लड़कियां दो वजह से रखैल बनती हैं। एक ये कि उनको ये सब अच्छा लगता है या दूसरी वजह ये कि उनको पैसा चाहिए होता है। जबकि मेरी ऐसी कोई मजबूरी नहीं। मैं एक अमीर खानदान से हूँ, और मुझे अपने गुरूर की सजा मिली है। एक दर्दनाक noor jahan ki gang bang sex story हाज़िर है..
ये सब तब शुरू हुआ जब मैंने एम॰काम॰ के बाद प्राइवेट कालेज में लेक्चररशिप शुरू की, क्योंकी मुझे पढ़ाना अच्छा लगता है। अरे मैंने अपना पूरा परिचय दिया ही नहीं। मेरा पूरा नाम ‘नूर जहाँ’ है, मेरा रंग गोरा और मेरा फिगर 38-32-40 है, और मैं लाहोर की रहने वाली हूँ, और इस वक्त मेरी उमर 28 साल है और मैं अविवाहित हूँ।
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मेरे घर में सिर्फ अब्बू हैं। क्योंकी मेरी अम्मी का मेरे बचपन में ही इंताकल हो गया था। जिस वक्त मैंने एम॰काम॰ किया उस वक्त मेरी उमर 23 साल की थी और मेरा फिग 34-28-36 था… और मुझमें गुरूर कूट-कूटकर भरा हुआ था। क्योंकी मैं नाज़ों से पली बढ़ी हूँ। और मेरी हर फरमाइश बिना माँगे पूरी की जाती है। अब सोचती हूँ कि काश… मुझमें ये गुरूर ना होता तो आज मैं इतनी बड़ी मुशीबत में होती।
एम॰काम॰ मुकम्मल करने तक कई लड़कों ने मुझसे बात करने की कोशिश की और दोस्ती के लिए भी हाथ आगे बढ़ाया मगर मैंने किसी को लिफ्ट नहीं दी। और एम॰काम॰ के बाद मैंने जाब करने का फैसला किया और पापा ने भी मेरी हिमायत की। सो मैं एक अच्छे से कालेज में पढ़ाना शुरू कर दिया जो कि अब्बू के एक दोस्त का था। कालेज काफी बड़ा है और दो गार्ड जो कि पठान हैं उनके नाम ‘हामिद खान’ और ‘जुनेद खान’ हैं। वो कालेज की चौकीदारी करते हैं, और अंकल के बहुत भरोसेमंद आदमी हैं।
उस वक्त मैं ग्रेजुयेशन तक के स्टूडेंट्स को अकाउंटिंग पढ़ाती थी। 6 महीने ठीक गुजर गए लेकिन एक रोज एक ऐसा वाकिया हुआ कि जिसने मुझे गुस्सा दिला दिया। मेरे एक स्टूडेंट ने 14 फरवरी (वैलेंटाइन’स डे) पे मेरी क्लास की एक लड़की को कालेज कैंपस में सबके सामने किस कर दी (उसने अपने दोस्तों से इसकी शर्त लगाई थी जो मुझे बाद में पता चला।) वो लड़की रोती हुई वहाँ से निकल गई। noor jahan ki gang bang sex story
मुझे उस लड़के पे बहुत गुस्सा आया हुआ था और मैंने प्रिन्सिपल से बात करके उसको कालेज से निकलवा दिया। जिससे उसका एक साल जाया हो गया। उसने मुझसे और प्रिन्सिपल से माफी माँगने की बहुत कोशिश की। लेकिन मैं उसकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थी और मैंने ये तक कह दिया कि इस कालेज में या तो मैं रहूंगी या ये रहेगा। सो उसको कालेज से निकाल दिया।
यहाँ से असल कहानी शुरू होती है। मैंने उसको तो निकलवा दिया लेकिन ये भूल गई कि इनका पूरा ग्रूप कालेज में पढ़ता है या काम करता है। कुछ दिन ठीक गुजरे और उसके बाद जो कुछ हुआ, वो बहुत बुरा हुआ।
क्या हुआ था? आइए मैं आपको बताती हूँ।
वो दिन बाकी दिनों से अलग था। उस दिन मौसम बहुत खूबसूरत था, एकदम रोमांटिक। मैंने काले रंग की शलवार-कमीज और मैचिंग ब्रा अंडरवेर पहना था। उस दिन तो मेरा भी दिल कर रहा था कि इस मौसम में कोई मेरे साथ भी होता। कालेज में एग्जाम्स चल रहे थे और उस दिन सटर्डे था। मेरे अब्बू दुबई गए हुये थे और उन्होंने मंडे को वापस आना था। दोपहर तक सब स्टूडेंट्स चले गए थे। अब कालेज में सिर्फ टीचर्स और लैब स्टाफ था। शाम 4:00 बजे तक पूरा कालेज खाली हो गया सिर्फ मेरे अब्बू के दोस्त अली (प्रिन्सिपल), मैं और लैब स्टाफ रह गया था।
और मैंने नाचना शुरू कर दिया। मुझे नाचना तो नहीं आता था लेकिन मैंने अपनी कमर और चूतड़ों को सेक्सी तरह से हिलना शुरू कर दिया। 5 मिनट बाद दूसरा गाना चला। इस तरह मैंने 5 गानों पे डान्स किया। मैंने देखा कि सब अपने लण्ड बाहर निकालकर हिला रहे हैं। ये देखते ही मेरी तो चूत गीली हो गई। noor jahan ki gang bang sex story
साहिल ने मुझे अपने पास बुलाया- “ओ गश्ती… इधर आ और मेरा लण्ड मुँह में ले…”
मैं उसकी तरफ जाने लगी।
तो वो बोला- “साली, चारों हाथों-पैरों पे कुतिया की तरह आ…”
मैं चारों हाथों-पैरों पे कुतिया बनकर उसकी तरफ गई। उसके लण्ड को हाथ में पकड़ने लगी।
तभी उसने जोर से मेरे मुँह पर थप्पड़ मार दिया और बोला- “साली, तुझे किसने बोला लण्ड को हाथ लगाने को?”
मेरा दिमाग घूम गया। उसने मुझे बालों से पकड़कर खींचा तो मेरी चीख निकल गई और मेरी आँखों में आँसू आ गए।
उसने मुझे अपने लण्ड पे झुकाया तो मैंने अपना पूरा मुँह खोल दिया और उसके लण्ड का टोपा मुँह में लेकर चूसने लगी। उसने मेरा मुँह पकड़कर अपने लण्ड पे दबा दिया। उसका लण्ड मेरे गले तक चला गया। अभी आधा लण्ड ही गया था और मेरी तो तो साँस रुक गई थी। उसने मुझे बालों से पकड़कर अपना लण्ड मेरे मुँह में अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया। 5 मिनट में ही मेरे जबड़े दर्द करने लग गए।
उसके मुँह से- “ऊऊओह्ह… आआअह्ह… साल्ली… क्या गरम मुँह है तेरा? छिनाल्ल…” की आवाजें निकल रही थीं।
और जब वो लण्ड मुँह में डालता तो थोड़ी देर रुक जाता। जब बाहर निकालता तो मैं साँस लेती और उसके बाद जब उसका लण्ड मुँह के अंदर जाता तो मेरी साँस रुक जाती। तभी उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाल लिया। मेरे मुँह से उसके लण्ड तक प्री-कम की वजह से तार सी बनी हुई थी। noor jahan ki gang bang sex story
साहिल- “चल साली मेरी गोटियां चूस…” और मेरे सिर को अपनी गोटियों से लगा दिया।
एक-एक करके मैंने उसकी दोनों गोटियां चूसनी शुरू कर दीं। मुझे तो उबकाई आ रही थी। मगर मैं कर भी क्या सकती थी। बाकी 9 लोग इस शो को एंजाय कर रहे थे।
साहिल ने मेरे बालों से पकड़कर अपने चेहरे के करीब किया और मुझे रंडी की औलाद, साली, गश्ती आदि गालियां देने लगा। तभी उसने मेरा मुँह जो कि आधा खुला था, में अपनी थूक फेंकी और मुझे घुटने पे झुका दिया। मैं थूक बाहर निकालने लगी तो उसने जबरदस्ती मेरा मुँह बंद कर दिया। मजबूरन मुझे उसको निगलना पड़ा। उसने मेरे मुँह में एक और बार थूका और दोबारा मुझे अपने लण्ड पे झुका दिया।
तभी उनमें से किसी ने मेरे हाथ पीछे खींच लिए। मैं ये ना देख सकी कि वो कौन है? और उन्होंने मेरे दोनों हाथ बाँध दिए। इधर साहिल तेजी से मेरे मुँह को चोद रहा था।
बाकी लोगों ने भी अपने कपड़े निकाल दिए, और मेरे आस-पास घेरा बनाकर मूठ मरने लगे। मैं देख तो नहीं सकती थी पर सबकी आवाजें सुन सकती थी। उन्होंने एक कैंची निकाली और मेरी कमीज को काटना शुरू कर दिया। मैं विरोध करना चाह रही थी, मगर मुँह की चुदाई और हाथ बँधे होने की वजह से कुछ ना कर सकी। थोड़ी देर में मैं अपनी ब्रा में थी।
और सब लोग सीटियां मारने लगे और आवाजें कसने लगे- “हाए गश्ती, इसकी माँ को चोदूं, भोसड़ी की, छिनाल…” आदि गालियां भी देने लगे। noor jahan ki gang bang sex story
मैं साहिल का लण्ड मुँह से निकालना चाह रही थी मगर उसकी मजबूत पकड़ ने ऐसा नहीं करने दिया। तभी मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरी शलवार काट रहा है। मैं बचना चाह रही थी मगर मेरे मुँह से सिवाए ‘म्म्म्मह… न्नहीं’ के सिवा कुछ नहीं निकल सका। फिर उन्होंने यही हाल मेरी ब्रा और पैंटी के साथ किया। अब मैं बिल्कुल नंगी उन 10 लोगों के सामने थी। मैं हिल भी नहीं पा रही थी।
तभी साहिल का लण्ड मेरे मुँह में फूलने लगा और उसकी आवाज आई- “साली रंडी, अगर एक भी बूँद नीचे गिरी तो हम तेरी गाण्ड में 2-2 लण्ड घुसेड़ेंगे और वो भी बिना तेल के… पी जा मेरा पानी… साली रांड…” इसके साथ ही 1… 2… 3… 4… 5…
इसके आगे तो मैं भूल गई और उसके पानी को जल्दी-जल्दी गले से नीचे उतारने लगी। 5 मिनट तक उसने कम से कम 20-25 पिचकारियां छोड़ी होंगी। शायद वो बहुत अरसे से नहीं झड़ा था। मेरा तो पेट बिल्कुल भर गया था। ऐसा लग रहा था कि जैसे मैंने खूब डटकर खाना खाया हो। उसने फिर भी लण्ड मेरे मुँह से नहीं निकाला और अगले 5 मिनट तक धक्के मारता रहा। उसके बाद उसने लण्ड बाहर निकाला तो मुझे बहुत जोर से खाँसी आने लगी।
फिर उसके कहने पे मैंने उसका लण्ड चाट-चाटकर साफ कर दिया।
इस बीच इन 10 लोगों में से कोई मुझे किस कर रहा था, कोई मेरे चूतर दबा रहा था, कोई गाण्ड में उंगली कर रहा था, कोई चूचियों के साथ खेल रहा था। मतलब ये कि मेरे जिश्म का कोई हिस्सा ऐसा नहीं था जो मसला ना गया हो और मैं घुटनों के बल जमीन पे बैठी थी, या ऐसे कहूँ कि उन्होंने मुझे जबरदस्ती बिठा दिया था और मुझे मुँह खोलकर जबान बाहर निकालने को कहा।
मैंने इनकार किया तो एक जोरदार थप्पड़ मेरे गालों को लाल कर गया और मुझे दिन में तारे नजर आने लगे। मजबूरन मुझे उनकी बात माननी पड़ी। noor jahan ki gang bang sex story
अब बाकी 9 लोग मेरे इर्द-गिर्द खड़े होकर मूठ मार रहे थे। थोड़ी देर बाद सब ने झड़ना शुरू कर दिया। सब लोग झड़ रहे थे और मुझे कुतिया, रांड़, आदि बोलते जा रहे थे। और अपना पानी मेरे जिश्म पर निकालते गए। मैं सबके पानी से पूरी तरह गीली हो चुकी थी। मेरे जिश्म का कोई हिस्सा ऐसा नहीं था जिस पे उन लोगों का पानी ना लगा हो।
मैं अपनी आँखें भी नहीं खोल सकती थी। जब सब लोग फारिघ हो गए तो मुझे देखकर हँसने लगे और मेरा दिल कर रहा था कि अभी जमीन फट जाए और मैं उसमें समा जाऊँ।
अब उन्होंने मेरे हाथ खोल दिए, और मुझे उठाकर अंकल अली के आफिस के अटैच बाथरूम में ले गए। और मेरे जिश्म को अच्छी तरह रगड़-रगड़कर धोया। मेरी चूत और गाण्ड में उंगलियां भी की। फिर हम सब बाहर आ गए। मैंने टाइम देखा तो 9:00 बज रहे थे। इसका मतलब कि मुझे ये सब करते 4 घंटे हो चुके थे। मेरे गले और जबड़ों में बहुत दर्द हो रहा था।
बड़ी मुश्किल से मैंने उनसे कहा- “प्लीज़… अब तो मुझे जाने दो। जो कुछ तुमने कहा, वो मैंने किया है। प्लीज़ अब मुझे जाने दो…”
तभी इमरान बोला- “मेरी रांड़… इतनी भी क्या जल्दी है… अभी हमें अपने जिश्म से जी भरके खेलने तो दे। हमारे पास आज की पूरी रात और कल का पूरा दिन है। लेट्स एंजाय…”
मैंने इनकार करना चाहा लेकिन मेरे ‘ना’ बोलने से पहले ही मेरे गाल पे एक जोरदार थप्पड़ लग चुका था। तभी एक चौकीदार हामिद खान अंदर आया (जिन दो का पहले ऊपर जिकर किया है, उनमें से एक) और अंदर का नजारा देखकर हैरतज़दा हो गया। पहले उसने सबको गुस्से से देखा तो मेरी जान में जान आ गई कि शायद अब मैं बच जाऊँ लेकिन ये मेरी भूल थी।
अब आगे चलते हैं।
हामिद खान की मुश्कुराहट को देखकर मैं परेशान हो गई, और बाकी सब खुश हो गए। वो मुझे उठाकर स्टाफ रूम में ले आए। noor jahan ki gang bang sex story
मैंने बहुत कोशिश की उनसे छूटने की लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। इतनी देर में जुनेद खान भी आ गया और मुझे देखकर पहले हैरान हुआ और फिर बहुत खुश हुआ। वो सब मेरे आस-पास खड़े हुए थे।
साहिल बोला- “गश्ती… चल अब देख तेरे 12 यार तुझे कैसे चोदेंगे? छिनाल…”
मेरी आँखों में आँसू आ गये। लेकिन उनपे इसका असर नहीं हुआ। मैं अपने हाथों से अपने जिश्म को ढकने की नाकाम कोशिश कर रही थी। अब कमरे में 12 लोग थे। उनके नाम बता दूँ- साहिल, जमील, इमरान, इरफान, सैफ, बाकी 5 लोग जमाल, अल्फ़ा, कामरन, काशिफ, माज और दो पठान जिनके लण्ड इन सबसे बड़े और मोटे थे- हामिद और जुनेद।
मैं सोच रही थी कि मेरे साथ क्या होगा?
फिर साहिल आगे आया और उसने मुझे पकड़कर अपने साथ चिपटा लिया, और मेरे होंठ चूसने लगा।
मेरे मुँह से सिर्फ “म्*म्म्मह्ह… उउम्म्म्मह्ह…” की आवाज निकल सकी।
सब लोग मेरे आस-पास खड़े हो गए और मुझे चूमने लगे। मेरे जिश्म का अंग-अंग उन्होंने चूमा चूसा। मेरे जिश्म पर हर जगह पे निशान पड़ गए। मेरा जिश्म गरम हो गया था। मैं उन सब को रोकना चाह रही थी लेकिन साहिल मेरे होंठ नहीं छोड़ रहा था।
मेरे मुँह से सिर्फ- “न्नहीं म्म्मम… प्लीज़… म्*म्म्मह्ह…” की आवाजें निकल रही थीं। जब कि मेरा जिश्म मेरा साथ नहीं दे रहा था। noor jahan ki gang bang sex story
इतनी देर में हामिद मेरी चूत को हाथ से सहलाने लगा। मेरी चूत से पानी बह रहा था। ये देखकर वो बोला- “साली छिनाल को मजा आ रहा है। ऐसे ही नखरे कर रही है…” और वो सब हँसने लगे।
जबकी मैं शरम से पानी-पानी हो गई।
तभी साहिल ने मुझे टेबल पे लिटा दिया और कहने लगा- “मेडम को सबसे पहले मैं चोदूँगा क्योंकी मेडम से मैंने बदला लेना है…”
सब मान गए।
उसने मेरी चूत पे अपना लण्ड रखा और उसको रगड़ने लगा। मेरी तो हालत पतली हो गई। मैं चाहती थी कि वो जल्दी से अंदर डाल दे। इसलिये मैंने अपनी कमर उचकानी शुरू कर दी। ये देखकर उसने अपना लण्ड पीछे खींच लिया। उसने 2-3 दफा ऐसा किया।
फिर आखिर मैं बोल पड़ी- “आअह्ह… प्लीज़्ज़… डाल दो ना… आअह्ह…”
साहिल- क्या डालूँ, मेरी गश्ती?
मैं- “प्लीज़्ज़… अब और नाऽ तड़पाओ…” noor jahan ki gang bang sex story
साहिल- “तू जब तक नहीं कहेगी कि तुझे क्या चाहिए? मुझे कैसा पता चलेगा?”
मैं- “प्लीज़… आअह्ह… अपना लण्ड म्*म्म्मेरी चूत में डालो नाअ… ऊऊऊईई…”
मेरी बात पूरी होते ही उसने एक बहुत जोर का धक्का मारा था और उसका लण्ड 4 इंच तक मेरी चूत में घुस गया था और मेरे मुँह से बहुत जोर की चीख निकल गई।
इसपे वो बोला- “साली 4 इंच घुसने में इतना चिल्ला रही है। जब पूरा अंदर जाएगा तो फिर क्या होगा?”
मेरी चूत से खून निकल रहा था। अब मैं लड़की से औरत बन चुकी थी। मैं उसको परे ढकेलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हो पा रहा था। उसने 3 बहुत जोरदार धक्के मारे और पूरा लण्ड मेरी चूत के अंदर था। मुझे ऐसे लग रहा था कि जैसे मैं मार जाऊँगी लेकिन मुझे मौत भी तो नहीं आ रही थी। और चूत में उठने वाला दर्द ना काबिल-ए-बर्दाश्त था।
अब मुझमें चीखने की हिम्मत भी नहीं थी। वो पूरा लण्ड अंदर डालकर थोड़ी देर रुका और फिर बाहर करने लगा। मेरी सिसकियां फिर से निकलने लगीं। ऐसे लग रहा था कि जैसे मेरी चूत में मिर्चें डाल दी हो किसी ने। आहिस्ता-आहिस्ता मेरा दर्द जाता रहा और मुझे मजा आने लगा। मेरी चूत गीली हो गई और कब मेरी टांगें उसके गिर्द लिपट गईं, मुझे पता भी नहीं चला। अब वो तेज़-तेज़ धक्के मार रहा था और मैं मजे से हवाओं में उड़ रही थी।
मेरी आवाजें निकलने लगीं- “ऊऊओह्ह… उउफफ्फ़… माँ… सस्स्स्स्स्स्स्शह… प्लीज़्ज़… और जोर से… आअह्ह… एसे ही… हाआईयी…” और मैं पहली बार लण्ड चूत में जाने के बाद झड़ने लगी, और ना जाने कितनी देर तक झड़ती रही, और उसके बाद सुस्त पड़ गई।
लेकिन साहिल के धक्कों में कोई कमी नहीं आई थी। वो मुझे लगतार उसी रफ्तार से चोदता रहा और गालियां देता रहा- “साली छिनाल, रंडी… मजे ले रही है…” और जोर-जोर से मुझे चोदता रहा।
मैं फिर से गरम हो गई और अपने आप कमर हिलाने लगी।
उसने मुझे अपनी आँखों में देखने का कहा तो मैं उसकी आँखों में देखकर कमर हिला रही थी। मुझे और भी ज्यादा मजा आ रहा था। मुझे कोई होश नहीं था।
मैं सिर्फ जानती थी कि मेरी चूत में उसका लण्ड तेजी से अंदर-बाहर हो रहा है और मेरी बच्चेदानी पर चोट कर रहा है, और मेरा झड़ना फिर से चालू हो गया- “ऊऊओह्ह… आअह्ह… म्*म्म्मह… सस्स्स्स्स… ऐसे ही… ऊऊओह्ह… मैं गई… आआह्ह… मम्म्म… उउफफ्फ़…” पाँच मिनट में मैं दूसरी बार झड़ रही थी। मुझे इतना मजा आ रहा था कि उसको लफ्जों में बयान करना मुश्किल है। मैंने अपनी बाहें उसके गिर्द कस लीं और उसको अपनी तरफ खींचकर पूरी शिद्दत से चूमने लगी। और साथ-साथ अपनी कमर उचकाने लगी।
थोड़ी देर बाद वो बोला- “मेडम, मेरी रखैल बनेगी?” noor jahan ki gang bang sex story
मैं- “हाँ…” मेरे मुँह से आवाज निकली।
साहिल- “जिससे मैं कहूंगा उससे चुदवाएगी?”
मैं- “हाँ…”
साहिल- “अपनी गाण्ड मरवाएगी?”
मैं- “हाँ…”
साहिल- “एक साथ 3 लण्डों से चुदवाएगी?”
मैं- “हाँ…”
इस बात पे सब हँसने लगे।
तब मुझे होश आया कि ये मैं क्या कह गई हूँ? इसपे मैंने शर्माकर अपना मुँह उसके सीने में छुपा लिया। साहिल भी हँसने लगा। उसका लण्ड एक मिनट में 50-60 बार अंदर-बाहर हो रहा था। 30 मिनट गुजर चुके थे। मैं उसके धक्के खाकर बेहाल हो चुकी थी और मैं कितनी बार झड़ी, ये भी याद नहीं था।
करीब 30 मिनट उसने मुझे और चोदा। मेरी चूत तब तक बिल्कुल खुश्क हो चुकी थी और मुझे जलन महसूस हो रही थी। मैं उसको रुकने को कहने लगी क्योंकी मेरी चूत का दर्द बढ़ने लगा था लेकिन वो नहीं रुका। मैं फिर से चिल्लाने लगी- “ऊऊऊईई… प्लीज़्ज़… बस्स… करोऊ… हायई… मेरी म्माँ…”
5 मिनट और चोदने के बाद वो झड़ने लगा और उसकी आवाज आई- “ऊऊऊओ… मेरी रांड मैं झड़ने वालाऽ… हूँ… ले मेरा पानी अपनी चूत में… आह्ह… सस्स्स्सस्स… म्*म्म्मह…” और मेरी चूत में बहुत भीतर कहीं दूर जाकर झड़ा।
उसके झड़ने के साथ ही मैं एक बार फिर झड़ गई। मेरी चूत लबालब भर गई। मुझे बहुत राहत महसूस हुई और चूत की जलन बहुत कम हो गई। क्योंकी उसके पानी ने मेरी चूत में पानी का काम किया। noor jahan ki gang bang sex story
साहिल लंबी-लंबी साँसें लेने लगा।
मैं उसकी पीठ को सहलाने लगी। मैं इस वक्त बिल्कुल बेहोशी की हालत में पड़ी थी। इतनी जानदार चुदाई के बाद मुझमें हिलने की हिम्मत भी नहीं बची थी।
5 मिनट बाद साहिल मेरे ऊपर से हट गया। उसने लण्ड मेरी चूत से बाहर निकाला।
मुझे ऐसे लगा कि जैसे मेरी चूत बिल्कुल खाली हो गई है। मेरी चूत से उसका और मेरा पानी आहिस्ता-आहिस्ता बाहर गिरने लगा। 10 मिनट मैं आँखें बंद किए लेटी रही। मुझे कोई होश नहीं था कि कोई मेरे बारे में क्या बात कर रहा है? फिर मैंने आँखें खोलीं और उठने लगी। लेकिन मैं खड़ी नहीं हो सकती थी और मेरी चूत फूलकर सूज गई थी।
साहिल मुझे उठाकर वाशरूम ले गया और मुझे गरम पानी से साफ किया। मुझे बहुत राहत मिली। फिर वो मुझे लेकर वाइस प्रिन्सिपल (मिस्टर आसिफ) के रूम में आ गए। साहिल ने मेरे होंठों को एक बार फिर चूमा और मेरे चूतड़ों को दबाया और उसके बाद बोला- “मेरी रांड़… अब तेरी गाण्ड मारेंगे?”
मैंने डरी हुई नजरों से उसकी तरफ देखा और इनकार में सिर हिलाया।
तभी साहिल बोला- “देख साली… तूने कहा था कि मैं जिससे कहूंगा, तू उसी से चुदवाएगी। अब ये ड्रामा बंद कर। वरना तुझे बाँधकर तेरा रेप कर देंगे। और तेरी गाण्ड और चूत में 2-2 लण्ड घुसेंगे…”
———-समाप्त———-
मैं चुप हो गई क्योंकी मैं जानती थी कि मुझे बचाने वाला कोई नहीं है। मेरी चुप्पी ने आने वाले सरे लंड कबूल कर लिए थे. तो दोस्तों, कैसी लगी ये gang bang sex story आप लोगों को? noor jahan ki gang bang sex story
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