यूँ मैं बस उस क्लब में काम करता था पर वहां आने वाली भाभियों की जब नियत ख़राब होगी तो किसपे होगी? मैं ही तो काम आऊंगा.. एक जबरदस्त paradise club sex story पढ़िए..
गुडगाँव का पैराडाइस क्लब. इस क्लब की मेम्बर्स केवल सेना के अफसरों की बीवियां ही है. मैं इस क्लब में बार काउंटर संभालता हूँ और साथ ही इस क्लब की कार का ड्राईवर भी हूँ. मेरा काम बार पर सभी महिलाओं को ड्रिंक्स सर्व करना और जो भी कहे उसे उसके घर तक छोड़ना है. मैं अभी तक कुंवारा ही हूँ.
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मेरी किस्मत है कि सेना के अफसरों की इन खुबसूरत बीवियों को बहुत करीब से देखने का मौका मिलता रहता है. जा किसी को घर छोड़ता हूँ तो अच्छी टिप भी मिल जाती है. दोपहर को एक ग्रुप आता है. इसमें दो मेजर की बीवियां है और तीन अन्य अच्छी पोस्ट वाले अफसरों की. एक है मेजर विक्रम की पत्नी छाया मैडम .
छाया गज़ब की खुबसूरत है. एकदम लाल गोरा रंग. एक एक हिस्सा जैसे तराशा हुआ संगमरमर की कोई मूरत. दूसरी थी रीमा मैडम; मेजर सिंह की पत्नी. रीमा अपनी उमर से बहुत छोटी नजर आती थी. उसकी आवाज भी किसी कॉलेज जानेवाली लड़की जैसी थी. रीमा यूँ तो दुबली थी लेकिन उसके बूब्स बड़े थे. अन्य तीन थी भावना ; किरण और महक. पाँचों आपस में बहुत ही अच्छी सहेलीयां. ताश की बाजियां चलती रहती और मैं लगातार उनके ग्लास भरते रहता. मैं अक्सर इन्हें इनके घर छोड़ने जाया करता.
एक दिन ये सभी कुछ ज्यादा ही खुश थी. उस दिन छाया मैडम ने खूब चढ़ा ली. उनके कदम डगमगा रहे थे. रीमा ने मुझे छाया मैडम को घर छोड़ने के लिए कहा. मैं उन्हें सहारा डॉ कार में बैठाया और उनके घर के तरफ चलने लगा. छाया का घर आ गया. मैंने बड़ी मुश्किल से उन्हें संभालते हुए उनके घर में ले गया. उन्होंने मुझे नशे में ही कहा ” मेरे बेड रूम में पहुंचा दो.” मैंने उन्हें उनके बेडरूम में ले गया. उन्हें पलंग पर बिठा दिया. paradise club sex story
अचानक छाया मैडम पलंग पर ही ढेर हो गई. जब छाया पलंग पर गिरी तो उनके द्वारा पहनी हुई लॉन्ग ड्रेस थोड़ी खिंच गई और उनकी गोरी टांगें घुटनों तक नंगी हो गई. उनकी मजबूत टांगें चमक रही थी. मैंने उनके सैंडल उतारने शुरू किये जिससे कि वो आराम से लेट जाय. मैंने एक सैंडल उतार दिया. जैसे ही दूसरे सैंडल को उतारने लगा छाया के पैर में हलचल हुई और उसका पैर ऊपर उठाकर मेरे गालों से टकरा गया. मेरे जिस्म में एक बिजली सी दौड़ी.
मैंने छाया की मजबूत पिंडलीयों को अपने हाथ से दबाया और पता नहीं क्या मेरे मना में आया मैंने उस पिंडली को अपने होंठों से हलके से चूम लिया. छाया थोडा हिली और नशे में ही बड़बड़ाई ” नौटी बॉय.” मैं वापस क्लब लौट आया.
अगले दिन जब वे पाँचों आई तो मैंने छाया मैडम से नजरें चुराता रहा. छाया कुछ नहीं बोली. जब सभी घर रवाना होने लगी तो अचानक छाया ने मुझसे कहा ” तुम्हें आज भी तकलीफ होगी. मेरा बायाँ पैर बहुत दर्द कर रहा है. आते वक्त भी बड़ी मुश्किल से कार चला पाई थी. तुम ड्राइव करो. वापसी में तुम तक्सी से आ जाना मैं अलग से पैसे दे दूंगी.” मैं छाया मैडम के साथ चला गया. जब हम घर पहुंचे तो छाया बेडरूम में चली गई.
मैं बाहर ही खड़ा रहा.छाया ने आवाज देकर मुझे अन्दर बुलाया. मुझे सौ रुपये का एक नोट दिया. मैंने अहा ” मैडम तक्सी के तो केवल बीस रुपये लगेंगे. ” छाया ने कहा ” बाकी के रुपयों के लिए तुम्हें एक काम और करना होगा और वो भी अभी और यहीं.” मैं बोला ” जी मैं समझा नहीं.” छाया पलंग पर बैठ गई. उन्होंने आज साड़ी पहन रखी थी. उन्होंने साड़ी को पकड़ा और घुटनों तक ऊपर कर दिया. फिर मेरी तरफ मुस्कुराकर देखा और बोली ” कल भी तुमने इन्हें चूमा था. आज भी चूमोगे. मुझे बहुत अच्छा लगा था. इसके साथ साथ तुम यहाँ पर थोड़ी मसाज भी करा देना.”
मैं अब कुछ नहीं कर सकता था. मैं जमीन पर बैठ गया और छाया के दोनों पैरों की पिंडलीयां चूमने लगा. बीच बीच में अपने दोनों हाथों से उनकी मसाज भी करने लगा. छाया मैडम को गुदगुदी सी हुई लेकिन उन्होंने अपनी दोनों टांगों से एक क्रोस बनाया और मेरे मुंह को उसमे जकड लिया. मैंने कुछ देर लगातार चूमा; मसाज किया और फिर छाया ने कहा ” अब तुम जा सकते हो.” मैं सारे रास्ते अपने होंठों पर एक मिठास महसूस करता रहा. paradise club sex story
अब तो लगभग हर दूसरे – तीसरे दिन छाया मैडम मुझे अपने साथ ले जाती और अपनी टाँगें चुमवाती ; मसाज करवाती और फिर एक सौ रुपये का नोट हाथ में थमा देती. एक दिन रीमा मैडम भी छाया की कार में आई हुई थी. वापसी में उन दोनों को छाया मैडम की कार में लेकर उन्हें घर छोड़ने गया. रीमा मैडम का घर छाया मैडम से कुछ कदम की ही दूरी पर था. हमने रीमा मैडम को उनके घर छोड़ा और छाया मैडम के घर आ गए.
हमेशा की तरह मैं छाया मैडम के बेडरूम में था. छाया मैडम सोफे पर बैठी हुई थी. आज छाया मैडम ने अपनी ड्रेस को घुटनों से भी थोडा सा ऊपर किया हुआ था. मैं उनकी टांगों की मसाज करते हुए बीच बीच उन्हें चूम रहा था. तभी रीमा मैडम भीतर आ गई. उसने मुझे छाया मैडम के पैरों को चूमते हुए देख लिया. छाया मैडम तो यह बहुत अच्छा लग रहा था इसलिए उनकी आँखें बंद थी. मेरी और रीमा मैडम की ऑंखें मिल गई. रीमा मैडम ने में चुप रहने और छाया मैडम को यह बात ना बताने का इशारा किया और मेरे करीब आकर मेरे हाथ में एक सौ रूपये का नोट रख दिया.
अब अगले दिन मेरी हालत बुरी हो रही थी. रीमा मैडम मुझे बार बार तिरछी नज़रों से देखती; फिर मुस्कुराती और फिर अपने होंठों को गोल कर के चूमने का इशारा करती. जब सभी रवाना होने लगी तो छाया मैडम तो सीधी अपनी कार में चली गई. उनका ड्राईवर आया था. रीमा मैडम रुक गई. भावना ; किरण और महक मैडम के जाने के बाद रीमा मैडम ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली ” आज तुम मुझे छोड़ने चल रहे हो.
जाओ गाडी निकालो और मेरा इंतज़ार करो.” अब मेरे पसीने छुटने लगे. रीमा मैडम घर पहुँचने के बाद बोली ” तुम रुको मैं अभी आई.” कुछ देर के बाद रीमा मैडम की अपने बेड रूम में से आवाज आई ” सुनो , तुम अन्दर आ जाओ .” मैं जब अन्दर गया तो रीमा मैडम पलंग पर बैठी हुई थी और मुस्कुरा रही थी. उसने मुझसे कहा ” अब तुम्हें वही करना है जो तुम छाया के साथ करते हो. मेरी टांगें दर्द कर रही है. अपने होंठों से जरा मालिश कर दो.” paradise club sex story
अब मेरी हालत खराब हो गई. लेकिन मन ही मन मैं खुश भी हो रहा था कि जिन टांगों को केवल उनके पति ही टच करते हैं मैं आज ना सिर्फ उन्हें अपने हाथों से मसल रहा था बल्कि उन्हें चूम भी रहा था. रीमा ने पलंग के सामने एक स्टूल रख दिया और उस पर अपनी टांगें फैलाकर रख दी. फिर मुझे उन दोनों टांगों के बीच में बैठ जानेको कह दिया. अब मेरा काम शुरू हो चुका था. रीमा बार बार अपने मुंह से कुछ मीठी मीठी आवाजें आह आह करके निकालती और मुझे यह सुन मजा और जोश आ जाता. रीमा मैडम ने मुझे करीब आधे घंटे के बाद छुट्टी दी और मेरे हाथ में सौ रुपये दे दिए.
अब मेरा रोज का काम हो गया था. कभी कभी दोनों के यहाँ एक ही दिन मसाज और चूमने के मौके से मुझे दो सौ रुपये मिल जाते और साथ हो दो जोड़ी गोरी चिकनी टांगों को हाथ से छूने और होंठों से चूमने का मौका भी. मेरे लिए तो अब यही जन्नत थी.
एक दिन उन पांच के अलावा और काफी सारी आर्मी की महिलाओं ने एक बड़ी पार्टी रखी. उन सभी ने जमकर मजा किया. बहुत इ औरतों ने शराब पी और इधर उधर कदम फेंककर उलटा सीधा नाच भी किया. इस शोर शाराबे में रीमा मैडम ने मुझसे एक जाम भरवाया और पीते हुए मुझे एक आँख मारी. मैं एकदम हंस पडा. रीमा मैडम ने मेरा हाथ पकड़ा और क्लब के एक कोने में खम्बे के पीछे ले गई. रीमा मैडम ने मुझे अपनी तरफ खींचा और अपनी बाहों में जकड लिया.
अपने मुंह से एक फूंक मेरे मुंह पर मारी और बोली ” आज तो तुम बहुत ही हॉट और सेक्सी लग रहे हो ” मैं कुछ ना बोला और इधर उधर यह देखने लगा कि कोई हमें देख ना ले. तभी समा मैडम ने तेजी से मेरे गालों को चूमा और बोली ” अब तुम भी जल्दी से एक प्यारा सा किस दो. जल्दी कोई भी आ सकता है.” मैं पहले तो थोडा डरा लेकिन फिर ऐसे सुनहरे मौके को ना गंवाते हुए सी मैडम के गालों पर एक चुम्बन जड़ दिया. paradise club sex story
नाच गाना काफी देर तक चलता रहा. इस बीच रीमा मैडम ने मुझे दो बार और इसी तरह से कोने में लिया और मुझे भी चूमा और खुद को भी चुमवाया.
जब पार्टी ख़त्म हुई तो एक भी औरत अपने होश में नहीं थी. रीमा और छाया मैडम बुरी तरह से लड़खड़ा रही थी. मैं दोनों को रीमा की कार में बिठाया और कार चला दी. पहले छाया मैडम को उनके घर में छोड़ा. छाया मैडम तो बाहर सोफे पर ही लेट गई. मैं रीमा मैडम कौंके घर में ले आया. रीमा मैडम थोड़े होश में थी. मैंने उन्हें जैसे ही उनके बेडरूम में उनके पलंग पर लेटते उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया.फिर अपनी आँखें घुमती हुई बोली ” तुम कहा चल दिए जोंनी.
मेरा पूरा बदन अज टूट रहा है. मसाज कौन करेगा!” मैं समझ गया. रीमा मैडम ने सीधे अपनी जींस खोल दी और अपन्खुब्सुरत टांगें फैलाते हुए बोली ” प्लीज मसाज कर दो.” मैंने उन खुबसूरत टांगों पर अपने हाथ रखे और धीरे धीरे मसाज शुरू कर दिया. रीमा मैडम ने मेरे हाथों को अपने हाथों से खींचते हुए आज पहली बार अपनी जाघों तक ले गई. मेरे हाथ कांपने लगे. रीमा मैडम की जांघें बहुत ही मुलायम और जबरदस्त चिकनी थी. मुझे मजा आने लगा. रीमा मैडम ने मुझे कहा ” जॉनी मेरी कमर पर भी मसाज करो आज.”
रीमा मैडम पलंग पर बैठ गई. उन्होंने अपनी कुर्ती उतार दी. अब रीमा मैडम केवल ब्रा और पंटी में ही थी. उनका भरा हुआ जिस्म मेरे सामने था. उनके अंग अंग से खुशबू आ रही थी. मैंने उनकी पीठ और बाहों पर भी मसाज की. अब रीमा मैडम पीठ केबल लेट गई. उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपने पेट पर रख दिया. मैंने उनके पेट और कमर के आसपास भी काफी देर तक मसाज की. करीब पौन घंटे की मसाज के बाद रीमा मैडम उठी.
उन्होंने एक चद्दर अपने बदन पर लपेट ली. अपने पर्स में से उन्होंने सौ सौ के तीन नोट निकाले और मेरे हाथ में रखते हुए बोली ” किसी को मत कहना कि तुमने मेरे बदन पर जगह जगह मसाज किया है.” मैंने हाँ कहा. रीमा मैडम ने आगे बढाकर मेरे गालों पर छोटे छोटे दो चुम्बन रख इए उर बोली ” दो दिन बाद हम तुमसे मसाज करवाएंगे. तैयार रहना जॉनी.” मैं लगभग नाचता हुआ क्लब लौट आया. paradise club sex story
करीब तीन दिन के बाद मैं छाया मैडम को उनके घर छोड़ने गया. छाया मैडम आज बहुत ही ज्यादा बहक चुकी थी. मैंने उन्हें बड़ी मुश्किल से कार से उअतारा और घर में ले आया. उन्होंने मुझे कसकर पकड़ रखा था. मैंने उन्हें पलंग पर लिटाया.उनके सैंडल खोले. उन्होंने मेरा हाथ पकड़ रखा था. मैंने जैसे ही अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश की उन्होंने एक झटके से मुझे खुद पर गिरा लिया. मेरी साँसें उनके गालों से टकरा रही थी. छाया ने मुझे अपनी बाहों में भरा और बोली “आज तुम मेरे सारे शरीरी की मसाज करो मेरा बदन टूट रहा है.”
मैंने छाया मैडम की भिईमा मैडम की तरह मसाज की. छाया मैडम का सीना रीमा मैडम से बड़ा था लेकिन टांगें रीमा मैडम की ज्यादा रसीली थी. छाया मैडम का व्यवहार ज्यादा खुला हुआ लगा. जब काफी मसाज हो गई तो मैं रुक गया.छाया मैडम भी पलंग पर बैठ गई. उन्होंने अपनी टांगें मेरी गोद में रख दी. मेरी तरफ मुस्कुराकर देखा और बोली ” एक औरत इस तरह से तुम्हारे सामने है और तुम शर्मा रहे हो.” मैंने उनकी टांगें हटाई.
अब छाया मैडम ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ा और मेरे मुंह पर चुम्बनों की बौछार कर दी. मैं तुरंत हुए इस हमले से अपना होश खो बैठा. छाया मैडम ने मेरे सारे कपडे उतार दिए. उन्होंने मेरे पूरी मसाज की और बाद में मुझे पकड़कर पलंग पर ही लेट गई. मेरी उत्तेजना अब काबू से बाहर थी. छाया ने तभी मेरे होंठ चूम लिए. मैंने भी इसी तरह जवाब दिया. अब हम आपस में गूँथ गए थे. छाया और मैं एक दूसरे को चूमने लगे. तभी अचानक मैडम ने घडी देखी और मुझे कहा ” अब तुम तुरंत भाग जाओ मेजर के आने का समय हो गया है.” मैं क्लब लौट आया .
क्लब में काम करते करते मुझे ऐसी हॉट भाभी की सेवा करने का मौका मिलेगा ये मैंने सोचा नहीं था. बस अब रहा नही जा रहा.. इस paradise club sex story का अगला धमाकेदार भाग-
अब छाया मैडम ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ा और मेरे मुंह पर चुम्बनों की बौछार कर दी. मैं तुरंत हुए इस हमले से अपना होश खो बैठा. छाया मैडम ने मेरे सारे कपडे उतार दिए. उन्होंने मेरे पूरी मसाज की और बाद में मुझे पकड़कर पलंग पर ही लेट गई. मेरी उत्तेजना अब काबू से बाहर थी. छाया ने तभी मेरे होंठ चूम लिए. मैंने भी इसी तरह जवाब दिया. अब हम आपस में गूँथ गए थे. छाया और मैं एक दूसरे को चूमने लगे. तभी अचानक मैडम ने घडी देखी और मुझे कहा ” अब तुम तुरंत भाग जाओ मेजर के आने का समय हो गया है.” मैं क्लब लौट आया .
मैं अब जब भी रीमा और छाया मैडम को देखता तो मुझे उनके जिस्म का एक एक मोड़ और गोलाई नजर आने लगती. एक दिन रीमा मैडम ने मुझे रविवार को बड़े सवेरे घर पर बुलाया. घर पहुँचने पर पता चला कि रीमा मैडम के पति मेजर दो दिन के लिए कहीं बाहर गया है. रीमा मैडम ने पहले मुझसे अपने पूरे जिस्म पर मसाज करवाया और उसके बाद मुझे अपनी बाहों में लिया और बिस्तर में आ गई. आज रीमा मैडम ने मुझे जगह जगह बहुत जोश के साथ चूमा. जब मुझ पर नशा छाने लगा तो रीमा मैडम ने अपने और मेरे सारे कपडे उतार दिए.
अब उन्होंने मेरे लिंग को अपने हाथों से सहलाना शुरू किया जब वो उत्तेजित होकर कड़क और सीधा हो गया तो तुरंत उस पर एक कंडोम चढ़ाया और मुझे अपनी तरफ खींचते हुए मेरे लिंकों अपनी दोनों टांगों के बीच में फंसा लिया. अब धीरे धीरे मेरा लिंग रीमा मैडम के जननांग की तरफ बढ़ा और फिर उस बाहर से छोटे और कड़क लेकिन अन्दर से बहुत ही गुदगुदे छिद्र यानि कि जननांग में घुस गया.एक झटका सा लगा और हम दोनों पूरे विक्रम में थे. रीमा मैडम ने मेरे लिंग को अपने जननांग में करीब आधे घंटे तक फंसाए रखा. जब मेरा लिंग ठंडा होने लगा तब मुझे छोड़ा. मुझे अगले दिन फिर इसी वक्त आने का कहकर रीमा मैडम ने मेरी ख़ुशी को दोगुना कर दिया था.
इन सबसे बढ़कर बात यह थी कि रीमा मैडम ने मुझे पूरे चार सौ रुपये भी दिए थे. मैं मन ही मन जबरदस्त खुश होकर रीमा मैडम के घर से निकला. छाया मैडम अपने घर के बाहर ही खड़ी थी. उन्होंने मुझे देख लिया. लेकिन मुझे पता नहीं चल पाया कि छाया मैडम ने मुझे देखा है. दोपहर को क्लब में छाया मैडम ने मुझे अपने पास बुलाया और बोली ” आज सवेरे तुम रीमा के घर क्या करने आये थे?” मैं इस सवाल से घबरा गया. paradise club sex story
छाया ने मेरे घबराये हुए चेहरे को दखा और बोली ” तुम्हारी घबराहट सब बता रही है कि तुमने क्या किया है? चलो बताओ मुझे कि तुमने वहां क्या किया?” मैंने इस से कि मैं एक बहुत ही छोटा नौकर हूँ और कुछ ना कहने से मेरी नौकरी भी जा सकती है. साथ ही इन दोनों से मिल रही कमाई भी बंद हो सकती है; मैंने रीमा के घर हुई सारी घटना बता दी. छाया ने मेरे गाल पर एक चिकोटी कटी और बोली ” एक बहुत ही छोटा मुलाजिम और किस्मत तो देखो! तुम्हारी खूबसूरती तुम्हारे काम आ रही है. अब तो तुम्हें मेरे घर भी आना पडेगा!”
अगले दिन मैं पहले छाया मैडम के घर गया. उनके पति तब तक ड्यूटी पर जा चुके थे. छाया मैडम मुझे लेकर घर के पिछवाड़े सर्वेंट क्वार्टर में ले आई. उस छोटे से कमरे में एक बिस्तर बिछा हुआ था. छाया मैडम ने अपने और मेरे सारे कपडे उतार दिए. फिर इसके बाद हम दोनों उस बिस्तर पर लेट गए. मैंने छाया मैडम के सारे जिस्म की मसाज की. छाया मैडम का गोरा और मजबूत जिस्म रीमा मैडम से कहीं ज्यादा गरम और आकर्षक था. छाया मैडम की कमर औए बाहें ऐसी थी कि कोई भी पिघले बिना ना रहे.
अब मैंने माय्म्दम के कहने पर उनके एक एक अंग को चूमना शुरू कर दिया था. छाया मैडम बहुत ही आराम से मुझसे यह काम करवा रही थी. मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था. मैंने छाया मैडम की सुराहीदार गरदन के नीचे चूमा तो मेरे सारे बदन में आग लग गई. छाया मैडम का सारा जिस्म जैसे मलाई था. मैं छाया मैडम को अब हर जगह चूमने लगा. छाया मैडम ने भी मुझे गालों पर चूमा और मुझे अपने से कसकर लिपटा लिया. आखिर में छाया मैडम ने एक कंडोम मेरे हाथों में दिया. मैंने तुरंत अपने तने हुए लिंग पर चढ़ा लिया. paradise club sex story
अब छाया मैडम ने अपनी दोनों टांगों अंग्रेजी के वी की तरह फैला दी. मैं छाया मैडम के गोरे गुलाबी और घुंघराले बालों से ढके हुए जननांग को देख अपना होश गँवा बैठा. छाया मैडम ने इशारा किया और मैं उन पर लेट गया. जैसे ही ने छाया मैडम के जननांग से अपना लिंग स्पर्श कराया हम दोनों के जिस्म में बिजलीयाँ दौड़ गई. मैंने धीरे धीरे अपने लिंग को उनके जननांग पर मसाज जैसे किया. फिर छाया मैडम ने मेरे लिंग को अकडा और धीरे से अपने मखमली और रस से लबालब भरे हुए जननांग में डाल दिया.
मैंने थोडा जोर लगाया और मेरा लिंग छाया मैडम के जननांग के भीतर था. छाया मैडम का जननांग रीमा मैडम के जननांग से कहीं ज्यादा गुदगुदा और गीला था. मुझे बहुत मजा आने लगा. ना तो मुझे और ना ही छाया मैडम को समय का पता चल पाया. करीब एक घंटे से भी ज्यादा देर तक मैंने छाया मैडम के जननांग को भेद भेद कर गरम का दिया. छाया मैडम का गोरा जननांग इस से गहरा लाल हो गया था.
छाया मैडम ने मुझे मेरे होंठों पर अपने नम नरम और रसीले होंठों से बहुत ही नाजुकता से चूमा. न्होंने जैसे ही मुझे इस तरह से चूमा मेरे लिंग से अचानक ही गाढे रस की धार बहकर कंडोम में भरने लगी. कंडोम फैलने लगा और छाया मैडम के जननांग में जोर की गुदगुदी होने लगी. छाया मैडम ने मुझे जोर से पकड़ लिया. हम दोनों तडपे और फिर दो मिनट के बाद सब शांत हो गया. हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे.
उधर रीमा मैडम दरवाजे के बाहर खड़ी मेरे आने की राह देख रही थी. जब रीमा ने मुझे आते नहीं देखा तो वो अपने घर की छत पर युहीं आकर खड़ी हो गई. वो अब इधर उधर देखने लगी. रीमा जिस जगह खड़ी थी वहां से छाया मैडम के पिछवाड़े वाला सर्वेंट क्वार्टर साफ़ दिखाई दे रहा था. तभी छाया मैडम ने दरवाजे को थोडा सा खोल दिया जिससे कि थोड़ी हवा आने लग जाय. हम दोनों को बहुत गर्मी लग रही थी. paradise club sex story
इधर छाया का दरवाजा खोलना हुआ और उधर रीमा का उसी दरवाजे की तरफ देखना हुआ. रीमा ने छाया के नगे जिस्म की एक झलक देख ली. रीमा को ना जाने कैसे थोडा शक हो गया और वो तुरंत अपने घर से बाहर निकालकर छाया के घर की तरफ आ गई. उसने बगीचे का दरवाजा खोला और दबे पाँव पिछवाड़े की तरफ आ गई. थोडा सा दरवाजा खुला और अन्दथानी हवा आने लगी. इससे छाया मैडम को एक बार फिर थोडा नशा आ गया और उन्होंने मुझे फिर से लिपटा लिया. मैं भी उन्हें फिर से चूमने लगा. रीमा ने तभी दरवाज के ओट से अन्दर झांका और हम दोनों को इस हालत में देख लिया.
मैं छाया मैडम के नीचे था और वो मेरे ऊपर इसलिए मैं रीमा को नहीं देख पाया. रीमा और छाया की अज्रें आपस में मिल गई. दोनों ने आपस में कोई इशारा किया और रीमा उस कमरे में आ गई. छाया ने मेरी पकड़ ढीली की तब मुझे पता चला कि रीमा अन्दर आ चुकी है. मैं कुछ समझ पाटा रीमा ने अपने कपडे उतार दिए. छाया ने मुझे गालों पर चूमा और बोली ” अब रीमा तुम्हे अपना शिकार बनाएगी. आज तुम्हें बिलकुल आराम नहीं मिलने वाला.” रीमा नीचे बैठ गई. उसने छाया के स्तनों को चुमौर बोली ” अब तो हट जाओ यार. paradise club sex story
अब मेरी बारी है.” छाया ने भी रीमा के गालों को चूमा और बोली ” तुम्हें किसने रोका है? चलो शुरू हो आओ.” रीमा ने मुझे अपनी बाहों में लिया और मुझे अपने जिस्म का मसाज करने को कहा. मैंने रीमा के जिस्म की मसाज करना शुरू किया. छाया मैडम भी हमारे पास ही बैठी थी. मुझे बहुत अटपटा लग रहा था.
तभी छाया मैडम ने थोड़ी थोड़ी देर से मुझे गालों पर चूमना शुरू कर दिया. रीमा ने आया की तरफ देखा और बोली ” ये क्या बात हुई! मैंने कहा ना कि मेरी बारी है.” छाया ने हँसते हुए कहा ” अगर ये अपना काम बराबर कर रहा है तो करने दो ना. तुम्हें मजा आ रहा है. इसे भी मजा आ रहा है और मुझे भी. सब चलने दो.” रीमा मुस्कुराने लगी.
रीमा की पूरी मसाज करने के बाद छाया ने एक और कंडोम निकला और मेरे लिंग पर चढ़ा दिया. फिर मुझे रीमा पर धकेलते हुए बोली चलो शुरू हो जाओ.” रीमा ने मेरे लिंग को पकड़ा और अपने जननांग में धकेलते हुए बोली ” अब तुम छाया और मुझे बता दो कि तुममे इतनी ताकत है कि तुम हम दोनों का एक साथ शिकार बनने के काबिल हो.” मैंने अपनी सारी ताकत लगा दी और रीमा के जननांग की आखिरी गहराई तक पहुंचा दिया. paradise club sex story
रीमा के गालों और होठों पर पसीने की बूंदें दिखने लगी. छाया नीचे झुकी और मुझसे बोली ” देखो इस गालों और होंठों पर कितनी नमी हो गई है. चलो. इसे चूम कर साफ़ करो.” मैंने समा के गालों पर का पसीना चूम कर साफ़ किया. फिर छाया ने मेरे मुंह को रीमा के मुंह की तरफ धकेला. रीमा ने अपने गीले और नाजुक होंठ खोल दिए. मैंने उन होंठों को भी चूमा. अब रीमा ने मुझे कहा ” अब तुम थोड़ा और तेज करो. ”
मैंने थोडा जोर और लगाया ही था कि एक घन्टे के अन्दर दोबारा मेरा लिंग एक बार फिर गाढ़ा रस बहाने लगा. एक बार फिर कंडोम फैला और इस बार रीमा ने मुझे कसकर पकड़ा. उसे छाया से भी ज्यादा गुदगुदी हुई थी. मैं और रीमा सब तरफ से एक दूजे से लिपट गए. मैंने देखा कि छाया उठी और वो मेरे ऊपर लेट गई. रीमा थोडा उछली और कुछ ऐसा हुआ कि मैं टेढा लेट गया और रीमा और छाया मेरे ओनों तरफ आ गई. छाया ने मुझसे कहा ” तुम्हें पता है थाईलैंड में इसे संद्विच मसाज कहा जाता है. हम दोनों तुम्हारा सैंडविच मसाज कर रही है.
समझे तुम बुद्धू कहीं के.” मैं इसके बाद अपने चुदै कोशिश करने लगा. रीमा ने मेरे लिंग को छोड़ दिया. छाया ने मुझे अपनी तरफ किया और मुझे एक और कंडोम थमाते हुए कहा ” चलो फिर से सुरु ओ जाओ.” मुझे अब बिलकुल हिम्मत नहीं थी. लेकिन मेरी मज़बूरी थी. मैंने एक बार फिर छाया के जननांग में अपना लिंग फंसाया. छाया ने एक बार फिर मुझे कसकर पकड़ा और मुझे ऐसा लगा कि आज मेरा लिसमे से बाहर आ ही नहीं पायेगा और अगर आ गया तो एक बार रीमा उसे अपने अन्दर फंसा लेगी. paradise club sex story
जैसा मैंने सोचा वैसा ही हुआ. जैसे ही छाया ने अपनी पकड़ ढीली कर मेरा लिंग अपने जननांग से बाहर निकलने दिया तो रीमा ने मुझे अपनी तरफ घुमा लिया और अपनी एक टांग ऊँची की और मेरे लिंग को अपने हाथ से पकड़कर अपने पूरी तरह से गीले हो चुके जननांग के भीतर फंसा लिया. अब मुझे ऐसा लगने लगा जैसे मुझे चक्कर से आ रहे हैं. छाया ने रीमा से कहा ” अब इस बिचारे को थोडा ब्रेक दे देते हैं. नहीं तो ये बेहोश हो जाएगा.”
रीमा मां गई. उन दोनों ने मुझे सीधा लेटने को कहा. मेरी सांस बहुत तेज चल रही थी. रीमा और छाया ने दोनों ने अपने नाजुक नाजुक हाथों से मेरे जिस्म पर हौले हौले मसाज आ शुरू किया. मुझे बहुर अच्छा लगा. करीब दस मिनट के मसाज के बाद मुझे अपनी कमजोरी कम लगने लगी. अब छाया ने अपनी टांग ऊपर क मेरे लीं को पकड़कर अपने जननांग के अन्दर डाल दिया. paradise club sex story
इस तरह रीमा और छाया ने अगले दो घंटों तक और मेरे लिंग को अपने अपने जननांगों के भीतर पांच पांच बार और डाला. अंत में उन दोनों ने मेरे होंठों को चूसा और मेरे हाथ में एक हजार रूपये रख दिए. मैं हर तरह से थका हारा अपने घर आ गया. उस दिन मैं क्लब नहीं जा पाया.
यह दिन मेरी जिंदगी को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा मैंने नहीं सोचा था.मैं एक ऐसे चक्रव्यूह में फंस जाऊंगा कि उससे निकलना नामुमकिन हो जाएगा ये भी मैंने नहीं सोचा था. दो दिन के बाद मुझे छाया ने क्लब में टेबल के पास बुलाया. उस वक्त छाया और रीमा के अलावा भावना ; किरण और महक मदमें भी थी. छाया ने मुझसे कहा ” जॉनी ; हम जानती है तुम बहुत ही सीधे लड़के हो. मैं और रीमा तो तुम्हारी मदद कर ही रही है. अब भावना ; किरण औए महक भी तुम्हारी मदद करने को तैयार हो गई है. तुम्हारा जीवन संवर जाएगा. ” छाया मैडम की इस बात से मेरे पैरों तले से जमीन खिसक गई. paradise club sex story
दो दिन बाद रीमा ने क्लब में ही बने एक रेस्ट रूम में मुझे बुलाया और महक के सामने खडा करते हुए बोली ” महक मैडम का पूरा ध्यान रखना.” रीमा बाहर चली गई. महक मदुरै की रहनेवाली थी. उनकी उम्र तो केवल तीस साल ही थी लेकिन जैसा कि दक्षिण भारत की महिलाओं का होता उनका भी जिस्म जबरदस्त भरा हुआ था. था मेरे कहने का मतलब हर जगह मांसलता झलक करा बाहर आ रही थी उनके होंठ थोड़े मोटे थे लेकिन थे बहुत ही ज्यादा रसवाले. सीना भी जबरदस्त चोडा. महक मैडम ने मेरे सारे कपडे खुलवा लिए.
फिर उन्होंने अपनी साड़ी उतार दी. जैसे ही मैंने उन्हें ब्लाउज उतारने के बाद देखा तो मैं काँप उठा. उनका सीना मेरे अंदाज से भी कहीं ज्यादा उभरा हुआ और फैला हुआ था. एक एक स्तन एक बम के जैसा दिखाई दे रहा था कि इस बम से अब कोई नहीं बचने वाला. महक ने मुझे अपने पेटीकोट के नाड़े को खोलने के लिए कहा. मैंने कांपते हाथों से नाडा खोल दिया. अब महक का करीब करीब नब्बे फ़ीसदी नंगा जिस्म मेरे सामने था.
उस रेस्ट रूम में सिर्फ इतनी जगह थी कि कोई एक अकेला ही वहां बिछे तीन फुट चौड़े सोफे पर लेट सकता था. बस इसके आवा और कोई जगह नहीं थी. वो कमरा चार फुट चोडा और सात फुट लम्बा था. महक उस रेस्ट रूम के सोफे पर लेट गई. मैं उनके जिस्म की मसाज करने लगा. मुझे महक मैडम का जिस्म बहुत गरम लग रहा था. उनकी सांसें भी गरम गरम थी. ऐसा लग रहा था जैसे कोई आग के पास बैठा हुआ हो.
जैसे ही मैंने उनके सीने पर मसाज के लिए हाथ रखा तो मेरे हाथ उस गुदगुदे और उभरे हुए गोल गोल स्तन के स्पर्श से मेरे पसीने छुट गए. महक को यह मसाज बहुत अच्छा लगा. अब महक मैडम ने अपनी ब्रा उतार दी. अब तो मेरी हालत ऐसी हो गई कि मैं किस तरह से अपने पर काबू रखूं. महक मम के दोंन स्तन इतने बड़े थे कि मेरे दोनों हाथ मिलकर भी उनमे से एक को भी पूरा ढक नहीं पा रहे थे. paradise club sex story
महक ने मुझे अचानक अपनी तरफ खीच लिया और मैं उन पर गिर गया. महक ने मुझे अपने ऊपर अच्छी तरह से लिटा लिया. मैं महक मैडम के गद्दे जैसे जिस्म पर लेट कर बड़ा अच्छा महसूस कर रहा था. अब मैंने महक मैडम के कहे अनुसार उन्हें शुरू किया. इसी तरह महक मैडम भी मुझे चूमती रही. करीब दस मिनट क एबाद महक ने मुझसे अपना जिस्म अगभाग हर जगह से चुमवाया और फिर मेरे हाथ में एक सौ रुपये का नोट रखा और मुझे छोड़ दिया.
Mahak को यह मसाज बहुत अच्छा लगा. अब महक मैडम ने अपनी ब्रा उतार दी. अब तो मेरी हालत ऐसी हो गई कि मैं किस तरह से अपने पर काबू रखूं. महक मम के दोंन स्तन इतने बड़े थे कि मेरे दोनों हाथ मिलकर भी उनमे से एक को भी पूरा ढक नहीं पा रहे थे. महक ने मुझे अचानक अपनी तरफ खीच लिया और मैं उन पर गिर गया.
महक ने मुझे अपने ऊपर अच्छी तरह से लिटा लिया. मैं महक मैडम के गद्दे जैसे जिस्म पर लेट कर बड़ा अच्छा महसूस कर रहा था. अब मैंने महक मैडम के कहे अनुसार उन्हें शुरू किया. इसी तरह महक मैडम भी मुझे चूमती रही. करीब दस मिनट क एबाद महक ने मुझसे अपना जिस्म अगभाग हर जगह से चुमवाया और फिर मेरे हाथ में एक सौ रुपये का नोट रखा और मुझे छोड़ दिया. paradise club sex story
जब मैं बहार आया रो छाया मैडम ने मुझे देखा और बोली ” कहाँ जा रहे हो. वापस रेस्ट रूम में जाओ. भावना भी आ रही है.” तभी भावना मैडम उठी और मेरे साथ रेस्ट रूम में आ गई. भावना ने मुझे अपने कपडे उतारने को कहा. मैंने भावना मैडम के एक एक कर सभिकप्दे उतार दिए केवल ब्रा और पैंटी को छोड़कर.
भावना उस सोफे पर उलटा लेट गई. इसके बाद मैंने महक मैडम की तरह उनके भी जिस्म का मसाज किया. भावना का जिस्म ठीक ठाक था. ना ज्यादा मोटी और ना ही ज्यादा दुबली. बस उनकी कमर जबरदस्त घुमावदार थी. इसके बाद भावना उठी और मुझे सोफे पर लेटने को कहा. फिर वो मेरे ऊपर लेट गई और अपने जिस्म को मेरे जिस्म से रगडने लगी. उसने इस मसाज का भी पूरा मजा लिया और फिर मुझे बिना अपना जिस्म चुम्वाये एक सुआ रूपये देकर बाहर जाने को कहा. paradise club sex story
माँ ने मुझे कहा कि किरण को मुझे उसके घर छोड़ना है.
मैं किरण मैडम को लेकर छाया मैडम की कार में उनके घर चल पडा. छाया मैडम भी हमारे साथ थी लेकिन वो बीच रास्ते में किसी दुकान पर उतर गई. किरण मैडम ने बड़े तड़क भड़क कपडे पहन रखे थे. काले रंग की सलमा सितारों वाली कुर्ती और उसके नीचे काला लेकिन सफ़ेद छापा हुआ लहंगा. किरण मैडम ने होंठों पर गहरा बैंगनी रंग कि लिपस्टिक भी लगा रखी थी. वैसे मुझे सुरु से किरण मैडम सबसे ज्यादा पसंद थी. ये पसंद उनके अलग अलग रंग के गहरे शेड्स के लिपस्टिक की वजह से थी. मैं कार चलाते चलाते उनके बैंगनी होंठों को ही देख रहा था.
घर आते ही किरण मुझे अपने कमरे में ले गई. उनके कमरे से लग गया कि किरण बहुत रंगीन जाज की औरत है. कमरे में सभी खिड़की दरवाजों पर परदे टंगे हुए थे और तेज लाल बल्ब की रौशनी थी. इस रौशनी में किरण किसी गुलाब जामुन से कम नहीं लग रही थी. किरण ने अपना एक पैर उठाया और मुझे इशारा किया. मैंने उनका पैर पकड़ा और सामने की स्टूल पर रख दिया. अब किरण ने धीरे धीरे अपना लहंगा ऊपर उठाना शुरू किया. मैं उनके पैर देखकर दंग रह गया. मैंने आज तक इतना गोरा रंग किसी भी औरत का नहीं देखा था.
सुर्ख गुलाबी और चमकदार गोरा रंग और लम्बी तराशी हुई टांगें. उतनी ही घुमावदार जांघें. किसी के भी मुंह में पानी आ जाये. मैंने अब किरण मैडम की उस टांग का मसाज करना शुरू किया. मेरे हाथ फिसलने लगे अपने आप. ऐसा लगा जैसे किसी ने ढेर सारा क्रीम पहले से ही उस टांग पर लगा रखा हो. फिर किरण ने अपनी दूसरी तंग स्टूल पर रख दी. मेरे अर्मानाब मचलने लगे थे. किरण मैडम ने शायद यह सब भांप लिया.
उसने कब दस मिनट तक अपनी टांगों का मसाज करवाया औए फिर मेरे हाथ में एक सौ रूपये रखे और बोली ” बाकी माज कल करना. वैसे तुम मसाज बहुत ही अच्छा करते हो. छाया ने ठीक ही कहा था.” मैं सच कहता हूँ उस रात मैं बिलकुल नहीं सोया. मुझे रह रहकर किरण मैडम की टांगें दिखती रही. paradise club sex story
अगले दिन जब मैं क्लब पहुंचा तो भावना के अलावा कोई भी आया हुआ नहीं था. भावना मुझे लेकर रेस्ट रूम में आ गई. भावना ने मुझे धीमी आवाज में कहा ” छाया ने बता कि तुमने छाया की भूख भी मिटाई है. आज सभी थोड़ी देर से आनेवाली है.तुम आज मेरी भी भूख मिटा दो ना .” मैं तुरंत तैयार हो गया., भावना ने पहले मेरे और फिर बाद में कहके सभी कपडे उत दिए. अब हम दोनों पूरी तरह से बिना कपड़ों में थे. भावना ने मुझे यहाँ हाँ चूमा और मेरा लिंग तुरंत कड़क होकर खडा हो गया. भावना ने तुरंत उस पर कंडोम लगा दिया और मुझे लेकर उस संकरे सोफे पर लेट गई.
मैंने थोड़ा डरते डरते कि कहीं कोई आ ना जाए और हमें देख ना लें; अपना लिंग उसके जननांग की तरफ बढ़ा दिया. भावना ने तुरंत अपने हाथ से मेर अलिंग पकड़ा और अपने जननांग में घुसेड दिया. कुछ ही संमे हम दोनों बादलों में उड़ने लगे. भावना ने मुझे बहुत तंग किया. मुझे पता था कि मुझे पूरे दिन क्लब में काम करना है लेकिन भावना मैडम मुझे बार बार जोर लगाने को कहती रही और मुझे मजबूरी में उनकी इच्छा पूरी करनी पड़ी.
भावना मैडम ने मुझे पूरे एक घंटे के बाद जब चोडा तब मेरे लिंग ने मेरा सारा रस उस कंडोम में छोड़ कर भर दिया था जो कि भावना मैडम के जननांग में दूर तक घुसा हुआ था और भावना मैडम ने अपनी टांगों को जोर से दबाकर मेरे लिंग को फंसा रखा था. मैं बहुत तडपा लेकिन भावना मैडम ने मुझे करीब आधे घंटे तक तड़पाया और फिर बाद में मुझे छोड़ा. अब मेरी सारी ताकत ख़त्म हो चुकी थी.इस दिन के बाद मैं अगले दो दिन कब नहीं जा पाया.
मुझे बुखार आ गया. मेरा सारा बदन टूट रहा थ. मैंने गुडगाँव से भागने का सोचा लेकिन फिर यह दिमाग में आते ही कि मैं अपनी मां को लेकर कहाँ कहाँ भटकुंगा और उसे क्या खिलाउंगा मैंने सारे इरादे छोड़ दिए और ये ठान ल्या कि अब मैं कहीं नहीं जाऊँगा. मैं अपनी ताकत बढ़ाऊंगा और उन पांचो से ढेर सारा पैसा कमाऊँगा. अब मैंने उन से मिले हुए रुपयों से फल और दूध रोज लेने लगा. करीब एक सप्ताह के बाद जब मैं क्लब पौंचा तो मैं बहुत कुछ संभल चुका था. एक सप्ताह के इस खाने पीने ने मेरी ताकत थोड़ी सी ही सही लेकिन बढ़ा दी थी अब मैं उन पाँचों से मिलने को तैयार था और संभालने को भी तैयार था. paradise club sex story
मैं जैसे ही क्लब पहुंचा वे पाँचों मुझे देख बहुत खुश हो गई. मेरा हाल चाल पूछा. जब मैंने खुलकर उन्हें सारी बात बताई तो छाया ने मुझसे कहा ” तुमने बहुत सही फैसला किया है जॉनी.. ये तुम जब हम पाँचों के लिए इतना कुछ सोच रहे हो तो हमारा भी फ़र्ज़ बनता है तुम्हारे लिए. ये लो पूरे एक हजार रुपये. ये हम तुम्हें हर महीने अलग से देंगे. इससे तुम अच्छी खुराक लेते रहना. ” मैंने खुश होकर रुपये ले लिए. रीमा मैडम ने मुझे रेस्ट रूम में जाने का इशारा किया. मैं रेस्ट रूम में गया. तभी महक मैडम भीतर आ गई.
पहले ही दिन मुझे महक मैडम का भरा हुआ जिस्म मिला. मैंने कंडोम लगाकर अपने लिंग को महक मैडम के उस बड़े और ढीले दरवाजे वाले जननांग को करीब आधे घंटे तक अंतिम दूरी तक भेदा. महक मैडम उस छोटे सोफे पर बड़ी मुश्किल से आ पाई थी लेकिन उसने मुझे ऐसा जकड़ा कि मुझे लगने लगा कि अब और कितनी दूर तक मेरा लिंग आगे जा सकता है. महक मैडम ने मुझे सौ रुपये थमाए और मुझे चूमते हुए बोली ” आज बहुत मजा आया जॉनी. अब जब कभी कर्नल बाहर जाएगा तो तुम आने के लिए तैयार रहना.”
दूसरे दिन किरण मैडम मुझे ले छाया मैडम के घर आई. मैंने देखा कि भावना मैडम पहले से ही वहां मौजूद थी. किरण और भावना मैडम मुझे छाया मैडम के सर्वेंट क्वार्टर में आ गई. आज मैंने किरण मैडम का अंग अंग ध्यान से देखा. उस जैसी कोई दूसरी कहीं नहीं है. किरण से पता चला उनके पति सेक्स में बिलकुल ही रूचि नहीं लेते हैं. आज किरण मैडम ने जब अपने सारे कपडे उतार दिए तो मैं और भावना मैडम दोनों उन्हें निहारने लग गए. भावना मैडम खुद केवल ब्रा और पैंटी में ही थी. भावना ने मुझे गुलानर को मसाज के लिए कहा. paradise club sex story
मैंने पूरे तन मन से किरण के जिस्म पर मसाज करना आरम्भ किया. किरण मैडम का सारा जिस्म फिसल रहा था. भावना मैडम ने भी मेरे साथ किरण मैडम के जिस्म पर मसाज किया. किरण मैडम के मुंह से आहें निकलने लगी थी. भावना मैडम ने किरण मदम के गालोपर एक चुम्बन दिया. किरण तड़प उठी. किरण मैडम ने भावना मैडम के गाल चूमे. भावना मैडम ने मुझे किरण मैडम के ऊपर लेटने को कहा और वो किरण के गालों और गरदन के नीचे छोटे छोटे चुम्बन देने लगी. किरण मैडम लगातार तड़प रही थी.
Maine भावना मदम के इशाए से अपने लिंग पर कंडोम चढ़ा लिया. भावना ने किरण के होठों पर एक नाजुक सा चुम्बन दिया और मुझे अपना लिंग उसकी टांगों के बीच ले जाने को कहा. किरण मैडम का अंग इतना फिसलन भरा था कि मुझे एकही टच में गर्मी आ गई. किरण मैडम ने मुहे कसकर पकड़ लिया. भावना मैडम ने अपने हाथ से मेरा लिंग पकड़ा और किरण मैडम के जननांग की तरफ बढ़ाया. किरण मैडम का गला सूखने लगा था. भावना मैडम ने उन्हें पानी पिलाया. जब किरण वापस लेटने लगी तो भावना ने किरण की टांगें फैला दी.
और भावना ने उनके गुप्तांग और जननांग को देखा. एकदम साफ़ सुथा शावे किया हुआ. गुलाबी गुलाबी चमड़ी जो चिकनी ही और चमक रही थी. मुझसे रहा नहीं गया और मैंने आगे बढाकर अपने हाथ से उसे छुआ. मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने कोई मखमल का कपड़ा छु लिया हो. भावना ने मेरा हाथ वहाँ से हटाया और अपने होंठों से किरण माम के गुप्तांग को चूम लिया. मेरे मुंह से एक आह निकल गई. मेरे बदन में बिजली सी फ़ैल गई. paradise club sex story
मैंने भी अपना मुंह आगे किया और किरण मैडम के गुप्तांग पर अपने होंठों से एक चुम्बन रख दिया. किरण ने मेरे सर को पकड़ा और मुझे अपने ऊपर खींच लिया. अब भावना मैडम ने मेरे लंग को पकड़ा और किरण मैडम के जननांग के अन्दर ठूंस दिया और मेरे कमर पर अपने हाथों से जोर लगाने लगी. थोडा सा समय लगा लेकिन मेरा लिंग किरण के मलाईदार जननांग के भीतर पहुँच गया. मैंने किरण के गुलाब जननांग को आधे घंटे के बेरोक मेहनत से पूरा गहरा लाल कर दिया.
किरण मैडम के हटते ही भावना मैडम लेट गई. भावना मैडम ने अपने आप ही मेरा लिंग पकड़ा और तुरंत ही जोर लगाकर और दबाकर अपने जननांग में एकदम गहराई तक घुसा दिया. मैंने भावना मैडम की इच्छा के हिसाब से करीब आधा घंटा अपना लिंग उनके जननांग में ही घुसाए रखा और रुक रुक कर अन्दर बाहर करता रहा. उस छोटे क्वार्टर में हम तीनों काफी करीब करीब केते हुए थे.
भावना मैडम की जब प्यास बुझ गई तो मैं खडा हो गया. अब उन दोनों ने भी कपडे पहन लिए. रीमा मैडम ने एक आवाज छाया मैडम को दी. छाया भी अन्दर आ गई. वो कमरा था सात फुट चौड़ा और आठ फुट लंबा और उसमे चार फुट चौड़ा और सात फुट लंबा पलंग बिछा हुआ था. उस पर मारे अलावा छाया ; भावना और किरण मैडम भी आ गई थी. वो अब एक अच्छा खासा मसाज पार्लर लग रहा था. अब छाया मैडम की बारी थी. भावना और किरण कपडे पहनकर बाहर चली गई. paradise club sex story
अब छाया मैडम ने मुझे पकड़ लिया. मैं थोडा थक गया था और इसका पूरा फायदा छाया मैडम उठा रही थी. वो अब मेरे ऊपर बैठ गई. मेरे लिंग को अपने जननांग में घुसाया और खुद ही अपने पैरों के बल ऊपर नीचे होकर मेरे ली को जानांग से अन्दर बाहर करने लगी. मुझे छाया मैडम का यह अंदाज बहुत पसंद आया.
छाया मैडम ने पूरे आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक इसी अंदाज में मेरे साथ मजा किया. जब मैंने छाया मैडम के सामने अपने हाथ खड़े कर दिए तो छाया मैडम मेरे ऊपर से उठ गई. तीनों ने मुझे रूपये दिए औरन अपनी ड्यूटी पर क्लब आ गया.
अब तो छाया मैडम का सर्वेंट क्वार्टर तय जगह बन गई थी. हर दूसरे दिन शाम को दो या तीन वहाँ आ जाती और मैं एक के बाद एक सभी को बारी बारी से अपनी पूरी मेहनत से उनकी प्यास को बुझाता. कभी कभी जब छाया मैडम के पति रात के ड्यूटी पते तो शाम से देर रात तक यह कार्यक्रम चलता रहता.
रीमा छाया मैडम की पड़ोसन थी इसलिए रीमा मैडम कई बार रात के बारह बारह बजे तक रुक जाती. वो अपने पति से यह कहती कि छाया अकेली है. इसलिए वो उसके यहाँ जा रही है. इस तरह की रात मेरे लिए जन्नत हो जाती. एक ही बिस्तर पर छाया और रीमा मैडम मेरा साथ होती और मुझे लगातार हर तरह से इस्तेमाल करती. paradise club sex story
एक दिन की घटना बताये बगैर ये कहानी खत्म नहीं कर सकता. उस दिन मैं छाया मैडम के उसी क्वार्टर में था. छाया मैडम के साथ महक मैडम भी थी. महक मैडम कोटि थी इसलिए हम तीनों बहुत ही मुश्किल से उस बिस्तर पर आ पा रहे थे. मैं लगातार दोनों के बीच फंसा हुआ एक एक की इच्छा उरी कर रहा था.
तभी छाया मैडम के पति आ गए. छाया मैडम तुरंत कपडे पहनकर चली गई. अब मैं और महक मैडम उस कमरे में रह गए. आवाजों से यह पता चल गया कि उनके पति के साथ और भी तीन चार लोग है. अब हम बाहर जा ही नहीं सकते थे.
क्यूंकि सभी बगीचे में बैठे थे. दोनों रास्ते बगीचे से ही होकर बाहर जाते थे. मैं बुरी तरह गहरा गया. लेकिन महक मैडम ने मेरा हौसला बढाया. महक मैडम ने मुझे अपने से लिपटा लिया.
महक मैडम ने मुझे लगातार आजछाया. मैंने अपने लिंग को उनके जननांग में आगे से ; पीछे से, कभी खड़े होकर तो कभी उनके ऊपर बैठ कर ; हर तरह से उनके जनांग को भिगोये रखा. कि कभी ऐसा अगता जैसे महक मैडम का जननांग एकदम ढीला और बड़ा हो गया है. मैं थोडा भी हिलता तो मेरा लिंग बाहर आ जाता. paradise club sex story
शायद किसी को भी विश्वास नहीं होगा. उस दिन मैंने महक मैडम के जननांग में मेरा लिंग लगातार दो घंटों तक रखा था. बीच बीच में एकाध मिनट के लिए निकालता और फिर डाल देता. महक मैडम मेरी हिम्मत से बहुत खुश हो गई. बाहर से आवाजें अब भी आ रही थी. अब हम दोनों ही थक चुके थे.
हम दोनों को नींद आ गई. मेरा लिंग अभी भी महक मैडम के जनांग में था और उसी तरह हम दोनों सो गए. जब वे लोग चले गए और छाया के पति उन्हें छोड़ने गए तब छाया अन्दर आई. उन्होंने जब हमें इस हालत में सोते देखा तो उन्हें बड़ा अच्छा लगा. उन्होंने हमें जगाया और हम अपने अपने घर लौट आये.
————-समाप्त————-
इस घटना के बाद अब करीब सात महीने बीत चुके हैं. आज भी मेरा यह मसाज और संभोग का काम बिना किसी रोक टोक के जारी है. मेरी क्लब कि तनख्वाह तीन हजार है और मुझे इन पाँचों से कभी चार तो कभी कभी छह हजार तक मिल जाता है. मैं मेरी जन्नत में बहुत खुश हूँ.. और ये club hot stories यहीं समाप्त करता हूँ ..
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