सब सोच रहा था और उसका लंड सख्त हो रहा था. उसका मन हुआ कि एक बार तान्या के नाम का मुट्ठ मार ले. हो सकता है सर दर्द भी कम हो जाए. फिर अचानक उसे कुछ याद आया. उनके घर एक नयी कामवाली आई थी. उम्र कम ही थी. शायद 22-23. शादी नहीं हुई थी. neeraj ki randibazi sex story
दिखने में वो कुछ ख़ास नहीं थी लेकिन चूचे, गांड काफी ठीक थे. गरीब घर की थी इसलिए मेन्टेन नहीं रह पाती थी, तान्या जितनी अमीर होती तो उसके सामने तान्या पर कोई मूतता भी नहीं. नीरज ने सोचा कि उसको रूम में बुलाया जाए. हो सकता है कुछ पैसा लेकर चूत, गांड ही मिल जाए. जब घर पर ऐसी माल है तो हिलाना क्यूँ. ज्यादा से ज्यादा मना कर देगी. तब की तब देखेंगे.
नीरज ने अपने बेड के पास की घंटी दबाई. वो सीधे सर्वेंट क्वार्टर में जाकर बजी. नीरज ने थोडा सा इंतज़ार किया. लगभग 5 मिनट बाद दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी. नीरज बिस्तर पर केवल अपनी चड्डी पहने लेटा हुआ था. बाकी सारे कपडे उसने रात को ही यहाँ वहां उतार दिए थे. उसका लंड हल्का सख्त होकर चड्डी के ऊपर हल्का सा उभार बना रहा था. लेकिन नीरज को कोई शर्म नहीं थी. साल आपनी काम वाली बाई से क्या शर्माना !
“आ जाओ” नीरज ने आवाज़ लगायी.
वो अन्दर आई और नीरज को लगभग नंगा देखकर शर्मा गयी और अपनी नज़रें नीची कर ली. उसने कुछ नहीं बोला.
तान्या के नाम पे रंडियों की तो बहुत चूत मार ली थी नीरज ने पर अब लगता है घर की बाई की बारी है. उसकी बाई नयना भी कोई कम माल नहीं थी. इस maid sex story का लास्ट पार्ट..neeraj ki randibazi sex story
नीरज ने अपने बेड के पास की घंटी दबाई. वो सीधे सर्वेंट क्वार्टर में जाकर बजी. नीरज ने थोडा सा इंतज़ार किया. लगभग 5 मिनट बाद दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी. नीरज बिस्तर पर केवल अपनी चड्डी पहने लेटा हुआ था. बाकी सारे कपडे उसने रात को ही यहाँ वहां उतार दिए थे. उसका लंड हल्का सख्त होकर चड्डी के ऊपर हल्का सा उभार बना रहा था. लेकिन नीरज को कोई शर्म नहीं थी. साल आपनी काम वाली बाई से क्या शर्माना !
“आ जाओ” नीरज ने आवाज़ लगायी.
वो अन्दर आई और नीरज को लगभग नंगा देखकर शर्मा गयी और अपनी नज़रें नीची कर ली. उसने कुछ नहीं बोला.
“कल रात को कहाँ थी तुम?”
“जी सो रही थी” उसने बिना नज़र उठाये बोला. उसका बदन सलवार सूट में एक दम उभरा हुआ था. नीचे उसने लाल legging पहनी थी और ऊपर पीले कलर का कुरता. एक चुन्नी थी जो गले से एक दम सता हुआ था जिससे के उसके भरे भरे स्तन कुरते पर एक दम उभरे हुए थे. नीरज उसको घूर कर देख रहा था.
“किसके साथ?”नीरज ने पुछा. neeraj ki randibazi sex story
एक पल के लिए उसने अजर की तरफ देखा. नीरज बिस्तर के किनारे टांगें फैला कर बैठा हुआ था और चड्डी के ऊपर से ही लंड सहला रहा था. उसका लंड अपना आकार बड़ा रहा था और चड्डी पहने रहना उसके लिए कष्टदायक होता जा रहा था.
“जी. अकेली ही थी” उसने अपनी नज़रें वापिस झुकाते हुए कहा.
“तो इतनी आवाज़ लगायी मैंने आई क्यूँ नहीं?” नीरज ने नकली गुस्सा करते हुए पूछे. उसने कोई आवाज़ नहीं लगायी थी.
“जी कोई आवाज़ नहीं आई थी मुझे” वो नीचे ऐसे देख रही थी जैसे फर्श पर कुछ ढूंढ रही हो.
“ओह. सुनता कम है तुम्हें. नाम क्या है तुम्हारा?”
“जी नयना”
“जी नयना. ये कैसा नाम है?” नीरज ने हँसते हुए पुछा.
वो भी हंस पड़ी और एक झलका नीरज की तरफ देखा. नीरज के चड्डी पर लंड तम्बू बन गया था अब. लेकिन इस बार नयना ने नज़रें नहीं हटाई नीरज पर से. नीरज समझ गया कि बात बन सकती है.
“तो नयना कितनी बड़ी हो तुम?”
” जी 22 साल”.
मेरी नौकरानी का टैलेंट
“22 साल. तुम्हारे….मतलब तुमको देखकर लगता नहीं कि 22 साल की हो” नीरज ने उसके उभरे हुए चुचियों की तरफ देखते हुए कहा. उसके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी. neeraj ki randibazi sex story
मुस्कान तो अब नयना के चेहरे पर भी थी लेकिन वो कुछ नहीं बोली.
“जानते हो कल रात क्या हुआ था?”
“क्या हुआ था?”
“मेरा पैर मुड़ गया था. देखो” नीरज ने अपनी एड़ी उसकी तरफ उठाते हुए कहा.
नयना ने देखा कि हल्का सा नीला हो गया था. उसने कहा “रुकिए मैं पानी गरम करके ले आती हूँ. सिकाई करनी पड़ेगी”
“अरे रुको रुको. पानी बाद में गरम करना. अभी मैं जो गरम हूँ उसका क्या?”
“मतलब. मैं समझी नहीं.” नयना ने कहा. लेकिन उसके चेहरे पर जो हलकी मुस्कान थी उससे पता चल रहा था कि उसे समझ में सब आ रहा है.
“तुम्हारी गलती थी कि तुम कल रात को मेरे आवाज़ लगाने पर भी नहीं आये. इसकी सजा तो मिलनी चाहिए. समझे?” नीरज ने अपनी चड्डी को एडजस्ट करते हुए पुछा. neeraj ki randibazi sex story
नयना हल्का मुस्कुरायी और नीरज की तरफ देखकर बोली “साब. बचपन से घरों में काम कर रही हूँ. सब समझती हूँ. आप बताओ, घोड़ी बनना है या कुतिया, या अगर थके हुए हो तो आप पर चढ़के आप ही को घोडा बना लूँ?”
नीरज चौंका. इतने डायरेक्ट तरीके से काम हो जाएगा इसकी उसे उम्मीद नहीं थी. लेकिन वो और मजे लेना चाहता था. “वो तो बनोगी ही. लेकिन उससे पहले तुम्हें एक और सजा मिलेगी.” नीरज ने बेड से उठते हुए कहा. उसका लंड चड्डी पर एक दम पूरी तरह तना हुआ था. नीरज, नयना की तरफ बढ़ा.
“क्या सजा?”
नीरज ने सूट के ऊपर से नयना की गांड पर हाथ फेरा और हलके से एक थपकी मारी. “जिस गांड पर कल रात को लेटकर सो रही थी तू, उसको थप्पड़ मार मार कर लाल करना है”
नयना ने चड्डी के ऊपर से नीरज का लंड पकड़ लिया “उसके एक्स्ट्रा लगेंगे साब” कहकर लंड को हलके से दबाया.
“क्या सजा?”
नीरज ने सूट के ऊपर से नयना की गांड पर हाथ फेरा और हलके से एक थपकी मारी. “जिस गांड पर कल रात को लेटकर सो रही थी तू, उसको थप्पड़ मार मार कर लाल करना है”
नयना ने चड्डी के ऊपर से नीरज का लंड पकड़ लिया “उसके एक्स्ट्रा लगेंगे साब” कहकर लंड को हलके से दबाया.
नीरज ने नयना को बेड की तरफ धकेला हलके से. वो बिना किसी प्रतिरोध के बेड की तरफ बढ़ी. नीरज ने अपनी चड्डी उतार दी. उसका लंड पूरा तन चुका था. वो जाकर बेड पर बैठ गया और नयना से कहा कि बिस्तर पर गांड ऊपर करके कुतिया बनाकर बैठ जाए. नयना वैसे ही गांड ऊँची कर के बात गयी बिस्तर पर.
नीरज ने उसकी गांड पर हाथ फेरा और खींच कर एक थप्पड़ मारा. हालांकि हाथ और नयना की गांड की चमड़ी के बीच में सलवार का कपडा, legging का कपडा और नयना की चड्डी थी लेकिन थप्पड़ का जोर इतना था कि नयना की आह निकल गयी.
“अभी से बहन की लोड़ी ? अभी तो तेरी गांड नंगी करके थप्पड़ दूंगा.” नीरज ने कहा. neeraj ki randibazi sex story
“मारो मुझे साब. मारो मेरे गांड पर थप्पड़.” नयना ने नीरज की तरफ देखते हुए कहा.
ये तो साली रंडियों से भी तगड़ी माल है.
नीरज ने मन में सोचा. इतनी अदा तो कल वाली रंडी ने नहीं दिखाई थी. नीरज खुश हो गया. उसने उसकी सलवार उठाके legging खींच के नीसह घुटनों तक कर दी. नयना ने चड्डी नहीं पहनी थी. उसकी हलकी सांवली गांड पर्दों के बीच से आती धुप में चमक रही थी. उसके कमर पर बंधा काला धागा उसकी कमर को और सुन्दर बना रहा था.
अपना सर दर्द वो भूल चूका था. साली चुदास चीज़ ही ऐसी है कि आदमी सब भूल जाता है.
नीरज ने अपना हाथ नयना के मुंह के सामने किया, बोला ” चाट ”
नयना ने कुतिया की तरज उसका हाथ चाट लिया. नयना के थूक से गीले हाथ से ही नीरज ने नयना के गांड पर झन्नाटेदार एक थप्पड़ मारा. इतना तेज़ कि नयना की गांड पर हाथ छप गया था. नयना ने दांत भींचे हुए थी इसलिए चीख दबा ली.
“लगा नहीं तेरे को??” नीरज ने उससे पुछा.
नयना ने कुछ नहीं काह बस अपना हाथ पीछे करके सहलाने जा रही थी तभी नीरज ने उसका हाथ पकड़ लिया. “नहीं. जब तक तेरी punishment पूरी नहीं हो जाती तेरे गांड पर बस मेरा ही हाथ रहेगा” neeraj ki randibazi sex story
उसने नयना के दुसरे गांड पर एक और थप्पड़ मारा. नयना ने दर्द के मारे अपनी गांड भींच ली. थप्पड़ की मार से भिन्चता गांड का छेद बड़ा ही सेक्सी लग रहा था. नीरज अब दोनों गांड पर धीरे धीरे चपेड मारने लगा. इतना तेज़ कि नयना को आराम न मिले लेकिन इतना तेज़ भी नहीं कि उसको लगे.
वो बारी बारी से नयना की गांड पर थप्पड़ मारे जा रहा था. एक बार बायीं गांड एक बार दायीं गांड. एक बार बायीं गांड एक बार दायीं गांड.
अचानक ही उसने नयना की चूत पर एक थप्पड़ मार दिया. अचानक हुए चूत पर हमले से नयना के मुंह से चीख निकल गयी. उसने दोनों हाथों से अपनी चूत पकड़ ली. और कराहने लगी. नीरज अब चोदने के मूड में आ गया था. लंड काफी देर से फनफना रहा था. वो बिस्तर पर चढ़ गया और नयना की गांड पर अपना लंड सेट किया.
लंड को उसने धीरे धीरे नयना की गांड में डालना शुरू किया. गांड इतनी टाइट नहीं थी कि लंड को ज्यादा रोक पाए. नीरज समाझ गया कि ये काफी लम्बे समय से अपनी गांड में डलवा रही है तभी इतनी खुली है. इससे ज्यादा टाइट तो कल वाली रंडी की गांड थी. नीरज ने पूरा लंड गांड में डाल दिया. उसने नयना को कहा कि सलवार और ब्रा निकाल दे. नयना ने बस सलवार निकाला. ब्रा उसने पहनी नहीं थी.
“बहनचोद. ब्रा panty नहीं पहनती क्या तू?”
“गर्मी में गीले हो जाते हैं साब. बाहर आती हूँ तो पहनती हूँ” neeraj ki randibazi sex story
नीरज ने उसकी कमर पकड़ कर उसको चोदना शुरू किया. लंड को धीरे धीरे आगे पीछे कर रहा था. आगे झुककर उसकी चूचियां भी मसल रहा था. उसकी चूचियां बड़े बड़े खरबूज जैसी थी. इतनी कम उम्र इतना भरा बदन केवल unlimited चुदाई से ही मुमकिन था. नीरज कभी उसकी पीठ सहलाता, कभी चुचिआं दबाता, कभी चूत में उंगल करता कभी उसके मुंह में ऊँगली देकर बोलता चूस और साथ ही साथ उसकी गांड मारे जा रहा था. उसका flow बढता जा रहा था. पूरे कमरे में धच्छ फ़च्छ फ़च्छ फचात फच्हत की आवाज़ गूँज रही थी. नीरज अब लम्बे लम्बे और जोरदार झटके मारने लगा था. वो चुदाई के नशे में पूरी तरह डूबा हुआ था तभी उसके कमरे का दरवाज़ा खुला और उसका ड्राईवर अन्दर आया.
“साब वो आज छोटे साब के घर में…”
बोलकर वो रुक गया. वो अपनी ही धुन में अनादर आया था उसने न तो दरवाज़ा खटखटाया न ही आवाज़ लगायी. और नीरज ने भी कमरे की कुण्डी नहीं लगायी थी. लेकिन जैसे ही उसने देखा कि उसका साब पूरा नंगा है और घर की बाई के गांड में लंड डाले पड़ा है और A/C में भी दोनों पसीने से तर हैं. नीचे बाई लगभग पूरी नंगी कुतिया बनी हुई है और गांड ऊपर करके पड़ी है. तो वो घबरा गया.
“साब…साब…” वो तुतला उठा.
“भाग यहाँ से मादरचोद.” नीरज उसपर गरजा.
वो भाग गया.
“ये माँ का लोड़ा कार्तिक… इसकी माँ चोदता हूँ आज…” नीरज गुस्से में था और अपना गुस्सा नयना की गांड में झटकों का जोर बढ़ा कर निकाल रहा था. नयना चुदते चुदते बोली. neeraj ki randibazi sex story
“कोई बात नहीं ..ओह्ह्ह… साब. आप शायद ..आह्ह…जानते नहीं हो ये कार्तिक बहुत …उफ्फ्फ्फ़…हरामी है. घर की सारी बाइयों को …..ओह्ह मादरचोद… चोद चूका है. अभी हमारी …आह….चुदाई देखकर गया है ना, इसका खड़ा..आआअह्ह्ह्ह मर गयी… हो गया होगा. जाकर सीधे रसोईघर में रमा की चूत में डालेगा. वैसे तो बहुत…ओह्ह्ह… साधू बनता है… ताबेज, कमर में काला धागा सब बांधता है… लेकिन..ओह्ह्ह….सबको चोद चूका है. मुझे भी…आह…”
नीरज को इतना पता नहीं था. वो जानता तो था कि कार्तिक हरामी है. कई बार उसने कार्तिक को तान्या कि जांघें घूरते देखा था. तान्या भी ‘कार्तिक भैया’ से बहुत हंस हंस के बातें करती थी. शायद नीरज को जलाने के लिए. लेकिन नीरज की झांटें सुलग जाती थी उनकी ये सब हरकतें देखकर. लेकिन नीरज ने कभी ये नहीं सोचा था कि घर सभी काम वालियों को यहं तक कि 45 साल से ऊपर की रमा को भी कार्तिक चोद चुका होगा. वो स्कोहे जा रहा था और धक्के मारे जा रहा था.
“क्या साब. उस कार्तिक से दर गए क्या?” नयना ने उसको छेड़ा.
ये सुनकर नीरज का ध्यान वापिस नयना पर आया. उसने धक्कों की गति बढानी शुरू कर दी. कमर को दोनों हाथों से पकड़ कर हो धक्के मारे जा रहा था. उसका झड़ने वाला था जब उसने गांड से लंड निकाला और नयना को अपने लंड के सामें करके उसके चेहरे पर पूरा मुट्ठ डाल दिया. और थक कर लेट गया बिस्तर पर.
नयना को उसने बगल में लिटा लिटा.
कार्तिक ने एक चीज़ तो याद दिला दी थी, आज उसके छोटे साब, यानी नीरज के चाचा के घर में एक डिनर पार्टी थी. शाम को वहां जाना था. शाम होने में देर थी अभी. अभी नीरज झाडके पूरी तरह थका हुआ था. निढाल था. नयना को बगल में लिटा रखा था. उसकी कोमल चुचियों को हाथ से सहलाते हुए नीरज धीरे धीरे फिर से सो गया. neeraj ki randibazi sex story
उसने धक्कों की गति बढानी शुरू कर दी. कमर को दोनों हाथों से पकड़ कर हो धक्के मारे जा रहा था. उसका झड़ने वाला था जब उसने गांड से लंड निकाला और नयना को अपने लंड के सामें करके उसके चेहरे पर पूरा मुट्ठ डाल दिया. और थक कर लेट गया बिस्तर पर.
नयना को उसने बगल में लिटा लिटा.
कार्तिक ने एक चीज़ तो याद दिला दी थी, आज उसके छोटे साब, यानी नीरज के चाचा के घर में एक डिनर पार्टी थी. शाम को वहां जाना था. शाम होने में देर थी अभी. अभी नीरज झाडके पूरी तरह थका हुआ था. निढाल था. नयना को बगल में लिटा रखा था. उसकी कोमल चुचियों को हाथ से सहलाते हुए नीरज धीरे धीरे फिर से सो गया.
शान्ति निवास, जो कि नीरज के चाचा के बंगले का नाम था, आज मेहमानों ने भरा हुआ था. हालांकि नीरज के खुद के मम्मी पापा यहाँ नहीं थे लेकिन नीरज और उसके घर के सभी नौकर चाकर काम में पूरी तरह हाथ बटा रहा था. लेकिन पैसों के मामले में केवल घर के लड़के पर ही भरोसा किया जा सकता था .नीरज के चाचा को कोई लड़का नहीं था. केवल एक ही बेटी थी तान्या. इसलिए नीरज पैसे वाली ज़िम्मेदारी उठा रहा था.
पार्टीपूरे शबाब में थी. बंगले के सामने का गार्डन गेस्ट्स से पटा पड़ा था. शहर के सब बड़े बड़े लोग आये हुए थे. साथ में अपनी बीवियों को भी लाये थे. उनकी बेटियाँ भी थी साथ में. लौंडे सब दारु के काउंटर में भीड़ किये खड़े थे. बड़े लोग आपस में बिजनेस की बातें कर रहे थे. neeraj ki randibazi sex story
उनकी बीवियां, जिनको नीरज सामने आंटी बुलाता था फिर बाद में उनके नाम का हिलाता था, आपस में बात कर रही थी. और उनकी बेटियाँ भी झुण्ड बनाये एक जगह थी. सब एक से बढ़कर एक माल. ज्यादातर ने साड़ी पहनी हुई थी. एक दम गांड से चिपकी टाइट साड़ी. ब्लाउज ज्यादातर ने sleevelss और ओपन बैक वाली पहनी हुई थी जिससे उनकी भारी, मांसल, गोरी पीठ चमक रही थी. मेक उप बहुत किया हुआ था सभी ने.
उनके मोटी मोटी नंगी बाहों पर पसीना आ रहा था. सब बहुत जोर जोर से बातें कर रही थी जैसे जो जितना ऊंचा बोलेगी वो उतनी ज्यादा अमीर. कुछ आंटियां मॉडर्न बनने के चक्कर में स्कर्ट पहन कर भी आई थी .उनकी मोटी चूतड और जाँघों पर स्कर्ट और टॉप एक दम ऐसा लग रहा था जैसे कोई रंडी धंधा करने आई हो. बहुत ही अश्लील.
कुछ आंटियां काफी सौम्य लग रही थी, मसलन बनर्जी आंटी. स्लिम शरीर. हरे रंग की साडी जो उनके सुडोल गांड से चिपकी हुई थी. लम्बी चोटी जिसका सिरा उनके गांड के छेद के बीचों बीच तक जा रहा था. पतली लेकिन भरी बाज़ुएँ. जो स्लीवलेस ब्लाउज की वजह से नंगीं थी इस समय और ब्लाउज के पतले स्ट्रिप के पीछे से झांकती उनकी लाल ब्रा. वो बड़े ही शालीनता से बात करती थी. neeraj ki randibazi sex story
उनकी आवाज़ नरम तो थी लेकिन उसमे एक दबी हुई सत्ता भी थी. जितनी कमसिन वो लगती थी शायद उतनी वो थी नहीं. नीरज ने बनर्जी आंटी के नाम जितनी बार हिलाया था उतनी बार और किसी के नाम का नहीं हिलाया था. सिवाय शायद तान्या के. बनर्जी आंटी को लेकर उसकी कई fantasies थी.
कुछ में वो बनर्जी आंटी को अपनी रंडी बनता था और उनको कुतिया बना कर अपनी गांड चटवाता. कुछ में वो बनर्जी आंटी को dominatrix के रूप में देखता और उनका गुलाम बनकर उनकी सेवा करता. उन्हें खुश करता जब तक वो उसे झड़ने की इजाज़त ना दे दे. वो कल्पना करता बनर्जी आंटी अपनी हलकी भारी हलकी कमसिन आवाज़ में कह रही है “अब मेरी गांड के पिंक छेद में जीभ डाल”. उनकी गुदाज़ गांड की कल्पना से ही नीरज झड जाता.
खैर ये सब कल्पना की बातें थी. असलियत में नीरज झांट नहीं उखाड़ सकता था किसी का.
टेंट वालों को पैसे देने की बात आई तो नीरज को तिजोरी से पैसे निकालने के लिए बंगले के अन्दर आना पड़ा. उसकी चाची ने उसको चाबी दे रखी थी. नीरज पैसे लेने के लिए बंगले में enter किया और सीढियां चढ़ने लगा. ऊपर जाकर उसके चाची का कमरा सीढ़ियों से दायीं तरफ था, बायीं तरफ तान्या का कमरा था. अचानक नीरज का मन हुआ कि जाकर तान्या के कमरे में देखे कहीं उसकी कोई उतारी हुई चड्डी, ब्रा तो नहीं पड़ी है. अगर है तो मुट्ठ मार लिया जाएगा इस समय. तान्या के नाम पर उसका लंड हमेशा तैयार रहता था.
वो तान्या के कमरे की ओर बढ़ा तो देखा कि कमरे का दरवाज़ा आधा खुला हुआ है. उसने आगे बढ़ने की हिम्मत तो नहीं की लेकिन वहीँ से उसे जो दिखा उसे दिखाकर उसके होश उड़ गए. तान्या बिस्तर के किनारे हाथ टिकाकर झुककर खड़ी हुई थी. पूरी नंगी. उसके पीछे एक काला लंड उसकी चूत में घुस रहा था और निकल रहा था.
नीरज की हालत खराब हो गयी. तान्या को अपनी चूत मरवाते उसने कभी नहं देखा था न कभी देखने का सोचा था. हाँ कल्पना तो की थी लेकिन उसमे तान्या की चूत में जाता हुआ लंड उसी का होता था. थोड़ी और हिम्मत करके वो आगे झाँका. neeraj ki randibazi sex story
दरवाज़े पर एक पर्दा भी था जो लहरा रहा था इसलिए ठीक से तो नहीं दिखा लेकिन जो आदमी तान्या की चूत पेल रहा था उसके कमर पर एक काला धागा बंधा हुआ था. अचानक की नीरज को सब क्लियर होता चला गया. आज सुबह नयना की कही बात, कि कार्तिक कमर पर काल धागा बांधता था, कार्तिक एक साथ तान्या का हंस हंस कर बात करना, दोनों का एक दुसरे को देखकर मुस्कुराना… सब कुछ एक के बाद एक सेट होता गया.
मेरी चचेरी बहन, मेरे ख्वाबों की मलिका, इतनी कमसिन, इतनी शुद्ध, सुगढ़, गोरी, जवान ..मेरी तान्या एक ड्राईवर से मरवा रही है. इतने बन्दों के होते हुए भी. बन्दों की माँ कि चूत …मेरे होते हुए भी…. ये रंडी एक ड्राईवर से चुदवा रही है….
एक पल के लिए नीरज ने सोचा कि दरवाज़ा खोलकर अन्दर जाए और कार्तिक की गांड पे लात मरकर उसे निकाल दे और खुद तान्या की गीली चूत में लंड पेल दे. इस समय साली इतनी चुदासी है कि कुछ नहीं कर पाएगी. चुप चाप अपनी मरवाएगी. लेकिन बहनचोद मन ही इतना खराब हो गया था नीरज का कि उसने कुछ नहीं किया. वापिस मुड़ा और चाह्ची के कमरे से पैसों का बण्डल लेकर नीचे आ गया. neeraj ki randibazi sex story
चाची को पैसे दिए और कहा कि मेरी तबियत ठीक नहीं है मैं घर जा रहा हूँ. बोलकर निकल गया.
पार्किंग में गया तो कार्तिक वहां था नहीं. वो तो ऊपर तान्या की चूत चोद रहा था. नीरज गाडी लेकर निकल गया अपने पसंद के होटल में. राज को फ़ोन करके उसने वही रंडी भेजने की बात की जिस रंडी को तान्या बना कर उसने कल रात चोदा था. आज उसकी चूत फाड़ देने वाला था नीरज.
तान्या के कमरे में
तान्या झुकी हुई थी और पीछे से उसकी चूत मारी जा रही थी. उसके चूचे मसले जा रहे थे. उसकी कमर पर हलकी हलकी थपकियाँ पड़ रही थी. हालांकि तान्या ने कहा था कि जितना जोर है उतने जोर से चोद. उतनी जोर से थप्पड़ मार. लेकिन एक नौकर आखिर अपने मालकिन पर ज्यादा जोर कैसे लगा सकते हैं.
“चोद न मुझे… और दम लगा साली… माँ चुदी पड़ी है क्या तेरी… दम लगा मादरचोद..”
अपने कमर पर strap-on dildo बांधे नयना धक्के पर धक्के मारे जा रही थी. तान्या के साथ lesbo sex का ये पहला मौका नहीं था. लेकिन हमेशा की तरह तान्या मालकिन rough sex चाहती थी. नयना ने कमर को कसके पकड़ कर तेज़ तेज़ झटके मारने शुरू किये. तान्या नीचे से अपनी चूत और clit को जोर जोर से ऊँगली कर रही थी. वो सुख के चरम पर पहुंची और पानी छोड़ दिया.
वो बिस्तर पर लेट गयी. नयना अपना strap on उतार रही थी. तान्या ने बोला रख मत, अब मैं तेरी चूत मारकर दिखाउंगी की चुदाई क्या होती है. neeraj ki randibazi sex story
नयना ने शरारत भरी आँखें नचा कर कहा “उसके extra लगेंगे में साब”
तान्या की आँखों में एक चमक सी आ गयी…
——–समाप्त——–
अभी यहीं तक, आप लोगो का प्यार मिलेगा तो आगे की sex story भी पोस्ट होगी. यहाँ तक की maid sex story आपको कैसी लगी?
और भी hot sex stories के लिए आते रहिये My Hindi Sex Stories पर..
freestory.info@gmail.com
Partner sites : escort service in Hyderabad, escort service in Raipur and escort service in India
और भी मजेदार किस्से: