मेरी छोटी उम्र में ही शादी हो गयी थी, मेरे पति मुझसे बहुत बड़े और भारी थे. सुहागरात के ख्याल से डर लग रहा था. ऊपर से मेरे जीजाजी भी कम नहीं थे. मेरी ये sali aadhi gharwali sali sex story आपको जरूर खुश करेगी..
पहले में मेरे बारे में बता दू में अजमेर की रहने वाली शादीसुदा ३० साल की औरत हु मेरे १० साल का लड़का भी हे जो छटी क्लास में पढता हे हम ३ बहने हे में सबसे छोटी हु मेरी सबसे बड़े जीजाजी मुझ पर मरते थे मुझे पता नहीं था बाद में उन्हीने ही बताया था हमारी शादी को काफी साल हो गए थे जब भी जीजाजी अजमेर आते तो मुझसे हंसी मजाक करते थे में मासूम थी सोचती थी में छोटी हु इसलिए मेरा लाड रखते हे इसलिए वे कबी यहाँ वहा हाथ भी रख देते थे तो में ध्यान नहीं देती थी कभी वो मुझे अपनी बाँहों में उठा कर कर मुझे कहते थे
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अब तुम्हारा वजन बढ़ गया हे वेसे में बहुत दुबली पतली हु मेरा चेहरा और बदन करीना कपूर से मिलता जुलता हे मेरा बोलने चलने का अंदाज़ भी करीना जेसा हे इसलिए मुझे कोई करीना कहता हे तो मुझे ख़ुशी होती हे मेरे जीजाजी करीब ४६-४७ साल के हे ५.१० फुट उनकी लम्बाई हे अच्छी बॉडी हे बाल उनके कुछ उड़ गए हे पर फिर भी अच्छे लगते हे पर मेने कभी उनको उस नजर से नहीं देखा था मेने उनको सिर्फ दोस्त और बड़ा बुजुर्ग ही समझा था
मेरे पति थोड़े ठिगने हे करीब ५.४ फुट के में भी इतनी ही लम्बी हु मेरे पति चेनई में काम करते हे ६-७ सातवी पढ़े हुए हे जबकि में ऍम. ऐ. किये हु मेरी शादी बचपन में मेरी बहनों के साथ ही कर दी थी जब में शादी का मतलब ही नहीं जानती थी मेरी बड़ी बहिन ही बालिग थी बाकि हम दो बहनों के लिए तो शादी एक खेल ही था में सिर्फ ८ साल की थी जबकि मेरी बहिन १८ की थी बिच वाली बहिन १२ साल की !
उस वक्त हम दोनों बहनों की सिर्फ शादी हुई थी जबकि बड़ी बहन का गौना भी साथ ही हुआ था वो तो ससुराल आने जाने लग गई हम दोनों एक बार जाकर फिर स्कूल पढने जाने लगी हमें तब तक किसी बात का कोई पता नहीं था जीजा जी जीजी के साथ आते हम बहुत खुश होते हंसी मजाक करते मेरी माँ कभी कभी चिढती और कहती अब तुम बड़ी हो रही कोई बच्ची नहीं हो जो अपने जीजा जी से इतनी मजाक करो पर में ध्यान नहीं देती थी फिर मेने नवी क्लास पास कर ली तो मेरे ससुराल से समाचार आने लग गए की इसको ससुराल भेजो इसका गौना करो जबकि में उस वक्त १५ साल की थी ये ९५ की बात हे
मेरे जीजा जी की जुलाई ९५ में नोकरी लगी ही थी इसलिए वो नहीं आ सके और में मासूम नादान सी ससुराल चली गई उस वक्त मुझे साड़ी पहनना भी नहीं आता था हम राजस्थान में ओढ़नी और कुर्ती कांचली गागरा पहनते हे में भी ये कपडे पहन के चली गई जो मेरे दुबले पतले सरीर पर काफी ढीले ढाले थे मुझे सेक्स की कोई जानकारी नहीं थी हमारा परिवार ऐसा हे इसमें ऐसी बात ही नहीं करते हे न मेरी बड़ी बहन ने कुछ बताया ना ही मेरी माँ ने बाद में मुझे पता चला की मेरी सास ने जल्दी इसलिए की कि में पढ़ रही थी
उसका बेटा कम पढ़ा था वो सोच रही थी कि इसे जल्दी ससुराल बुला ले नहीं तो ये इसे छोड़ कर किसी दुसरे पढ़े लिखे के साथ चली जाएगी जबकि हमारे परिवार के संस्कार ऐसे नहीं थे मुझे तो कुछ पता भी नहीं था शादी के कई साल बाद मेने मेरे पति को देखा जब वो गौना लेने आया sali aadhi gharwali sali sex story
मुझे वो देख कर मुस्करा रहा था मेने भी चोर नजरों से उसे देखा मोटा सा काला सा ठिगना दिखा कुछ पेट बहार आया सा में अपनी सुन्दरता देख इठला उठी जब में मेरे घर में उसके सामने से निकलती कुछ घुंगट किये हुए टी खीसे निपोर देता मुझे ख़ुशी हुई कि में सुन्दर हु इसका मुझे अभिमान हो गया और में उसके साथ गाड़ी में अपनी ससुराल चल दी गाड़ी में उसके साथ उसके और परिवार वाले भी थे
हम शाम को गाँव में पहुँच गए !गाँव पहुँचने के बाद देखा मेरी ससुराल वालों का घर कच्चा ही था एक तरफ कच्चा कमरा एक तरफ कच्ची रसोई और बरामदा टिन का बाकि मैदान में भारी भरकम कपडे और गहने पहने हुई थी मेरे पति ५ भाइयों में सबसे छोटे थे जो अपने १ भाई भाभी और माँ के साथ रहते थे ससुर जी का पहले ही देहांत हो गया था ! वहा जाते ही मेरी सास और बड़ी ननद ने मेरा स्वागत किया मुझे खाना खिलाया घर मेहमानों से भरा था मेने पहली बार गुंगत निकल था में परेशान थी
मेरी ननद मुझे कमरे में ले गई जिसमे कच्चे आँगन पर ही बिस्तर बिछाये हुए थे और उसने मुझे कहा ” शीला ये भारी साड़ी जेवर आदि उतार ले हलके कपडे पहन ले अब हम सोयेंगे !” मेने अपने कपडे उतार कर माँ का दिया हुआ गागरा कुर्ती ओधनी पहन ली स्तन बहुत छोटे थे इसलिए चोली में पहनती नहीं थी गर्मी थी तो चड्डी भी नहीं पहनी और अपनी ननद के साथ सो गई थोड़ी देर में में नींद के आगोश में थी..
आने वाले खतरे से अनजान में सोई हुई थी अचानक आधी रात को असहनीय दर्द से मेरी नींद खुल गई और में चिल्ला पड़ी चिमनी की मंद रौशनी मेने देखा मेरी ननद गायब हे और मेरे पति मेरी छोटी सी चूत में जिसमे मेने कभी एक ऊँगली भी नहीं गुसाई थी
अपना मोटा और लम्बा लंड डाल रहे थे और सुपदासुपारा उन्होंने मेरी चूत में फंसा दिया था में गागरा मेरी कमर पर था बाकि कपडे पहने हुए थे और वो गाँव का गंवार जिसने न तो मुझे जगाया न मुझे सेक्स के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया नींद में मेरा गागरा उठाया थुक लगाया और लंड डालने के लिए जबरदस्त धक्का लगा दिया मेरी आँखों से आंसू आ रहे थे और में जिबह होते बकरे की तरह चिल्ला उठी sali aadhi gharwali sali sex story
मेरी चीख उस कमरे से बाहर घर में गूंज गई बाहर से मेरी सास की गरजती आवाज आई वो मेरे पति को डांट रही थी की छोटी हे इसे परेशान मत कर मान जा मेरे पति मेरी चीख के साथ ही कूद कर एक तरफ हो गए तब मुझे उनका मोटे केले जितना लंड दिखा मेने कभी बड़े आदमी लंड नहीं देखा था छोटे बच्चों की नुनिया ही देखि थी इसलिए मुझे वो डरावना लगा उन्होंने अन्दर से माँ को कहा अब कुछ नहीं करूँगा तू सोजा !
फिर उन्होंने मेरे आंसू पोंछे मेरी टांगे सुन्न हो रही थी में घबरा रही थी थोड़ी देर वो चुप सोये फिर मेरे पास सरक गए उन्होंने कहा मेने गाँव बहुत लड़कियों के साथ सेक्स किया वो तो नहीं चिल्लाती थी उन्हें क्या पता एक चालू लड़की में और अनजान मासूम सील्पैक लड़की में क्या अंतर होता हे !थोड़ी देर में उन्होंने फिर मेरा गागरा उठाना शुरू किया मेने अपने दुबले पतले हाथों से रोकना चाहा उन्होंने अपने मोटे हाथ मेरी दोनों कलाइयाँ पकड़ कर सर के उपर कर दी अपनी भारी टांगो से मेरी टांगे छोडी कर दी फिर से ढेर सारा थूंक अपने लिंग के सुपाडे पर लगाया कुछ मेरी चूत पर में कसमसा रही थी
उन्हें धक्का देने की कोशिश कर रही थी पर मेरी दुबली पतली काया उनके भेंसे जेसे शरीर के नीचे दबी थी मेने चिल्ला कर अपनी सास को आवज देनी चाही उसी वक्त उन्होंने मेरे हाथ छोड़ कर मेरा मुंह अपनी हथेली से दबा दिया में गूं गूं ही कर सकी मेरे हाथ काफी देर ऊपर रखने से दुःख रहे थे मेने हाथों से उन्हें धकेलने की नाकाम कोशिश की उनके बोझ से में दब रही थी मेरा वजन उस वक्त ३८-४० किलो था और वे ६५-७० किलो के !
अब उन्होंने आराम से टटोल के मेरी चूत का छेद खोजा जिसे उन्होंने कुछ छोड़ा कर दिया था अपने गीले लिंग का सुपाडा मेरी छोटी सी चूत के छेद पर टिकाया और हाथ के सहारे से अन्दर ठेलने लगे २-३ बार वो नीचे फिसल गया फिर थोडा सा मेरी चूत में अटक गया मुझे बहुत दर्द हो रहा था sali aadhi gharwali sali sex story
जेसे को लोहे की राड डाली जा रही हो जिस छेद को मेने आज तक अपनी अंगुली नहीं चुभाई थी उसमे वो भारी भरकम लंड डाल रहा था मेरे आंसुओं से उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था वो पूरी बेदर्दी दिखा रहा था और मुस्कुरा था की उसे सील बंद माल मिला जिसकी सील वो तोड़ रहा था !
मेरी दोनों टांगो को वो अपने पैर के अंगूठो से दबाये हुए था मेरे उपर वो अधर था उसका लिंग का सुपाडा मेरी चूत में फंसा हुआ था अब उसने एक हाथ को तो मेरे मुंह पर रहने दिया दुसरे हाथ से मेरे कंधे पकडे और जोर का धक्का लगाया लंड २ इंच और अन्दर सरक गया मेरी सांसे रुकने लगी मेरी आँखे फ़ैल गई फिर उसने थोडा लंड बाहर खिंचा में भी लंड के साथ उठ गई
उसने जोर से कंधे को दबाया और जोर से ठाप मारी में दर्द के समुन्दर में डूबती चली गई आधे से ज्यादा लंड मेरी संकरी चूत में फसा हुआ था मेरी चूत से खून आ रहा था पर उन्हें दया नहीं आई वो और में पसीने पसीने थे मुंह से हाथ उन्होंने उठाया नहीं था और फिर उन्होंने आखिरी शोट मारा और उनका पूरा लंड मेरी चूत में गुस चूका था उनका सुपाडा मेरी बच्चेदानी पर ठोकरे मार रहा था में बेहोश हो गई पर दर्द की वजह से वापिस होस आ गया में रो रही थी
सिसक रही थी मेरा चेहरा आंसुओं से तर था पर धनाधन धक्के लगा रहे थे मेरे चेहरे से हाथ हटा लिया था मेरे कंधे कभी कमर पकड कर बुरी तरह से चोद रहे १५-२० मिनिट तक उन्होंने धक्के लगाये मेरी चूत चरमरा उठी हड्डियाँ कदकदा उठी मुझे बिलकुल आनंद नहीं आया था और वे मेरी चूत में ढेर सारा वीर्य डालते हुए ढेर हो गए और भेंसे की तरह हांफने लगे में रो रही थी सिसकियाँ भर रही थी sali aadhi gharwali sali sex story
मेरी चूत से खून और वीर्य मेरी जांघों से नीचे बह रहा था थोड़ी देर में सुबह हो गई मेरे पति बाहर चले गए मेरी ननद आई उसने मेरी टांगे पूंछी मेरे कपडे सही किये मुझे खड़ा की में लड़खड़ा रही थी वो हाथों का सहारा लेकर पेशाब कराने ले गई मुझे तेज जलन हुई मेने रोते रोते कहा मुझे मेरे गाँव जाना हे उसने मेरी सास ने बहुत मनाया पर में रोती रही चाय नास्ता भी नहीं किया
आखिर उन्होंने अस.टी.ड़ी. से मेरे घर फ़ोन किया १-१.३० घंटे मुझे मेरे भाई और छोटे वाले जीजाजी लेने आ गए और में अपनी सूजी हुई चूत लेकर मेरे घर रवाना हो गई वापिस कभी न आने की सोच लेकर पर क्या ऐसा संभव हे तो ये अनुभव रहा मेरी सुहागरात का आपको केसा लगा ये १०० फीसदी सच हे फिर में दसवी बोर्ड की तय्यारी करने लगी स्कूल जाने लगी !
मेने १०वी की परीक्षा दी और गर्मियों की छुट्टियों में फिर ससुराल जाना पड़ा इस बार मेरे पति स्वाभाव कुछ बदला हुआ था वो इतने बेदर्दी से पेश नहीं आये शायद उन्हें ये पता चल गया की ये मेरी ही पत्नी रहेगी में इस बार ४-५ दिन ससुराल में रुकी थी पर वे जब भी चोदते मेरी हालत ख़राब हो जाती पहली चुदाई में ही चूत में सुजन आ गई बहुत ही ज्यादा दर्द होता
मुझे बिलकुल आनंद नहीं आता वो रात ७-८ बार मुझे चोदते पर उनकी चुदाई का टाइम ५-७ मिनट रहता रात भर सोने नहीं देते वो मुझे कहते मेने बहु सारी लड़कियों से सेक्स किया हे उन्हें मज़ा आता हे तुम्हे क्यों नहीं आता में मन ही मन में दर गई की कही मुझे कोई बीमारी तो नहीं हे कही में पूर्ण रूप से ओरत हु या नहीं हु अब में किस से पूछती में सारी सहेलिया तो कुंवारी थी फिर वापिस पीहर आ गई पढने लगी मेरा काम यही था
गर्मी की छुटियों में ससुराल जा कर चुदना और फिर वापिस आ कर पढना मेरे पति भी चेन्नई फेक्टरी में काम पर चले जाते छुट्टियों में आ जाते अब में कॉलेज में प्राइवेट पढने लग गई तब मुझे पता चला की मुझे आनंद क्यूँ नहीं आता हे मेरे पति मुझे सेक्स के लिए तैयार करते नहीं थे सीधे ही चोदने लग जाते थे और मुझे कुछ आनंद आने लगता जब तक वो ढेर हो जाते रात में सेक्स ५-७ बार करते पर वो ही बात रहती
फिर मेने उनको समझाया कुछ मेरा भी ख्याल करो मेरे स्तन दबाओ कुछ हाथ फिराओ अब तक मेने कभी उनके लंड को कभी हाथ भी नहीं लगाया था अब मेने भी उनके लंड को हाथ में पकड़ा तो वो फुफकार उठा उन्होंने मेरे स्तन दबाये पेट और झांघों पर चुम्बन दिए चूत के तो नजदीक भी नहीं गए मेने भी मेरी जिंदगी में कबी लंड के मुंह नहीं लगाया हे मुझे सोच के ही उबकाई आती हे अबकी बार उन्होंने चोदने का आसन बदला अब तो वो सीधे सीधे हे चोदते थे
इस बार उन्होंने मेरी टांगे अपने कंधे पर रखी और लंड गुसा दिया और हचक हचक कर चोदने लगे मेरी टांगे मेरे सर के उपर थी में बिलकुल दोहरी हो गई थी पर चमत्कार हो गया आज मुझे आनंद आ रहा था उनका सुपाडा सीधे मेरी बच्चेदानी पर ठोकर लगा रहा था मुझे लग रही थी पर आनंद बहुत आया इस बार जब उन्होंने अपने माल को मेरी चूत में भरा तो में संतुस्ठ थी फिर मेने अपनी टांगे ऊपर करके ही चुदाया मुझे मेरे आनंद का पता चल चूका था फिर मेरे गर्भ ठहर गया सितम्बर में मेरे बेटा हो गया.
मेरे पति अधिकांशतः दुसरे शहर में रहते थे, तो मैं अपने पीहर में. बहुत लोगो की मुझपे बूरी नज़र पड़ती और जीजाजी की नज़र तो बुरी थी ही. मेरी इन sali sex stories का अगला भाग-
बेटा होने के बाद कुछ विशेष नहीं हुआ ! में प्राइवेट पढ़ती रही , मेरे पति साल में एक बार आते जब में ससुराल चली जाती और मेरे पति महीने डेढ़ महीने तक रहते में उनके साथ रहती और जब वे वापिस चेन्नई जाते तो में अपने पीहर आ जाती इसका कारण था कई लोंगो की मेरे उपर पड़ती गन्दी नज़र ! sali aadhi gharwali sali sex story
मेरे गाँव में खेती थी उसे में दूसरों को बोने के लिए दे देती थी जब फसल आती तो वे मुझे मेरा हिस्सा देने के लिए बुलाते थे ज्यादातर में शाम को मेरे पीहर आ जाती थी एक बार मुझे रत को रुकना पड़ा में मेरे घर पर अकेली थी मेरे जेठों के घर आस पास ही थी मेरी जिठानी ने कहा तू अकेली केसे सोएगी डर जाएगी तू मेरे बेटे को अपने घर लेजा ! मेरा वोह जेठुता करीब १८-१९ साल का था
में तो २७-२८ की थी मेने सोचा बच्छा हे इसको साथ ले जाती हु ! खाना खाकर हम लेट गए बिस्टर नीचे की पास पास किये हुए थे थोड़ी देर बातें करने के बाद मुझे नींद आ गई ! आधी रत को अचानक मेरी नींद खुल गई मेरा जेठुता मेरे पास सरक आया था और एक हाथ से मेरा एक वक्ष भींच रहा था और दुसरे वक्ष को अपने मुह में ले रहा था हालाँकि ब्लाउज मेरे पहना हुआ था मेरे गुस्से का पार नहीं रहा में एक झटके में खड़ी हो गई लाइट जलाई और उसे झंजोड़ के उठा दिया !
मेरे गुस्से की वजह से मुंह से झाग निकल रहे थे वो आँखे मलता हुआ पूछने लगा :- “क्या हुआ काकी ?” मुझे और गुस्सा आया मेने कहा :-“अभी तू क्या कर रहा था ?” पठ्ठा बिलकुल मुकर गया और कहा में तो कुछ नहीं कर रहा था मेने उसको कहा अपने घर जा वो बोला इतनी रात को मेने कहा हा उसका घर सामने ही था वो तमक कर चला गया और में दरवाजा बंद कर के सो गई सुबह मेने अपनी जिठानी उसकी माँ को कहा तो वो हंस कर बात को तलने लगी कहा इसकी आदत हे
मेरे साथ सोता हे तो भी नींद में मेरे स्तन पीता हे मेने कहा अपने पिलाओ आइन्दा मेरे घर सोने की जरुरत नहीं हे मुझे उसके कुटी इरादों की कुछ जानकारी मिल गई थी उसकी माँ चालू थी गाव वालो ने उसे मुझे पटाने के लिए लालच दिया था इसलिए वो अपने बेटे के लिए मेरी टोह ले रही थी उसे पता था उसके देवर को गए १० महीने हो गए थे शायद ये पिघल जाये पर में बहुत मजबूत थी अपनी इज्जत के मामले में इससे पहले कईयों ने मुझ पर डोरे डाले थे मेरे घर के पास मंदिर था उसमे आने का बहाना लेकर मुझे ताकते रहते थे sali aadhi gharwali sali sex story
उनमे एक गाँव के धन्ना सेठ का लड़का भी था जिसने कही से मेरे मोबिल नंबर प्राप्त कर लिए और मुझे बार बार फोन करता पहले मिस कॉल करता फिर फोन लगा कर बोलता नहीं में इधर से गलियां निकलती रहती फिर एक दिन हिम्मत कर उसने अपना परिचय दे दिया और कहा में तुमको बहुत चाहता हु इसलिए बार बार मंदिर आता हु मेने कहा तुम्हारे बीबी बच्चे हे शर्म नहीं आती
फिर भी नहीं मन तो मेने उसको कहा शाम को मंदिर में आरती के समय लौड़ स्पीकर पर ये बात कह दो तो सोचूंगी तू उस समय तो हा कर दी फिर शाम को उसकी फट गई फिर उसने कहा की मुझे आपकी आवाज बहुत पसंद आप सिर्फ फोने पर बात कर लिया करे में कुछ गलत नहीं बोलूँगा मेने कहा ठीक हे जिस दिन गलत बोला बात चीत कट और मेरा मूड होगा या समय होगा तो बात करुँगी
ये सुनते ही वो मुझे धन्यवाद् देने लगा और रोने लगा और कहने लगा चलो मेरे लिए इतना ही बहुत हे कम से कम आपकी आवाज तो सुनने को मिलेगी में बोर होने लगी और फोन काट दिया उसके बाद वो दो चार दिनों के बाद फोन करता मेरा मूड होता तो बात करती वर्ना नहीं वो भी कोई गलत बात नहीं करता मेरी तारीफ करता इस से मुझे कोई परेशानी नहीं थी मेरे बी.ऐ. हो चूका था मेने गाँव में स्कूल ज्वाइन कर लिया पेरा टीचर बन गई वहा भी और टीचर मुझ पर ट्राई करते पर मेने किसी को घास नहीं डाली फिर मेरे पति वापिस चेन्नई चले गए तो मेने भी स्कूल छोड़ दी और पीहर आ गई !
इस बीच में कई बार में अपनी दीदी के गाँव गई वहा जीजा जी मुझसे मजाक करते रहते दीदी बड़ा ध्यान रखती मुझे कोई गलत लगता नहीं फिर एक बार जीजा जी मेरे पीहर में आये दीदी नहीं आई थी वे रत को कमरे में लेटे हे थे टीवी देख रहे थे मेरे पापा मम्मी दुसरे कमरे में सोने चले गए मेरी मम्मी ने आवाज आजा सोजा मेरा मनपसंद प्रोग्राम आ रहा था मेने कहा आप सोवो में आती हु में जहा जीजा जी चरोई पर सो रहे थे sali aadhi gharwali sali sex story
उसी चारपाई पर बेठ कर टीवी देखने लगी तोड़ी देर में जीजाजी बोले बेठे बेठे थक जाओगी सो कर देख लो मेने कहा नहीं फिर उन्होंने कहा मेने कहा मुझे देखने दोगे या नहीं नहीं तो में चली जाउंगी थोड़ी देर तो वो सोये रहे फी उन्होंने मेरे कंधे पकड़ कर मुझे अपने साथ सुलाने की कोशिश करने लगे मेने उनके हाथ झटके और खड़ी हो गई वो डर गए मेने टीवी बंद की और माँ के पास जाकर सो गई सुबह चाय देने गई तो वो नज़रे चुरा रहे थे मेने भी मजाक समझा और इस बात को भूल गई फिर जिंदगी पहले जेसी हो गई फिर में वापिस गाँव गई मेरे पति आये हुए थे
अब स्कूल में तो जगह खली नहीं थी पर में ऍम ऐ कर रही थी और गाँव में मेरे जितनी पढ़ी लिखी कोई और नहीं थी सरपच जी ने मुझे आँगन बाड़ी में लगा दिया साथ ही अस्पताल में आशा सहयोगिनी का काम भी दे दिया फिर एक बार तहसील मुख्यालय पर हमारे प्रक्शिष्ण में एक अधिकारी आये उन्होंने मुझे शाम को मंदिर में देखा था और मुझ पर फ़िदा हो गए मेने उनको नहीं देखा फिर उनका एक दिन फोन आया मेने पूछा कोन हो तुम उन्होंने कहा में उपखंड अधिकारी हु आपके प्रक्षिशन में आया था मेने कहा मेरा नंबर कहा से मिला उन्होंने कहा रजिस्टर में नाम और नंबर दोनों मिल गए मेने पूछा काम बोलो उन्होंने कहा ऐसे ही याद आ गई मेने सोचा केसा बेव्फूक हे
खेर फिर कभी कभी उनका फोन आता रहता फिर मेरा बी.एड. में नंबर आ गया और मेने वो नोकरी भी छोड़ दी फिर उनका तबादला भी हो गया कभी कभी फोन आता लेकिन कभी गलत बात उन्होंने नहीं की एक बार बी.एड. करते में कोलेज की तरफ से घुमने घना अभ्यारण गए तब उनका फोन आया मेने कहा भरतपुर घुमने आये हे तो वो बड़े खुश हुए उन्होंने कहा में अभी बरतपुर में ही एस डी एम् लगा हुआ हु में अभी तुमसे मिलने आ सकता हु क्या मेने मन कर दिया
मेरे साथ काफी लडकिया और टीचर थी में किसी को बातें बनाने का अवसर नहीं देना चाहती थी और वो मन मसोस कर रह गए !फिर कई साल बाद उनका फोन आया और उन्होंने कहा आप जयपुर आ जाओ में यहाँ उपनिदेसक लगा हुआ हु यहाँ एन जी ओ की तरफ से सविंदा पर लगा देता हु १०००० महिना हे मेने मन कर दिया वे बार बार कहते एक बार आकर देख लो तुम्हे कुछ नहीं करना हे sali aadhi gharwali sali sex story
कभी कभी ऑफिस में आना हे मेने कहा सोचूंगी फिर बार बार कहने पर मेने अपने फोटो स्टेट डिग्रिया डाक से भेज दी फिर उनका फोन आया आज कलेक्टर के पास इंटरव्यू हे नहीं गई उन्होंने कहा मेने तुम्हारी जगह एक टीचर को भेज दिया हे तुम्हारा नाम फ़ाइनल हो गया हे किसी को लेकर आ जाओ में मेरे पति को लेकर जयपुर गई उनके ऑफिस में वो बहुत खुस हुए
हमारे रहने का इंतजाम एक होटल में किया शाम का खाना हमारे साथ खाया मेरे पति ने कहा तुम ये नोकरी करलो दो दिन बाद हम वापिस आ गए साहब ने कहा अपने बिस्तर वगेरह ले आना तब तक में तुम्हारे लिए किराये का कमरे का इंतजाम कर लूँगा उस वक्त मेरे ३० साल का होने में २ महीने घट रहे थे पर साहब ने चला लिया उस नोकरी में ३० साल का होना जरुरी था ! फी १०- १५ दिनों के बाद मेरे पति चेन्नई चले गए और में अपने पापा के साथ जयपुर आ गई साहब से मिलकर में पापा ने भी नोकरी करने की सहमती दे दी में मेरे किराये के कमरे में रही जो की एक रिटायर आदमी का था कमरा घर के अन्दर था जिसमे वो उसके दो बेटे बहुए पोते पोतियों के साथ रहता था
मकान में ५ कमरे थे जिसमे १ मुझे दे दिया गया बुड्डा बिलकुल मेरे पापा की तरह मेरा ध्यान रखता था और में वहा नोकरी करने लगी कभी कभी ऑफिस जाना और कमरे पर आराम करना गाव जाना तो भले १५ दिन ही वापिस नहीं आना साहब ने कह दिया तनखाह बन्ने में समय लगेगा पेसे चाहो तो उस एन जी ओ से ले लेना मेरे दिए हुए हे मेने २-३ बार उस से ३-३ हजार रूपये लिए साहब सिर्फ फोन से ही बात करते मीटिंग में कभी सामने आते तो मेरी तरफ देखते ही नहीं फिर मेरा डर दूर हो गया की साहब कुछ गड़बड़ करेंगे वो बहुत डरपोक आदमी थे वो शायद सोचते में पहल करुँगी और में तो आप जानते ही हे !
फिर मेने कई बार जीजा जी से बात की उन्हें उलाहना दिया की में यहाँ नोकरी कर रही हु और आप ने आकर संभाला ही नहीं तो आज कल आज कल आने का कहते रहे मेने कहा घुमने ही आ जाओ दीदी को लेकर तो दीदी ने कहा बच्चे स्कूल जाते हे में तो नहीं आ सकती इनको भेज रही हु फी एक दिन उन्होंने कहा में आ रहा हु मेने उस होटल वाले को कमरा खली रखने का कह दिया जहा में और मेरे पति साहब के कहने पर रुके थे वो साहब का खाश था उन्होंने हमसे किराया भी नहीं लिया था और कहा आपके जीजा जी से भी कोई किराया नहीं लूँगा
मेने कहा ठीक हे क्यूंकि मेरा कमरा छोटा था मेने सोचा मेरे जीजाजी यहाँ आराम से रहेंगे में बस स्टैंड चली गई मेरे जीजा जी आये और हम मेरे कमरे की तरफ गए जो की नजदीक ही था रस्ते में मेने उनको होटल भी दिखाया और कहा रात को आप यहाँ आराम रह जाना अभी मेरा कमरा देख लो उन्होंने कुछ नहीं कहा थोड़ी देर में हम कमरे पर पहुँच गए नीचे ही दरी बिछा कर बिस्तर किये हुए थे sali aadhi gharwali sali sex story
दोपहर का समय था चाय पिलाई खाने का पूछा उन्होंने कहा अभी भूख नहीं हे शाम को खाऊंगा फिर मेने कहा थोड़ी देर रेस्ट कर लेटे हे हम बिस्तर पर आड़े लेट गए पैर हमारे दरी पर और सर बिस्तर पर उनके लिए एक मकान मालिक से तकिया से मंगवा लिया दरवाजा खुला हुआ था और मुझे नींद आ गई शाम को ५ बजे में जगी जीजाजी को चाय पिलाई वे स्नान करने चले गए फिर तैयार हो गए में भी कपडे चेंज करने बाथ रूम में जाती उनके सामने केसे बदलती फिर हम घुमने निकल गए अब में थक गई हु
हम घुमने के लिए निकले मेने कहा साहब के पहचान वाले के होटल चलते हे घुमने के लिए बाइक ले लेते हे उसको साहब का कहा हुआ था उसके लिए तो में ही साहब थी वो मेरे रिश्तेदार आये तो भी उसको सेवा करनी ही थी होटल में ठहराने से लेकर खाना खिलाने की भी!उसने मुझे पहले ही कहा था
आपके जीजा जी आये तो में उनके लिए ऐ.सी. रूम खली रख दूंगा उसकर होटल २-३ ऐ सी रूम थे हम होटल गए तो वो कही बाहर गया हुआ था !मेने सोचा अब क्या करे मेने उसको फोन कर कहा मुझे आपकी बाइक चाहिए उसने कहा वो शहर से दूर हे १ घंटे में आ जायेगा आप बही रुके नोकर से कह कर चाय नास्ता करे मुझे इतना रुकना नहीं था में जीजा जी को लेकर रवां हो गई
तभी उस होटल वाले का जीजा अपनी बाइक लेकर आया वो भी मुझे जानता था उसने पूछा क्या हुआ मैडम जी वहा सब मुझे ऐसे ही बुलाते हे मेने उसे बाइक का कहा उसने कहा आप मेरी लेजाओ!मेने जीजा जी से पूछा आपको चलानी आती हे या नहीं कही मुझे गिरा मत देना तो जीजा जी ने कहा और किसी को तो नहीं गिराया पर तुम्हे जरुर गिराऊंगा !
में डरते डरते पीछे बेठी जीजाजी ने गाड़ी चलाई की आगे बकरियां आ गई जीजाजी ने ब्रेक लगा दिए बकरियों के जाने के बाद फिर गाड़ी चलाई में संतुस्ट हो गई की जीजाजी अच्छे ड्राइवर हे!अब वो शहर में इधर उधर गाड़ी घुमा रहे थे कई बार उन्होंने ब्रेक लगाये और में उनसे टकरा गई उन्होंने हंस के कहा ब्रेक लगाने में मुझे चलाने से ज्यादा आनंद आ रहा हे मुझे हंसी आ गई sali aadhi gharwali sali sex story
थोड़ी दे घुमने के बाद हम वापिस होटल गए उसे बाइक दी और पैदल ही गुमने निकल गए मेने जीजाजी को कहा अब खाना खाने होटल चले उन्होंने का नहीं कमरे पर चलते हे आज तो तुम बना कर खाना खिलाओ मेने कहा ठीक हे हम वापिस कमरे पर आ गए मेरा पैदल चलने से थोडा पेट दुःख रहा था !
मेने वापिस आ कर खाना बनाया थोड़ी गर्मी हमने खाना खा रहे थे की मेरी माँ का फोन आगया उसे पता था जीजाजी वहा आये हुए हे उन्होंने जीजाजी को पूछा आप क्या कर रहे हो तो उन्होंने कहा कहा की कमरे पर खाना खा रहा हु अब होटल जाऊंगा फिर माँ ने कहा ठीक हे पर जीजा जी ने कहा में होटल नहीं जाऊंगा मेने कहा कोई बात नहीं यही सोजना में कई बार उनके साथ सोई थी हालाँकि हमारे साथ जीजी या और कोई था आज अकेले थे पर मुझे कोई डर नहीं था हम खाना खाने के बाद छत पर चले गए कमरे में मच्छर हो गए थे
इसलिए पंखा चला दिया और लाईट बंद कर दी और हम छत पर आ गए मेने उन्हें कहा यहाँ छत पर सो जाते हे उन्होंने कहा नहीं यहाँ ज्यादा मच्छर काटेंगे मेने कहा ठीक हे कमरे में ही सोयेंगे फिर मेरे पेट में दर्द हुआ जीजा जी ने पूछा क्या हुआ मेने कहा पता नहीं क्यों आज पेट दुःख रहा हे जीजाजी ने पूछा कही पीरियड तो नहीं आने वाले हे में शर्मा गई मेने कहा नहीं उन्होंने कहा में दर्द की गोली लेलु वो मुझे १ दर्द की गोली देने लगे मेने ना कर दिया वो झल्ला कर बोले नींद की गोली नहीं हे दर्द की हे फिर मेने लेली!
फिर हम लेट गए दोपहर की तरह आड़े और दूर दूर हमारे पैर दरी पर और सर बिस्तर पर था और हम बाते करने लगे जीजा जी ने लुंगी लगा राखी थी कमरे का गेट खुला था मेने मक्सी पहन राखी थीमें लेटी लेटी बातें कर रही थी और जीजा जी हा हु में जबाब दे रहे थे मेरी बात करते हाथ हिलाने की आदत हे मेरे हाथ कई बार उनके हाथ के लगे उन्होंने अपने हाथ पीछे कर लिए और कहा अब सो जाओ नींद आ रही हे १०.३०–११ बज गए थे जीजाजी को नींद आ गई थी में भी सो गई और मुझे भी नींद आ गई ! कोई रात के २–२.३० बजे थे की अचानक मेरी नींद खुली मुझे लगा की मेरे जीजा जी मेरी चूत पर अंगुली फेर रहे हे..
जब मैं नींद से उठी तो देखा जीजाजी मेरी चूत को सहला रहे थे, मैं काँप गयी कि अब क्या होगा? जीजाजी की हिम्मत तो बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी. पर मेरी चूत मेरे साथ नहीं थी. मेरी sali sexy story का आखिरी भाग-
हम बाते करने लगे जीजा जी ने लुंगी लगा राखी थी कमरे का गेट खुला था मेने मक्सी पहन राखी थीमें लेटी लेटी बातें कर रही थी और जीजा जी हा हु में जबाब दे रहे थे मेरी बात करते हाथ हिलाने की आदत हे मेरे हाथ कई बार उनके हाथ के लगे उन्होंने अपने हाथ पीछे कर लिए और कहा अब सो जाओ नींद आ रही हे १०.३०–११ बज गए थे जीजाजी को नींद आ गई थी में भी सो गई और मुझे भी नींद आ गई ! कोई रात के २–२.३० बजे थे की अचानक मेरी नींद खुली मुझे लगा की मेरे जीजा जी मेरी चूत पर अंगुली फेर रहे हे..
मेरी मेक्सी और पेटी कोट झांघो पर था थोडा तिरछा इसलिए जीजा जी की अंगुली मेरी चूत के सने को रगड़ रही थी मेरी कच्छी पहनी हुई थी मेरा दिमाग भन्ना गया में सोच नहीं परही थी में क्या करू !मेरे मन में भय,गुस्सा,शर्म आदि सारे विचार आ रहे थे मेने अपनी चूत पर से उनका हाथ झटक दिया और थोड़ी दूर हो गए पर आगे दीवार आ गई वो भी मेरे पीछे सरक गए और मुझे बांहों में पकड़ लिया वो धीमे धीमे कह रहे थे sali aadhi gharwali sali sex story
मुझे नींद नहीं आ रही हे प्लीज और मेरे चेहरे पर चुम्बनों की बोछार कर दी में धीमी धीमी आवज में रो रही थी उन्हें छोड़ने का कह रही थी पर वो नहीं मान रहे थे मेने पलटी मार कर उधर मुंह कर लिया उनकी बांहे मेरे शरीर पर ढीली थी पर उन्हीने छोड़ा नहीं था उन्होंने अपनी एक टांग मेरे टांगो पर रख दी मेरे कांख के नीचे से हाथ निकाल कर मेरे स्तन दबा रहे थे कभी नीचे वाला और कभी ऊपर वाला !मेरी गर्दन पर भी चुम्बन कर रहे थे और फुसफुसा रहे थे मुझे कुछ नहीं करना हे सिर्फ तुम्हे आनंद देना हे में मना कर रही थी की मुझे छोड़ दो पर वो कुछ भी नहीं सुन रहे थे जोर से बोल नहीं सकती कही मकान मालिक नहीं सुन ले मेरी बदनामी हो जाती की पहले तो कमरे में सुलाया जयपुर बुलाया अब क्या हुआ ?
में कसमसा रही थी आज मुझे पता चला की जीजाजी में कितनी ताकत हे मुझे छुड़ाने ही नहीं दिया ऐसे १० मिनिट बीत गए मेरा विरोध कमजोर पड़ने लगा में थक सी गई थी उन्होंने जेसे अजगर मुर्गे को दबोचता वेसे मुझे अपनी कुंडली में कस रहे थे धीरे धीरे उन्हें कोई जल्दी नहीं थी !वो बराबर मुझे समझा रहे थे की चुपचाप रहो मजा लो तुम्हारे पति को गए साल भर हो गया क्यों तड़फ रही हो में सिर्फ तुम्हे आनंद दूंगा मुझे कोई जरुरी नहीं हे और आज अब में तुम्हे छोड़ने वाला नहीं हु में कुछ नहीं सुन रही थी
में तो रो रही थी कसमसा रही थी और छोड़ने के लिए कह रही थी वो थोडा मोका दे देते तो में कमरे के बाहर भाग जाती पर उन्होंने मुझे झाकड़ रखा था फिर उन्होंने स्तन दबाना बंद कर हाथ नीचे लाये और मेरी कच्छी नीचे करने लगे में तड़फ कर उनके सामने हो गई मेरी आधी कच्छी नीचे हो गई पर मेने उनका हाथ पकड़ लिया और उपर कर दिया वो मेरे पेट को सहलाने लगे फिर दुसरे हाथ से मेरे हाथ को पकड़ लिया और पहले वाले हाथ से फिर कच्छी नीचे करने लगे साथ साथ मुझे सहयोग करने का भी कह रहे थे मेने नहीं मन और मेने उनके सामने सोते सोते अपनी टांगे दूर दूर करने के लिए एक टांग पीछे की पर एक टांग मुझे उनकी टांगो के उपर रखनी पड़ी !
उन्होंने अपना हाथ मेरी गंद की तरफ लाये जहा कच्छी आधी खुली थी और खिंच रही थी उनकी अंगुलियों को गंद के पीछे से चड्डी में गुसने की जगह मिल गई उन्होंने पीछे से चड्डी में हाथ दल कर मेरी चूत सहलाने लगे जिसे अब वो डाइरेक्ट टच कर रहे थे वे मेरी चूत उभरे हुए चने को रगड़ रहे थे में फिर कसमसा रही थी पर उन्होंने मुझ पर पूरी तरह काबू प् लिया था एकदम झकड़ा हुआ था अब तो में हिल भी नहीं प् रही थी उन्होंने ५ मिनट तक मेरी चूर के दाने को पीछे से रगडा मेरी छोटी सी चूत में पीछे से अंगुली डालने की असफल कोसिस भी कर रहे थे !
में कुछ भी करने की इस्थिति में नहीं थी मेरी सारी मिन्नतें बेकार जा रही थी इतनी मेहनत से हम दोनों को पसीने आ रहे थे पर पता नहीं आज जीजाजी का क्या मूड था में उन्हें यहाँ आने का कह के और होटल में नहीं जाने का कह के पछता रही थी अगर मेरे बस में काल के चक्र को पीछे करने की शक्ति होती तो में पीछे कर उन्हें यहाँ नहीं सुलाती !खैर अब क्या होना था मेने जो इज्जत ३० साल में संभाल के रखी थी sali aadhi gharwali sali sex story
आज जा रही थी और में कुछ भी नहीं कर पा रही थी मेने अपने सारे देवताओ को याद कर लिया की जीजाजी का दिमाग चेंज हो जाये और वो अब ही मुझे छोड़ दे पर लगता हे देवता भी उनके साथ थे फिर अचानक वो थोड़े ऊँचे हुए एक हाथ से मुझे दबा कर रखा और दुसरे हाथ से मेरी चड्डी पिंडलियों तक उतार दी और एक झटके में मेरी एक टांग से बाहर निकाल दी अब चड्डी मेरे एक पांव में थी और मेरी चूत पर कोई पर्दा नहीं था
वो मेरी दोनों टांगो को सीधा कर अपने भारी पांव से दब लिया फिर वे एक झटके से उठे और नीचे हुए उनका लम्बा हाथ मुझे सीधा सुला रह था जबरदस्ती मेरी टांगे चोडी की एक इस तरफ और दूसरी उस तरफ में छटपटा रा ही थी की अचानक उन्होंने अपना मुंह मेरी चूत पर लगा दिया बस मुंह लगाने की देर थी की में फ्रीज हो गई हिलना डुलना बंद आज तक किसी ने मेरी चूत नहीं चाटी थी पिछले एक साल से में चुदी नहीं थी
पिछले आधे घंटे से में मसली जा रही थी पर मेरी चूत के मुह लगते ही में क्लीन बोल्ड हो गई सब सही गलत भूल गई मेरे शरीर में आनद का श्रोत उमड़ पड़ा मुझे बहुत आनद आने लगा जीजा जी जोर जोर से मेरी चूत चूस रहे थे चाट रहे थे हलके हलके कट रहे थे म्रेरे चने को दांतों और जीभ से चिभाल रहे थे मेरी पूरी चूत की फंको को मुंह में भर रहे थे अपनी जीभ लम्बी और नोकीली बना कर जहा तक जाये वहा तक मेरी चूत में डाल रहे थे मेरे चुचक कड़े हो गए थे मुह से सेक्सी आहे निकाल रही थी में उनके सर पर हाथ फेर रही थी उनके आधे उड़े हुए बालो को भिखेर रही थी !
उन्हें मेरी आन्हे और उनके बालो में हाथ फेरने से पता चल गया की अब मुझे भी मजा आ रहा हे उन्होंने मेरे कमर के पास अपने दोनों हाथ लम्बे कर के मेरे दोनों स्तन पकड़ लिए और मसलने लगे मुझे और ज्यादा मजा आने लगा मेने उनके मुह को इतनी जोर से आपनी झांगो में भींचा की उनकी साँस रुकने लगी और उन्होंने ने मेरे स्तन जोर से भींचे और मेरी चूत में काटा की मेने झंगे ढीली कर दी वो जेसे मेरी चूत चाटने ही आये ऐसे वो बुरी तरह से चूस रहे थे
उनकी लार बह कर नीचे बिस्तर तक पहुँच रही थी मेने जितनी टांगे उपर उठा सकती थी उठाली और जोर जोर से सिसक रही थी उन्हें जोर से चाटने का कह रही थी कोई १५ मिनट हो गए उन्हें कहते की मेरा पानी उबल पड़ा उन्होंने मुह नहीं उठाया और ज्यादा चाटा मेरे में पूरा पानी निकाल गया में ठंडी पद गई मुझे जिन्दगी का पहला आनद आ गया sali aadhi gharwali sali sex story
वो अब भी चाट रहे थे मुझे उन पर दया आ गई मेने उन्हें मेरे उपर खींचना चाहा पर वो बोले मुझे सिर्फ तुम्हे आनद लिराना था मेरे कोई जरुरत नहीं हे पर मेने कहा नहीं आप आओ मेरे उपर आपने मुझे इतना आनंद दिया अब में भी आपको आनंद देना चाहती हु अब में मुस्कुरा रही थी हंस रही थी जो जीजा थोड़ी देर पहले मेरी नफरत का केंद्र था अब मुझे सारी दुनिया से प्यारा लग रहा था !तब जीजाजी ने कहा पहले बाथरूम कर आओ मेने कहा मुझे जाने की जरुरत नहीं हे आप मुझे करलो
अभी मेरे मुह से चोद लो नहीं निकाल रहा था उन्होंने कहा में का के आता हु फिर तुम जाना में इतनी देर में कंडोम निकाल लूँगा मेने कहा ठीक हे वो गए फिर में गई वापिस आई जब क्या हुआ फिर बतौंगी अब थक गई हु.पहले जीजा जी बाथरूम जा के आये !अब तक मेरे कमरे का दरवाजा खुला ही था फिर में बाथरूम गई मेने देखा मेरे मकान मालिक के और उनके बेटो के कमरों में कूलर चल रहे थे और उनके कमरे में नाईट बल्ब की रौशनी में देखा सब घोड़े बेच कर सो रहे थे! में वापिस निश्चिंत हो कर अपने कमरे में वापिस आई !
कमरे में आने के बाद अब मेने दरवाजा उढ़का दिया ! जीजाजी एक तरफ सो रहे थे में सीधा उनके सीने पर जा कर लेट गई फिर उन्होंने मुझे अपनी बांहों में पकड़ लिया और मेरे चुम्बन देने लगे साथ ही साथ उनका हाथ मेरे पीठ पर भी फिर रहा था !उन्होंने धीरे से मुझे नीचे लिटा दिया मेने उनको अपने उपर जोर से पकड लिया !
वो नीचे होना चाहते थे और मुझे शर्म आ रही थी इसलिए में उन्हें मेरे मुह के पास पकड़ी हुई थी!वो मेरे गालो पर चुम्बन देते थोडा थोडा मेरे होटो को भी चूस रहे थे ! मुझे हॉट चुस्वाना कभी अच्छा नहीं लगता था क्योंकि मेरी साँस नहीं आती थी लेकिन जीजा जी थोडा सा चूसकर बार बार छोड़ देते थे इससे मुझे साँस लेने का अवसर भी मिल जाता था !इस बीच वो नीचे सरक गए और मेरी मेक्सी पेटीकोट समेत उपर करने लगे में भी उनकी सहायता मेरी गांड उठा कर कर रही थी!
वो फिर मेरी धोई हुई चूत को सूंघ रहे थे और में फिर से उत्तेजित हो रही थी उनके चूत चाटने के ख्याल से!पहले उन्होंने धीरे से अपनी जीभ मेरी पूरी चूत पर फेरना शुरू किया मेने शर्म से अपनी मेक्सी को अपने मुह पर ओढ़ लिया !अब मेक्सी और पेटीकोट कमर से लेकर मेरे मुह पर ढका हुआ था और मेरी जमा पूंजी खुली पड़ी थी जिसे आज लूटना था और मेरा लुटाने का इरादा था !
अब वो अपनी जीभ मेरे चने पर फिर रहे थे कभी हल्का दांतों से काट रहे थे कभी जीभ को जितना अन्दर ले जा सकते ले जा रहे थे मेने अपनी ३० साल की जिन्दगी में जो आनंद नहीं पाया वो आज पा रही थी करीब १० मिनट तक वो चाटते रहे में उनके कट्रोल पर हेरान थी की करीब उन्हें फॉर प्ले करते एक घंटा हो गया पर वो छोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे थे मेने आनंद में अपनी टंगे पूरी ऊँची कर अपनी चूत को उभार दिया था वो हाथो से कपड़ो के उपर से ही मेरे स्तन दबा रहे थे !
जीजा जी की लुंगी तो पहले ही हट चुकी थी अब कपड़ो की सरसराहट सुन कर में समझ गई कि वो अपना अंडरवियर उतार रहे हे !आने वले वक़्त कि कल्पना से ही मेरे कलेजा धड़क रहा था मेरी जिन्दगी का एक महत्वपूर्ण मोड़ आ रहा था आज पहली बार मेरे पति के अलावा कोई दूसरा मेरी सवारी करने कि तैय्यारी में था! में दम साधे आने वाले पलो का इन्तजार कर रही थी !मेरी दोनों टांगे पूरी तरह से उपर थी जो मेरे सर से भी पीछे जा रही थी
दुबला पतला होने का यही तो फायदा हे अब वे घुटनों के बल बेठ गए थे और अपने मुह से ढेर सारा थूक अपने लंड पर लगा रहे थे थोडा मेरी पहले से गीली चूत पर भी लगाया और अपने लंड को मेरी छोटी सी चूत के छेद पर अदा दिया ! मुझे अपनी चूत पर उनके सुपारे का कडापन महशुस हो रहा था में सिहर गई उन्होंने हलके से अपनर लंड को मेरी चूत में ठेला मेरी चूत ने उनके सुपारे पर कस कर उनका स्वागत किया! sali aadhi gharwali sali sex story
अब उन्हें पता चल गया कि ये किला इतनी आसानी से फ़तेह होने वाला नहीं हे !मेरी चूत में संकुचन हो रहा था आनंद कि अधिकता से में अपनी चूत को और ऊँचा कर रही थी अब तक सिर्फ उनका सुपारा ही अन्दर गया था !साँस भर कर फिर उन्होंने धक्का दिया थोडा और अन्दर गुसा मेरी आनंद के मारे हलकी सी किलकारी मुह से निकली तो उन्हें जोश आया और थोडा पीछे खींच कर फिर दांत भींच कर जोर से धक्का मारा अब उनका आधे से ज्यादा लंड मेरी चूत में गुस चूका था वो अपने माथे का पसीना पोंछ रहे थे और मेरे कान में बोले “तेरी चूत इतनी टाईट केसे हे लगता ही नहीं कि तुम १० साल के बेटे कि माँ हो?”
मेने जबाब उनका कान काट कर दिया !मेरे कान काटने से उन्हें फिर जोश आया और धचाक से अपना पूरा लंड मेरी चूत में गुसा दिया अब उनकी गोलिया मेरी गांड के टकरा रही थी!
अब उन्होंने अपने हाथ मेरी गांड के नीचे डाल कर मेरे बट्स टाईट पकड़ लिए और धक्के लगाने लगे !मेरी चूत कि फांके बुरी तरह से उनके लंड से कसी हुई थी इसलिए वो जब ऊपर होते तो मेरी चूत भी उठ जाती इसलिए वो ज्यादा ऊँचा होकर धक्के नहीं लगा पा रहे थे! फिर थोड़ी देर में मेरी चूत गीली होने लगी और इतनी देर में उनका लंड भी चूत में सेट हो गया था !आज मेरी चूत में करीब १० महीने के बाद लंड गुस रहा था दोस्तों में सच कहती हु मेने कभी अपनी चूत में अंगुली भी नहीं कि थी ! sali aadhi gharwali sali sex story
अब उनका लंड आसानी से मेरी चूत में आ जा रहा था पर जब में मजे में अपनी चूत भींच देती तो उनकी रफ़्तार धीरे हो जाती फिर धक्के देने में जोर आता पर वो हचक हचक कर छोड़ रहे थे!उनके मुह से लगातार मेरी तारीफ निकल रही थी कि उन्होंने इतनी शानदार चूत नहीं देखि ,आज जितना मजा कभी नहीं आया हे,आज मेरे जिन्दगी का मकसद पूरा हो गया ,यूं मेरी सेक्स कि देवी हो ,यूं जो चाहे मुझसे लेलो आदि आदि!
और में उन बातो से मस्त होकर चुदवा रही थी !करीब १० मिनिट ऐसे छोड़ने के बाद उन्होंने मेरी टांगे सीढ़ी कर दी और मुझे रगड़ने लगे ३-४ मिनिट के बाद उन्होंने फिर से टांगे ऊँची कर दी इस बार मेने अपनी टांगे उनकी कमर में कास दी पर ४-५ धक्को से ही वो थकने लगे तो मेने फिर से ऊँची कर ली अब उनका लंड सीधा मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा था!और मुझे दर्द के साथ आनंद भी आ रहा था और में झड़ने लगी मेरे मुह से गु गु कि आवाजे आ रही थी और करीब एक मिनिट तक मेरा शरीर ऐंठता रहा उन्हें पता चल गया था इसलिए वो जोर जोर से चोद रहें थे ! फिर में अचानक ढीली पद गई और उन्होंने लंड बाहर निकल लिया
मेने कहा आपके आ गया क्या उन्होंने कहा नहीं अभी कहा आएगा मुझे बड़ा अचरज हुआ उन्होंने कहा पहले तुम्हे वापिस गरम करता हु उन्होंने थोड़े चुम्बन दिए स्तन दबाये उन्होंने मेरी चोली खोलने की कोशिश क़ी मेने मना कर दिया और कहा ऊपर से दबा दो यहाँ पराये घर में हे फिर उन्होंने कुछ नहीं कहा और ऊपर से ही दबाने लगे एक हाथ से मेरे चूत के चने को हलके हलके छेड़ रहें थे sali aadhi gharwali sali sex story
उसे गोल गोल घुमा रहें थे मुझे आज पता चला की कोई आदमी इतनी काम कला में निपुण भी हो सकता हे क्या!आज तक मेरे पति ने ऐसा मुझे तैयार नहीं किया था मुझे मेरे जीजा जी बहुत प्यारे लग रहें थे की उन्हें मेरे आनंद की कितनी चिंता हे और उनमे रुकने का कितना स्टेमिना हे !उनके थोड़ी देर के प्रयास से में फिर से गरम हो गई थी में अब तक ३ बार झड चुकी थी जो मेरी जिन्दगी पहला चांस था एक रात में!
मेरे पति के साथ तो कभी कभी ही चरम सुख मिलता था ! अब में जीजाजी को अपने ऊपर खींचने की कोशिश करने लगी वे समझ गए उन्होंने मेरी सुखी चूत को थूक से गिला किया और अपना लंड मेरी चूत में सरका दिया एक ही झटके में में थोडा उछली फिर शांत हो गई
मेरी टांगे मेरे शिर के ऊपर थी मेरे जीजाजी मेरी टांगो नीचे से हाथ डाल कर मुझे दोहरी कर अपने हाथ मेरे स्तन तक ले आये और धक्के के साथ स्तन भी दबा रहें थे मेरे आनंद की कोई सीमा नहीं थी करीब १० मिनिट की चुदाई के बाद में फिर झड़ने के करीब थी अब लगातार चुदाई से मेरी चूत में जलन भी होने लगी थी चूत कुछ सूज भी गई थी मेने जीजा जी को कहा आपके कोई बीमारी हे क्या आधे घंटे से चोद रहें हो और आपके एक बार भी पानी नहीं निकला ?
ये सुनकर हँसे और कहा की उनका दिमाग पर कंट्रोल हे वो चाहे तो ५-७ मिनिट में पानी निकल सकते हे और चाहे तो ३०-४० मिनिट भी चोद सकते हे ! sali aadhi gharwali sali sex story
मुझे बड़ा अचम्भा हुआ फिर मेने कहा में थक गई हु ऐसा लगता हे की मुझे ३-४ जानो ने मिलकर चोदा हे अब आप अपना पानी निकल लो उन्होंने कहा ठीक हे तुम २ मिनिट तक कड़ी रहो फिर उन्होंने तूफानी रफ़्तार से धक्के मारने शुरू किये में दांत भींच कर सहन कर रही थी राम राम करते !फिर उनका पानी छूटा उन्होंने मुझे इतनी झोर से भींचा की मेरी हड्डीया बोल उठी
आज मुझे पता चला की मेरे जीजाजी में रीछ जेसी ताकत थी मन ही मन में उनके प्रति प्रंशसा का भाव जगा वो बाथरूम करने चले गए में उठी तो मुझे लगा मेरी चूत सुन्न हो गई हे टटोल के देखा तो पता चल की हे तो सही! फिर उनके आने के बाद में बाथरूम करने गई और वहा बेठ के मुता तो मेरी चूत जल उठी मुझे पता चल गया की आज मेरी चूत का बजा बज गया हे..
——–समाप्त——–
उस रात को तो मैं जीजाजी की आधी घरवाली बन गयी थी. जीजाजी जब चाहते मेरी बजा के चले जाते. मुझे भी खूब मज़े आते. मेरी sali sexy story यहीं ख़त्म करती हूँ..
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